Cloud Computing Models in Hindi – क्लाउड कंप्यूटिंग मॉडल क्या है?

हेल्लो दोस्तों! आज हम इस आर्टिकल में Cloud Computing models in Hindi (क्लाउड कंप्यूटिंग मॉडल क्या है?के बारें में पढेंगे. इसे बहुत ही आसान भाषा में लिखा गया है. इसे आप पूरा पढ़िए, यह आपको आसानी से समझ में आ जायेगा. तो चलिए शुरू करते हैं:-

Cloud computing Models in Hindi – क्लाउड कंप्यूटिंग मॉडल

Cloud computing models को SPI (SaaS, PaaS, IaaS) मॉडल भी कहते है. इसमें तीन layers होती है. सबसे उपरी लेयर में SaaS, दूसरी लेयर में PaaS तथा सबसे निचली लेयर में IaaS model होता है.

cloud computing models in Hindi
क्लाउड कंप्यूटिंग मॉडल का चित्र

1:- SaaS

इसका पूरा नाम software as a service है. यह एक डिस्ट्रीब्यूशन मॉडल है जो कि इन्टरनेट में सॉफ्टवेर एप्लीकेशन (जैसे:- ब्राउज़र) को एक सर्विस के रूप में ग्राहकों को उपलब्ध करता है.

SaaS की सबसे अच्छी बात यह है कि हमें इसमें किसी सॉफ्टवेर एप्लीकेशन को install, maintain, तथा run करने की जरुरत नहीं होती है क्योंकि इसके सारें सॉफ्टवेर एप्लीकेशन वेब ब्राउज़र से सीधे ही run हो जाते है.

SaaS में कस्टमर का डेटा पूरी तरह सुरक्षित होता है तथा अगर सिस्टम में कोई खराबी भी आ जाएँ तो भी डेटा सुरक्षित रहता है.

SaaS एप्लीकेशन जो हैं वह SaaS प्रोवाइडर के सर्वर में run होती हैं तथा SaaS एप्लीकेशन को कभी कभी होस्टेड एप्लीकेशन भी कहते है.

SaaS एप्लीकेशन के उदाहरण:- google apps, और office365 आदि.

SaaS की विशेषताएं

  1. यह सॉफ्टवेयर को इंटरनेट पर उपलब्ध करवाता है.
  2. इसे सेंट्रल लोकेशन से मैनेज किया जाता है।
  3. इस सर्विस को रिमोट सर्वर के द्वारा होस्ट किया जाता है।
  4. इसे इंटरनेट के माध्यम से एक्सेस किया जा सकता है।
  5. यह हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर को अपडेट करने में मदद करती है।
  6. इसमें सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर आटोमेटिक अपडेट होते है।

2:- PaaS

PaaS का पूरा नाम platform as a service है. यह एक ऐसा सर्विस प्रोवाइडर है जो कि कस्टमर को एक ऐसा प्लेटफार्म देता है जिसमें कि वो आसानी से सॉफ्टवेर एप्लीकेशन को बना सकें, मैनेज कर सकें, तथा डिलीवर कर सकें.

अर्थात PaaS जो है वह एक ऐसा प्लेटफार्म उपलब्ध करता है जिसमें कस्टमर को ऐसे टूल्स उपलब्ध किये जाते है जिससे कि वो एप्लीकेशन को आसानी से विकसित, कस्टमाइज, तथा टेस्ट कर सकें.

PaaS को सामान्यतया middleware भी कहा जाता है क्योंकि यह SaaS तथा IaaS के मध्य का सर्विस मॉडल है.

उदाहरण:- गूगल एप इंजन, और अमेज़न वेब सर्विसेज आदि.

PaaS की विशेषताएं

  1. इसमें एक ही एप्लीकेशन के माध्यम से विभिन्न यूजर को एक्सेस किया जा सकता है।
  2. यह virtualization तकनीक पर आधारित है जिसके कारण organization अपनी आवश्यकताओ के अनुसार संसाधनों (resources) को मैनेज कर सकती है।
  3. यह बहुत सारीं लैंग्वेज और फ्रेमवर्क को सपोर्ट करती है।
  4. PaaS को दूसरी applications के साथ जोड़ना बहुत आसान होता है.
  5. इसमें security (सुरक्षा) बहुत ही अच्छी होती है.

3:- IaaS

इसका पूरा नाम insfratechture as a service है. यह एक ऐसा सर्विस model है जिसमें कस्टमर को क्लाउड वातावरण में हार्डवेयर, नेटवर्किंग तथा स्टोरेज सर्विसेज उपलब्ध करायी जाती है.

IaaS क्लाउड कंप्यूटिंग सर्विस मॉडल का सबसे निचला तथा सबसे महत्वपूर्ण मॉडल है.

इस मॉडल में, जो सॉफ्टवेर एप्लीकेशन तथा ऑपरेटिंग सिस्टम कस्टमर द्वारा इनस्टॉल किये जाते हैं उन्हें अपडेट करना कस्टमर की जिम्मेदारी होती है.

उदाहरण:- गूगल कंप्यूट इंजन, और माइक्रोसॉफ्ट अजुरे (azure) आदि.

IaaS की विशेषताएं

  1. यह सर्विस GUI (ग्राफ़िक यूजर इंटरफ़ेस) और API (एप्लीकेशन प्रोग्राम इंटरफ़ेस) पर आधारित है।
  2. इसमें कार्य automated (स्वचालित) होते हैं अर्थात् इसमें काम अपने आप हो जाते हैं.
  3. यह डायनामिक और फ्लेक्सिबल होती है।
  4. यह pay-per-use पर कार्य करता है अर्थात् हम इसका जितना इस्तेमाल करते हैं हमें सिर्फ उतना ही पैसा देना पड़ता है.

निवेदन:- अगर आपके लिए यह पोस्ट helpful रही हो तो हमें comment के द्वारा बताइये तथा इसे अपने दोस्तों के साथ share करें. धन्यवाद.

21 thoughts on “Cloud Computing Models in Hindi – क्लाउड कंप्यूटिंग मॉडल क्या है?”

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