क्लाइंट सर्वर टेस्टिंग क्या है – what is client server testing in hindi

hello friends! आज मैं आपको इस article में what is client server testing in hindi (क्लाइंट सर्वर टेस्टिंग क्या है?) के बारें में बताऊंगा तो चलिए start करते है:-

Client server testing in Hindi

client-server softwares को एक विशेष प्रकार की testing की आवश्यकता होती है. जिससे कि errors से बचा जा सके. इस प्रकार की टेस्टिंग को 2 tier software के लिए किया जाता है.

software के front end में forms या reports होती है जो कि data को monitor और manipulate करते है. उदाहरण के लिए:- software को हम VB, c++, Core java, python आदि में develop कर सकते है.

सॉफ्टवेयर के backend में MS access, SQL server, Oracle, MySQL आदि का प्रयोग होता है.

client server की testing तकनीक निम्नलिखित होती हैं:-

  1. Risk Driven Testing

Risk driven testing का प्रयोग शुरुआत में ही bugs को ढूंडने के लिए किया जाता है. इस टेस्टिंग में यह सुनिश्चित किया जाता है कि अगर भविष्य में user को कोई bug प्राप्त होता है तो उससे software पर कोई प्रभाव ना पड़े और user उसे use करता रहे. जिससे कि कंपनी को customer खोना ना पड़े.

यह testing सॉफ्टवेयर के risks पर आधारित होती है. इसका मुख्य मकसद software से उत्पन्न होने वाले risks को find out करना होता है.

  1. performance testing

performance testing तब की जाती है जब बहुत सारें clients एक समय में server से communicate करते है. इसे हम stress testing या load testing भी कह सकते है.

परफॉरमेंस टेस्टिंग का मुख्य मकसद यह देखना होता है कि ज्यादा users होने पर सिस्टम workload के stress को कैसे handle करता है. इसमें bandwidth की information होना जरुरी होता है क्योंकि ज्यादा users होने पर हमें ज्यादा bandwidth की जरूरत पड़ती है.

यह टेस्टिंग अन्य performance पैरामीटर जैसे:- reliability और scalability को भी validate और verify करती है. इसमें दो systems की performance को compare किया जाता है यह देखा जाता है कि किसकी performance बेहतर है.

  1. unit testing

एक unit जो है वह प्रोग्राम का सबसे छोटा test किया जा सकने वाला हिस्सा होता है. इस testing में units को test किया जाता है और यह check किया जाता है कि वह अच्छी तरह कार्य कर रहे है या नहीं.

  1. integration testing

integration testing में एक module को दूसरे module से integrate करके एक group में test किया जाता है. इस टेस्टिंग का मुख्य मकसद functionality, performance, और reliability को verify करने के लिए किया जाता है.

  1. concurrency testing

यह client-server architecture के लिए बहुत ही important टेस्टिंग है. यह संभव हो सकता है कि बहुत सारें users एक समय में एक record को access करें, और उस स्थिती में system के behavior को समझने के लिए concurrency टेस्टिंग की जरूरत होती है.

  1. disaster recovery business continuity testing

जब client-server एक दूसरे से communicate करते है तो ऐसा हो सकता है किसी कारणवश उन दोनों के मध्य का communication fail हो जाये. तो ऐसी स्थिती में requirement specification को describe करने की जरूरत पड़ती है.

  1. compatibility testing

customer satisfaction के लिए यह टेस्टिंग बहुत ही आवश्यक होती है. यह निर्धारित करती है सिस्टम अलग-अलग browsers, devices, operating system और networks में run कर सकता है.

  1. security testing और compliance testing को भी हम कर सकते है अगर जरूरत पड़ती है तो.

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