Test Plan in Software Testing in Hindi – टेस्ट प्लान क्या है?

Hello दोस्तों! आज हम इस पोस्ट में Test Plan in Software Testing in Hindi (सॉफ्टवेयर टेस्टिंग में टेस्ट प्लान क्या है?) के बारें में पढेंगे और इसे कैसे लिखते है इसके बारें में भी जानेंगे. आप इसे पूरा पढ़िए आपको यह आसानी से समझ में आ जायेगा. तो चलिए शुरू करते हैं:-

Test Plan in Software Testing in Hindi

सॉफ्टवेयर टेस्टिंग में Test Plan एक document होता है जो कि software testing के scope और activities के बारें में बताता है.

Test plan एक blueprint होता है जिसमें एक project में किये जाने वाले सभी कार्यों को लिखा जाता है. इसमें testing scope, टेस्टिंग कौन करेगा, test items क्या है, और टेस्टिंग के criteria (मापदंड) क्या होंगे आदि बातें सम्मिलित रहती है.

किसी भी testing project की सफलता इस बात पर निर्भर करती है कि test plan document को अच्छी प्रकार से लिखा गया है या नहीं. टेस्ट प्लान प्रत्येक सॉफ्टवेयर टेस्टिंग का एक आधार होता है. यह सबसे महत्वपूर्ण कार्य होता है.

टेस्ट प्लान हमें application की quality को validate करने में लगने वाले effort को निर्धारित करने में मदद करता है. इसमें testing activities को test manager के द्वारा monitor और control किया जाता है.

ISTQB की परिभाषा के अनुसार, “Test plan एक डॉक्यूमेंट है जिसमें testing activities के scope, approach, resources, और schedule के बारें में बताया जाता है.”

Importance of Test Plan in Hindi – टेस्ट प्लान का महत्व

Test Plan Document को बनाने के बहुत सारें लाभ होते है जो कि निम्नलिखित हैं.

  1. यह test team के बाहर के members जैसे – developer, business manager और customer आदि को टेस्टिंग की details समझने में मदद करता है.
  2. टेस्ट प्लान एक rule book की तरह होता है जिसे हमें follow करना होता है.
  3. इसमें बहुत सारीं महत्वपूर्ण चीजें जैसे कि – test estimation, test scope, और test strategy आदि documented रहती है. और इनका उपयोग दूसरे projects में भी किया जा सकता है.
  4. इसमें प्रत्येक team member  के role और responsbilities (जिम्मेदारियों) को define किया गया होता है.

Types of Test Plan in Hindi – टेस्ट प्लान के प्रकार

इसके प्रकार निम्नलिखित हैं:-

  1. Master Test Plan
  2. Phase Test Plan
  3. Testing type specific test plans

Master Test Plan –

इस प्रकार के टेस्ट प्लान में टेस्टिंग के बहुत सारें levels होते हैं. यह पूरी test strategy को सम्मिलित करता है.

Phase test plan –

यह टेस्ट प्लान testing strategy के किसी एक phase के बारें में बताता है. उदाहरण के लिए – tools की एक list, test cases की list आदि.

Testing type specific test plans –

इस टेस्ट प्लान को एक मुख्य प्रकार की टेस्टिंग के लिए design किया जाता है जैसे कि – security testing, load testing, performance testing आदि. दूसरे शब्दों में कहें तो specific test plan को non-functional testing के लिए design किया जाता है.

Test Plan को कैसे लिखते हैं?

जैसा कि आपको पता है कि test plan बहुत ही महत्वपूर्ण कार्य होता है. IEEE के अनुसार टेस्ट प्लान को लिखने के निम्नलिखित 7 steps होते हैं:-

how to write test plan in Hindi software testing

Step 1 – product के structure और architecture को analyze करें.

किसी भी product की जानकारी के बिना हम उस product को test नहीं कर सकते. इसलिए हमें सबसे पहले उसके structure और architecture को analyze करना पड़ता है. हमें user की आवश्यकताओं और आशाओं को अच्छी तरह समझना पड़ता है.

Step 2 – test strategy को design करें.

प्रोडक्ट को analyze करने के बाद हमें test strategy को design करना होता है. एक test strategy document एक high-level document होता है जिसे test manager के द्वारा डिजाईन किया जाता है. इस डॉक्यूमेंट में निम्न चीजें define होती है:-

  • project के टेस्टिंग उद्देश्य और इसे कैसे हासिल किया जाए.
  • टेस्टिंग के effort और cost (मूल्य) को निर्धारित करना.

Step 3 – सभी test objectives (उद्देश्यों) को define करें.

एक टेस्टिंग का उद्देश्य software में उपस्थित सभी defects को find करना होता है और software को market में release करने से पहले उसे bug free करना होता है.

Test objectives को define करने के दो steps होते हैं:-

  • उन सभी software features की list बनाएं जिन्हें test करने की जरूरत है.
  • ऊपर list किये गये features के आधार पर test का एक एक goal बनाए.

Step 4 – सभी उपयोगी resources (संसाधनों) को define (परिभाषित) करें।

इस स्टेप में, Project के कार्यों को पूरा करने के लिए जरुरी resources को define किया जाता है. इसमें resource जो है वह human, equipment, और materials हो सकते हैं. यह एक महत्वपूर्ण step है जिससे हमको पता चलता है कि हमें कितने resources की आवश्यकता है.

Step 5 – testing environment को plan करें.

Testing environment, सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर का एक setup होता है जिसमें टेस्टिंग टीम test cases को execute करती है. इस स्टेप में जरूरत के हिसाब से टेस्टिंग एनवायरनमेंट को plan किया जाता है.

Step 6 – सभी activities को एक उपयुक्त तरीके से schedule करें।

test schedule के आधार पर test manager प्रोजेक्ट की progress और cost को monitor कर सकते हैं. schedule को create करने के लिए निम्नलिखित factors को ध्यान में रखा जाता है.

  • Project estimate
  • Project risk estimate
  • Resource estimate
  • Employee roles & responsibilities
  • Test activity deadlines

Step 7 – सभी टेस्ट deliverables निर्धारित करें।

सबसे अंतिम स्टेप test deliverables को निर्धारित करना होता है. यह सभी documents, tools और दूसरे components की एक list होती है जिन्हें develop और maintain किया जाना होता है. software development life cycle के प्रत्येक phase के लिए विभिन्न deliverables होते हैं.

references – https://www.javatpoint.com/test-plan

निवेदन – मुझे उम्मीद है कि यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी रहेगा. इसे अपने friends और classmates के साथ जरुर share कीजिये और आपके किसी भी subject से सम्बन्धित कोई सवाल हो तो उसे नीचे comment करके बताइए. Thanks.

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