Machine language और Assembly language के बीच अंतर

हेल्लो दोस्तों! आज मैं आपको इस पोस्ट में Difference between Machine language and Assembly language in Hindi (मशीन लैंग्वेज और असेंबली लैंग्वेज के बीच क्या अंतर है?) के बारें में पूरे विस्तार से बताऊंगा. तो चलिए इसे शुरू करते हैं:-

Difference between Machine language and Assembly language in Hindi

Machine languageAssembly language
Machine language एक नीचे स्तर (lowest level) की एक भाषा है जिसमें बाइनरी संख्या होती हैं जिसे कंप्यूटर सीधे execute कर सकता है.Assembly language एक low-level प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है. इसको मशीन लैंग्वेज में बदलने के लिए एक सॉफ्टवेर की आवश्यकता होती है जिसे assembler कहते है.
मशीनी भाषा को मनुष्यों द्वारा समझा नहीं किया जा सकता है और इसे केवल कंप्यूटर द्वारा ही समझा जा सकता है।असेंबली भाषा को मनुष्यों के द्वारा समझा जा सकता है तथा इसे प्रयोग और apply भी किया जा सकता है.
मशीनी भाषा में बाइनरी अंक 0 और 1 शामिल होते हैं।Assembly language में syntax होते हैं जो कि English language के समान होते हैं. इसलिए, इन्हें प्रोग्रामर और users द्वारा आसानी से समझा जा सकता है।
machine language जो है वह platform dependent होता है अर्थात यह language प्रत्येक प्लेटफार्म के लिए अलग अलग होती है. और इनके features इसी अनुसार बदलते रहते है.assembly language में instructions के समूह होते हैं और ये प्रत्येक platform के लिए एक समान होते हैं.
मशीन लैंग्वेज का प्रयोग मशीन कोड के रूप में ही किया जाता है.असेंबली लैंग्वेज का प्रयोग माइक्रोप्रोसेसर पर आधारित डिवाइस में, और real time systems में किया जाता है.
machine language जो है वह first generation language है.assembly language जो है वह second generation language है.
मशीनी भाषा को बदला नहीं जा सकता है.इसे बदलना या modify करना बहुत ही आसान होता है.
मशीन भाषा के syntax में errors का risk बहुत ही अधिक होता है.इसमें errors का खतरा कम होता है.
binary codes को हम याद नहीं कर सकते.Assembly language में दिए गये commands को याद किया जा सकता है.
इसमें कमांड्स को execute करने के लिए assembler की आवश्यकता नहीं होती हैं.इसमें commands को अच्छी तरह execute करने के लिए assembler की आवश्यकता होती है.

इसे पढ़ेंकंप्यूटर लैंग्वेज क्या है और इसके प्रकार

What is Machine Language in Hindi – मशीन भाषा क्या है?

प्रोग्रामर, computer programs को high-level languages में लिखता है. इन languages के syntax बहुत ही आसान होते है और इन्हें आसानी से समझा जा सकता है ये English language की तरह होते है. high level languages के उदाहरण:- C, C++, JAVA, PYTHON आदि है.

परन्तु CPU जो है वह इन programs या source code को नही समझ सकता है. इसलिए high level language के programs को machine language में बदलने की आवश्यकता होती है. इन्हें convert करने के लिए compiler या interpreter का प्रयोग किया जाता है.

हम machine language को machine code भी कहते है. इसमें binary digits  (0 और 1) होती है. 0 जो है वह false state को दर्शाता है. और 1 जो है वह true state को दर्शाता है.

difference between machine language and assembly language in Hindi

What is Assembly Language in Hindi – असेंबली लैंग्वेज क्या है?

Assembly language एक intermediate language (मध्यस्तरीय भाषा) है. ये high level language और machine language के बीच की भाषा है. यह मशीन कोड से उपर level की भाषा है और high level language के नीचे की भाषा है.

हालांकि इसके सिंटेक्स English की तरह ही होते है. लेकिन ये high level language से ज्यादा कठिन होते है.

assembly language जो है वह हार्डवेयर के बहुत नजदीक होती है. जिसके कारण इसे low level language भी कहा जाता है. इसमें programs को लिखने के लिए computer programmer को computer architecture तथा register structure की अच्छी knowledge होनी चाहिए.

इसके बाद इसे मशीन कोड में convert किया जाता है.

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