आज हम इस article में what is traffic shaping in hindi (ट्रैफिक शेपिंग क्या है?) के बारें में विस्तार से पढेंगे तो चलिए शुरू करते है:-
what Traffic shaping in hindi (ट्रैफिक शेपिंग क्या है?)
traffic shaping को packet shaping भी कहते है. यह एक bandwidth management तकनीक है जिसमें कुछ data packets को नेटवर्क में travel करने से रोक दिया जाता है या उन्हें delay कर दिया जाता है जिससे कि नेटवर्क की performance को बढाया जा सके.
इसमें जिन data packets की priority ज्यादा होती है उन्हें सबसे पहले भेजा जाता है और जिनकी priority कम होती है उन्हें देरी से भेजा जाता है.
उदाहरण के लिए:- आपने कभी देखा होगा कि किसी नेटवर्क में कोई application बहुत slow चलती है या फिर चलती ही नहीं है. ऐसा करने का मुख्य उद्देश्य users को कम priority वाली applications को चलाने से रोकना होता है जिससे कि दूसरी applications नेटवर्क में बिना किसी रुकावट के चल सकें.
traffic shaping जो है वह traffic को priority के आधार पर identify तथा classify करता है जिस traffic की importance ज्यादा होगी उसे बहुत जल्दी भेजा जाता है तथा जिस traffic की importance कम होगी उसे delay कर दिया जाता है.
ट्रैफिक शेपिंग तकनीक का प्रयोग सभी networks में किया जाता है. तथा इसका प्रयोग ज्यादातर business से सम्बन्धित नेटवर्क ट्रैफिक के लिए service की quality को बनाने में किया जाता है.
types of traffic shaping in hindi
सबसे सामान्य प्रकार का traffic shaping है- application based traffic shaping. इसमें सबसे पहले fingerprinting tools के द्वारा applications को identify किया जाता है.
दूसरे प्रकार का traffic shaping है route based traffic shaping. इसे previous hop या next hop सूचना के आधार पर पूरा किया जाता है.
benefits (advantage) of traffic shaping in hindi (ट्रैफिक शेपिंग के लाभ)
इसके लाभ निम्नलिखित है:-
1:- ट्रैफिक शेपिंग को traffic management तथा network management systems के द्वारा नियंत्रित किया जाता है जिससे नेटवर्क की reliability (विश्वसनीयता), availabilty (उपलब्धता) बनी रहती है तथा नेटवर्क में जो भी operations होते है वे बिना किसी रुकावट के पूरे हो जाते है.
2:- यह ट्रैफिक को control करता है जिसकी priority अधिक होती है उसे सबसे पहले भेजा जाता है.
3:- किसी भी organisation में business से सम्बन्धित traffic को अधिक priority देता है.
4:- इसमें यह ability होती है कि यह बहुत सारें network data streams तथा applications को एक single नेटवर्क में combine कर सकता है. इस ability के कारण जो फ़ालतू के networks होते है वे कम हो जाते है.
5:- जैसा कि हमने आपको बताया कि यह फ़ालतू के networks को कम कर देता है फ़ालतू के networks कम होने से hardware तथा technology का cost भी कम हो जाता है.
6:- यह bandwidth को बढ़ा देता है और congestion को avoid करता है.
applications of traffic shaping in hindi (ट्रैफिक शेपिंग के अनुप्रयोग)
इसके अनुप्रयोग निम्नलिखित है:-
1:- इसका सबसे ज्यादा प्रयोग network traffic engineering में किया जाता है.
2:- इसका प्रयोग ISP (internet service providers) के द्वारा resources को control करने में किया जाता है,
3:- इसका प्रयोग data centers के द्वारा service level agreements को maintain करने के लिए किया जाता है.
4:- ATM (automatic teller machine) में भी इसका use किया जाता है.
निवेदन:- आपको post कैसी लगी हमें कमेंट के द्वारा बताइए तथा इसे अपने friends के साथ share करें.
I really appreciate your answer thanks you for this information
Nice explanation and very easy language and words are use thank you so much
I m satisfied nd understood vry well your answer good nd keep it up