आपको पता है what is DWDM in hindi तथा इसका प्रयोग कहाँ किया जाता है. आप इस पोस्ट में इसके बारें में पूरे विस्तार से पढेंगे तो चलिए start करते है:-
what is DWDM in hindi
DWDM का पूरा नाम Dense Wavelength Division Multiplexing (डेंस वेवलेंथ डिवीज़न मल्टीप्लेक्सिंग) है. इसे कभी कभी wave division multiplexing (WDM) भी कहते है. तथा इसका प्रयोग bandwidth को बढ़ाने के लिए किया जाता है ( अर्थात् उच्च data rates को प्राप्त करने के लिए किया जाता है.)
यह एक fibre optic ट्रांसमिशन तकनीक है जिसमें प्रकाश wavelengths का इस्तेमाल data को transmit करने के लिए किया जाता है इसमें data को parallel में bit के रूप में ट्रांसमिट किया जाता है और serial में character के रूप में ट्रांसमिट किया जाता है.
दूसरे शब्दों में कहें तो, “DWDM एक technology है जिसमें अलग अलग sources के बहुत सारें data signals को एक optical fibre में एक साथ combine किया जाता है और इनका transmission किया जाता है.”
जैसा मैंने आपको बताया कि Dense wavelength division multiplexing में सभी data signals को एक साथ एक optical fibre के द्वारा ट्रांसमिट किया जाता है परन्तु इसके साथ साथ इसमें data streams के separation को भी maintain किया जाता है.
इसमें प्रत्येक signal को एक अलग प्रकाश wavelength पर ले जाया जाता है. DWDM में dense से तात्पर्य है कि– एक फाइबर ऑप्टिकल में 80 data streams को 8 अलग-अलग प्रकाश wavelength का प्रयोग करके transmit किया जा सकता है.
DWDM में, बहुत बड़े amount के data को केवल एक network link के माध्यम से भेजा जा सकता है क्योंकि वे अलग-अलग wavelengths के साथ भेजे जाते हैं.
वर्तमान में, DWDM के कारण ऑप्टिकल फाइबर की data को transmit करने की speed (गति) 400 GB/s से ज्यादा है.
इसमें दसरी तरफ, multiplexer सिग्नलों को demuliplex करता है और उन्हें विभिन्न data channels को बाँट देता है.

components of DWDM in hindi
इसके 5 मुख्य components होते है जो कि निम्नलिखित है:-
1:- DWDM terminal multiplexer – इस डिवाइस में wavelength को convert करने वाला एक transponder लगा होता है. यह optical signal को recieve करता है और उसे electrical signal में convert कर देता है तथा उसे वापस optical signal के रूप दूबारा transmit कर देता है.
इस terminal multiplexer में optical signal को amplify करने के लिए EDFA (erbium doped fibre amplifier) भी होता है.
2:- intermediate line repeater – ये amplifiers होते है जो कि प्रत्येक 80 से 100 किलोमीटर में लगे रहते है. ये optical power के loss को पूरा करते है.
3:- intermediate optical termainal – इसे optical add/drop multiplexer भी कहते है. यह एक remote site एम्पलीफायर है जिसको प्रत्येक 140 किलोमीटर पर स्थापित किया जाता है. यह सिग्नल की जांच करता है.
4:- DWDM terminal demultiplexer – यह डिवाइस multi-wave signal को वापस से single wave signal में बदल देती है.
5:- optical supervisory channel (OSC) – यह चैनल multi-wave ऑप्टिकल सिग्नल की सूचना को carry करता है.
advantage of DWDM in hindi
इसके लाभ निम्नलिखित है:-
- इसमें data को बहुत ही तेज गति से ट्रांसमिट किया जा सकता है.
- कम fibre cores का प्रयोग कर उच्च क्षमता के data को transmit तथा receive किया जाता है.
- आसानी से नेटवर्क को expand कर सकते है.
- एक single फाइबर केबल बहुत सारें channels में विभाजित हो सकती है.
- बहुत दूरी तक डेटा का ट्रांसमिशन किया जा सकता है.
- एक single MAN (metropolitan area network) में बहुत सारीं topologies permit होती है.
- यह scalable होता है अर्थात् नेटवर्क में नए nodes को जोड़ सकते है.
disadvantage of DWDM in hindi
इसके नुकसान निम्नलिखित है:-
- यह CWDM से महंगा होता है. low channel के लिए हमें CWDM प्रयोग करना चाहिए.
- transmitters तथा receiver बहुत complicated होते है.
- इसकी तकनीक complex होती है जिसके कारण अधिक space, अधिक power तथा high accuracy wave filters की आवश्यकता होती है.
निवेदन:- यदि आपको इस पोस्ट से कुछ महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई हो तो कृपया करके इसे अपने दोस्तों के साथ अवश्य share कीजिये तथा आपके मन में कोई questions है तो आप उन्हें comment करके पूछ सकते है. धन्यवाद.
Optical network btech ece ka notes in hindi . Pls sir I need your help. Thank you.