BOOTP क्या है, BOOTP और DHCP के बीच क्या अंतर है?

क्या आपको पता है what is BOOTP in hindi (बूटस्ट्रैप प्रोटोकॉल क्या है?) तथा इसका use कहाँ किया जाता है इसके क्या advantages है और BOOTP और DHCP के मध्य क्या अंतर है?. आज मैं आपको इस पोस्ट में इसके बारें में detail में बताऊंगा आप इस post को ध्यान से पढ़िए आपको आसानी से समझ में आ जायेगा.

What is BOOTP in hindi (बूटस्ट्रैप प्रोटोकॉल क्या है?)

BOOTP का पूरा नाम bootstrap protocol है. यह एक computer networking प्रोटोकॉल है जिसका प्रयोग network में network devices को IP एड्रेस assign करने के लिए किया जाता है. (यह devices को configuration server से automatically आईपी एड्रेस assign करता है.)

दुसरें शब्दों में कहें तो, “यह एक internet प्रोटोकॉल है जिसका प्रयोग client के द्वारा server से IP address को obtain करने के लिए किया जाता है.”

इसे RFC 951 तथा 1084 में define किया गया था. तथा इसका निर्माण RARP (resource address resolution protocol) को replace करने के लिए किया गया था.

bootstrap protocol को यह देखने के लिए बनाया गया था कि किसी कंप्यूटर को boot करने के बाद उसे properly काम करने के लिए किसकी जरूरत होती है.

BOOT.P जो है वह relay agent का प्रयोग करता है. relay agent का प्रयोग कर यह IP routing के द्वारा local network से packet को forward करता है.

BOOT.P, diskless computers (या वह कंप्यूटर जिसे पहली बार boot किया हो) से IP address, subnet mask, router address की सूचना को obtain करता है.

diskless computers से मतलब है कि वह कंप्यूटर जिसमें कोई disk नहीं होती (जैसे:- हार्ड डिस्क, floppy डिस्क आदि). diskless कंप्यूटर का ऑपरेटिंग सिस्टम तथा नेटवर्किंग सॉफ्टवेयर ROM में store रहते हैं.

BOOTP को DHCP (dynamic host configuration protocol) ने replace कर दिया है (अर्थात् अब ज्यादातर DHCP का प्रयोग किया जाता है)

DHCP में इससे ज्यादा options होते है तथा ये ज्यादा flexible होता है.

Working of BOOTP in Hindi (यह काम कैसे करता है)

bootp
इमेज सोर्स

जब BOOTP client शुरू (start) होता है तो इसके पास कोई IP address नहीं होता है. इसलिए यह network में एक message को broadcast करता है इस मैसेज में इसका MAC address भी होता है. इस message को “BOOTP request” कहते है तथा इस request को BOOTP server के द्वारा ले लिया जाता है. इसके बाद सर्वर, client को reply में निम्नलिखित सूचनाएं प्रदान करता है-

  • client का IP address, subnet mask, और gateway address.
  • IP address और BOOT.P server का hostname
  • उस सर्वर का IP address जिसके पास boot image होती है.

जब client को BOOT.P server की information प्राप्त हो जाती है तब यह TCP/IP protocol stack को configure तथा initialize करता है तथा उसके बाद उस server से connect करता है जिसके पास boot image होती है. client इस boot image को load करता है तथा operating system को start करता है.

difference between BOOTP and DHCP in hindi

इनके मध्य अंतर को नीचे दिया गया है.

BOOTPDHCP
इसका पूरा नाम bootstrap protocol हैइसका फुल फॉर्म dynamic host configuration protocol है
यह temporary IP address प्रदान नहीं करतायह कुछ समय के लिए IP एड्रेस प्रदान करता है.
ये DHCP clients के साथ compatible नहीं होता.इसे B.OOTP clients के साथ operate कर सकते है.
mobile devices में IP configuration तथा सूचना को access नहीं कर पाता.यह mobility को support करता है
यह diskless computers या workstation को information उपलब्ध कराता हैइसे information को store करने के लिए disks की आवश्यकता होती है
इसने RARP को replace कियाइसने BOOTP को replace किया
यह कंप्यूटर को केवल तब ही IP address प्रदान करता है जब वह boot हो रहा होता है.यह computers को तब IP एड्रेस प्रदान करता है जब ऑपरेटिंग सिस्टम load हो चूका होता है.

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