Parallel computing (processing) in hindi (पैरेलल कंप्यूटिंग क्या है?)
Parallel computing को parallel processing भी कहा जाता है.पैरेलल कंप्यूटिंग वह कंप्यूटिंग है जिसमें बहुत सारें processors के द्वारा बहुत सारें operations को एक ही समय में पूरा किया जाता है.
दुसरें शब्दों में कहें तो, “parallel computing एक ऐसी कंप्यूटिंग है जिसमें दो या दो से अधिक प्रोसेसरों का प्रयोग एक अकेले प्रॉब्लम को solve करने में किया जाता है.”
parallel computing में जो कार्य होता है उसे प्रोसेसरों के मध्य विभाजित कर लिया जाता है अर्थात् जो मुख्य operation (problem) होती है उसे sub problems में विभाजित कर लिया जाता है.
और प्रत्येक sub problems को ही समय पर पूरा किया जाता है.
पहले के समय में serial computing का प्रयोग किया जाता था. परन्तु इसमें बहुत समय लगता था. क्योंकि इस computing में एक समय में केवल एक operation ही प्रोसेस हो पाता था.
जिसके कारण दुसरें ऑपरेशन को परफॉर्म होने के लिए इन्तजार करना पड़ता था.
उदाहरण के लिए:- माना कि आप इंटरव्यू देने कंपनी में गये. वहां पर 100 कैंडिडेट आये हैं. और इंटरव्यू लेने के लिए केवल एक ही interviewer है.
और वह एक समय में केवल एक बन्दे का इंटरव्यू ले रहा है तथा और बन्दे इन्तजार कर रहे हैं. इसमें तो 100वें कैंडिडेट का इंटरव्यू होने में शाम हो जायेगी.
परन्तु अगर 4 interviewer आये है. और चारों interviewer अलग-अलग कैंडिडेट का इंटरव्यू ले रहे हैं तो 100वें कैंडिडेट का इंटरव्यू भी दिन में तक खत्म हो जाएगा. जिससे समय की बचत होगी.
अर्थात् parallel computing का मुख्य उद्देश्य कार्य को जल्दी समाप्त करके समय की बचत करना है.
advantage (benefits) of parallel computing in hindi (पैरेलल कंप्यूटिंग के लाभ):-
parallel computing के लाभ निम्नलिखित है:-
1:- इससे पैसे और समय की बचत होती है.
2:- बहुत सारी problems जो होती हैं वह बहुत जटिल तथा बड़ी होती हैं तथा इनको केवल एक सिंगल प्रोसेसर से हल कर पाना मुश्किल होता है इसलिए parallel computing का प्रयोग किया जाता है.
3:- serial computing में केवल एक प्रोसेसर होता है जो की एक समय में केवल एक ही कार्य करता है जबकि parallel computing द्वारा एक समय में बहुत सारें कार्य हो सकते हैं.
4:- इसके द्वारा हम वाइड एरिया नेटवर्क या इन्टरनेट का प्रयोग भी कर सकते हैं.
5:- आजकल जो pc तथा लैपटॉप होते हैं वे parallel computing पर आधारित होते हैं. जिनमे बहुत सारे processors होते हैं, जिन्हें हम core (कोर) भी कहते हैं.
इसे भी पढ़े:- क्लाउड कंप्यूटिंग क्या है?
types of parallel computing architecture in hindi:-
पैरेलल कंप्यूटिंग architecture दो प्रकार का होता है:-
1:- general purpose (सामान्य उद्देश्य के लिए)
2:- special purpose (विशेष उद्देश्य के लिए)
general purpose आर्किटेक्चर वे होते हैं जिनका प्रयोग हम आजकल किसी सामान्य कार्य में करते हैं. इसमें तीन architectures आते हैं:-
1:- synchronous
2:- data flow
3:- pipeline
special purpose आर्किटेक्चर का प्रयोग किसी विशेष उद्देश्य के लिए बड़े-बड़े कंप्यूटर में किया जाता है. इसके अंतर्गत दो architecture है :-
1:- asynchronous
2:- systolic
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bahut badhiya samjhaya
Dhnywaad md tufail
Aapko yah post pasand aayi iski mujhe khusi h..
Bahot achi info mili thank u
Sir parallel 1 unit k notes provide kr dijiye
बहुत अच्छा है अच्छे से समझ में आया
Good information .
Thanks a lot .
Bahut Aaccha explain kiye sir
Thanks pooja …glad you like it
very nice sir ji
You guys really make my interest with these ACA topics which is really very important for every student
Sir Forms of parallel processing kya hogi ye bhi bata dijiye ye bilkul bhi samajh nahi aa raha h
Very good explanation sir
Really so easy kabhi socha nhi tha itna easy lagega y thank you