Angular 2 in hindi:-
आज हम angular 2 के बारें में पढेंगे तो चलिए शुरू करते है.
angular 2 एक typescript पर आधारित ओपन सोर्स जावास्क्रिप्ट फ्रेमवर्क है जिसका प्रयोग SPA (single page application) को विकसित करने के लिए बनाया गया है.
angular 2 एक component पर आधारित approach है जिससे सभी प्रमुख devices तथा प्लेटफार्म में एप्लीकेशन को विकसित तथा maintain करना और भी आसान हो जाता है.
single page application क्या होता है?
जब आप किसी स्टैण्डर्ड वेबसाइट या वेब एप्लीकेशन में विजिट करते है तो वहां पर एक page खुलता है जिसे होम पेज कहते है. होम page पर दिखने वाले किसी लिंक पर आप क्लिक करते है तो वह load होता है और एक नया page खुलता है.
जबकि SPA एक ऐसी वेबसाइट या वेब एप्लीकेशन होती है जिसमें अगर हम विजिट करते है तो पहले होम पेज load होता है उसके बाद हम किसी लिंक पर क्लिक करते है तो पेज load नहीं होता बल्कि उसी page का डेटा change होकर दिखता है. इस प्रकार हम एक page पर ही पूरी एप्लीकेशन तथा वेबसाइट को विजिट कर सकते है. इसलिए इसको single page application कहा जाता है.
इसका सबसे बड़ा उदाहरण GMAIL है. जो कि Single page application है.
angular 2 में HTML तथा जावास्क्रिप्ट का प्रयोग करके वेब एप्लीकेशन तथा वेबसाइट का निर्माण कर सकते है तथा इसमें हम एप्लीकेशन को बनाने के साथ साथ उनकी टेस्टिंग भी कर सकते हैं.
angular 2 को google के द्वारा विकसित किया गया है तथा इसके द्वारा ही maintain किया जाता है.
angular 2 को ng-conference यूरोप में अक्टूबर 2014 को लांच किया गया था.
angular का यह version कोई update नहीं था बल्कि इसमें पूरे फ्रेमवर्क को ही दुबारा बनाया गया था और दूसरे प्रमुख बदलाव किये थे.
आपको angular 2 को सीखने के लिए angular 1 सीखने की जरूरत नहीं है अगर आपको angular 1 नहीं आती है तो भी आप angular 2 सीख सकते है.
angular 2 की एक टैग लाइन है , “one framework for mobile and desktop applications”. अर्थात इसमें हम मोबाइल तथा डेस्कटॉप दोनों की एप्लीकेशनों का निर्माण कर सकते है.
features of angular 2 in hindi (इसकी विशेषताएं):-
इसकी विशेषतायें निम्नलिखित है:-
1:- native:- इसके द्वारा हम nativeScript, React native, तथा iconic फ्रेमवर्क के द्वारा हम native मोबाइल एप्लीकेशन का निर्माण कर सकते है.
2:- desktop:- इसके द्वारा हम समान प्रकार के angular विधियों का प्रयोग करके mac, विंडोज तथा linux एप्लीकेशन का निर्माण कर सकते है.
3:- speed:- इसमें स्पीड बहुत ही अच्छी रहती है. क्योंकि इसमें generation होता है तथा page के load होने का इन्तजार नहीं करना पड़ता है.
4:- CLI:- CLI का अर्थ है कमांड लाइन इंटरफ़ेस. CLI कमांड्स के द्वारा components, routes, services तथा pipes को जनरेट करता है.
5:- TypeScript:– इसमें हम typescript का इस्तेमाल कर सकते है. typescript का निर्माण माइक्रोसॉफ्ट ने किया है तथा यह static typing, classes, तथा इंटरफ़ेस की सुविधा उपलब्ध करती है.
6:- components:- जो angular का पहले का version था वह controllers पर आधारित था जबकि angular 2 components पर आधारित है.
components के द्वारा हम applications को हम बहुत सारें modules में बना सकते है.
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Sir software engineering me case aur case tool aur case tool ke type aur case tool ke taxonomy KO Hindi topic me details se bataye plz sir
Software reuse aur reuse process aur software reuse ka classification Hindi me bataye
Angular 2 ki full fledged book mil sakti hai hindi mein?