Types of Computer Architecture in Hindi – कंप्यूटर आर्किटेक्चर के प्रकार

हेल्लो दोस्तों! आज हम इस आर्टिकल में Types of Computer Architecture in Hindi (कंप्यूटर आर्किटेक्चर के प्रकार) के बारें में विस्तार से पढेंगे, तो चलिए शुरू करते हैं:-

Types of Computer Architecture in Hindi

Computer architecture के बहुत सारें प्रकार होते हैं, जो कि निम्नलिखित हैं:-

Von-neumann architecture

इस architecture को John von neumann ने 1945 में प्रस्तावित किया था. आजकल जिन computer s का हम उपयोग करते हैं वे von-neumann आर्किटेक्चर पर ही आधारित होते हैं.

यह आर्किटेक्चर stored-program कंप्यूटर कांसेप्ट पर आधारित है. जहाँ instruction data और program data एक ही memory में स्टोर रहते हैं.

इसकी निम्नलिखित तीन बेसिक units होती हैं:-

  1. Central Processing Unit (CPU)
  2. Main Memory Unit
  3. Input/Output Device

इस architecture को पूरा पढने के लिए क्लिक करें:- Von-neumann architecture in Hindi

Harvard architecture in Hindi

इस आर्किटेक्चर का प्रयोग तब किया जाता है जब data और instructions अलग-अलग memory locations में स्थित होते हैं. इसे खास-तौर पर von-neumann architecture के bottleneck को दूर करने के लिए विकसित किया गया था.

instruction और data के लिए अलग-अलग buses होने का मुख्य लाभ यह है कि सी.पी.यू एक ही समय में instructions को access भी कर सकता है और data को  read / write भी कर सकता है।

harvard architecture के data और instructions के बीच एक strict seperation होता है जिसके कारण यह आर्किटेक्चर बहुत ही ज्यादा complicated होता है. परन्तु अलग-अलग pipelines वोन-नयूमन्न आर्किटेक्चर के द्वारा बनाए गये bottleneck को remove कर देती हैं.

harvard architecture in hindi

Instruction set architecture in Hindi

Architecture को बनाने के लिए हमें instruction set architecture की आवश्यकता होती है. क्योंकि इसके पास instruction sets होते है जिन्हें प्रोसेसर समझ सकता है. इसके पास दो instruction set होते हैं:- पहला RISC (reduced instruction set computer) और दूसरा CISC (complex instruction set computer).

RISC architecture को John Cocke ने 1970 के दशक में IBM में डिजाईन किया था. इसमें instruction के पास बहुत सारें addressing modes होते हैं. लेकिन program इन सभी का प्रयोग नही करता है इसी कारण से बहुत सारें addressing modes को reduce कर दिया जाता है. यह compiler को instructions को आसानी से write करने में मदद करता है जिससे performance में सुधार होता है.

CISC architecture कम्पाइलरों की root (जड़) होता है. इसमें instructions को decode करना बहुत ही कठिन (complex) होता है. इसमें बड़ी संख्या में compound instructions होते हैं, जिन्हें execute करने में लंबा समय लगता है।

Microarchitecture in Hindi

Microarchitecture को हम computer organization भी कहते हैं. यह ISA (instruction set architecture) का एक हार्डवेयर implementation होता है. ISA को बहुत सारें microarchitectures के साथ implement किया जाता है और यह technology के साथ-साथ बदलते रहता है.

उदाहरण के लिए:- x86-64 एक ऐसा ISA है जिसका प्रयोग ज्यादातर modern Laptop और computers के द्वारा किया जाता है. इसको बहुत सारें microarchitectures के द्वारा implement किया जाता है.

इसका प्रयोग microcontrollers और microprocessors में किया जाता है. कुछ आर्किटेक्चर execute होते समय बहुत सारें instructions को overlap कर जाते हैं परन्तु microarchitecture में ऐसा नहीं होता है.

निवेदन:- अगर आपको यह पोस्ट helpful लगी हो तो इसे अपने friends और classmates के साथ अवश्य share कीजिये और आपके जो भी questions है उन्हें नीचे comment के द्वारा बताइए. धन्यवाद.

6 thoughts on “Types of Computer Architecture in Hindi – कंप्यूटर आर्किटेक्चर के प्रकार”

  1. Thank a million sir

    This notes is very important for us student thank you so much sir All the notes you made: you understand very well remembered too soon thanks

    Reply

Leave a Comment