हेल्लो दोस्तों! आज की इस पोस्ट में हम JSP in Hindi के बारें में विस्तार से पढेंगे और इसके advantage तथा working को भी देखेंगे. इसको आप पूरा पढ़िए. यह आपको आसानी से समझ में आ जायेगा. तो चलिए शुरू करते हैं:-
टॉपिक
JSP in Hindi
JSP का पूरा नाम java server pages है. यह एक server side technology है जिसे dynamic webpages को create करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। खासतौर पर इसे java web applications को विकसित करने के लिए create किया गया है।
JSP टेक्नोलॉजी java API (Application Program Interface) को access कर सकती है जिससे कारण java पर आधारित web applications को create करना और भी आसान हो जाता है।
JSP technology पूरी तरह से Servlet technology के विपरीत काम करती है। Servlet technology में हम java program के अंदर HTML script को लिखते है वहीँ JSP technology में हम HTML script में java program को लिखते है। हालाँकि एक JSP page भी output के रूप में servlet generate करता है लेकिन JSP में coding करना servlet से कई गुना अधिक आसान होती है।
एक JSP पेज HTML और JSP tags से मिलकर बना होता है। JSP tags की मदद से आप java API’s को use करते है। इन tags की मदद से आप कितने भी बड़े program को आसानी से अपने webpage में include कर सकते है। इस प्रकार आप एक web application को create कर सकते है जो पूरी तरह java पर आधारित होगी।
उदाहरण के लिए HTML से आप सिर्फ web page डिजाईन करते है। यदि आप webpage में कोई functionality डालना चाहते है या उसे dynamic बनाना चाहते है तो आप JSP technology का इस्तेमाल कर सकते है। जैसे कि आप एक converter को create करना चाहते है जो कि binary numbers को decimal में convert करता है। इसके लिए आप logic part पूरा java में लिख सकते है और JSP की मदद से आप इसे webpage में include कर सकते है। इस प्रकार आप एक java पर आधारित web application को create कर सकते है।
हालाँकि web applications को हम बहुत सी दूसरी language के साथ भी create कर सकते है। लेकिन java सबसे secure, powerful और popular language है। इसलिए एक java पर आधारित web application दूसरी web applications से fast, secure और better मानी जाती है। इसी वजह से आजकल ज्यादातर web application जावा का इस्तेमाल करते हुए बनायीं जाती है। साथ ही ऐसे programmers जो java के साथ familiar (परिचित) है उनके लिए JSP technology को use करना बिलकुल आसान हो जाता है।
Difference between Servlet And JSP in Hindi
JSP के बारे में और जानने से पहले आइये देखते है की Servlet और JSP के मध्य क्या अंतर है.
JSP | Servlet |
JSP pages जो है वे servlets से slow होते है क्योंकि इन्हें compile होकर servlet में convert होने में time लग जाता है। | Servlets, JSP से fast होते है क्योंकि ये पहले से compiled होते है और direct ही execute होते है। |
यह automatic page compilation प्रदान करता है जिससे application को बार बार deploy करने की जरुरत नहीं होती है। JSP में किये गए changes live होते है। | जब भी आप servlet programs में कोई changes करते है तो आपको बार बार उसे compile करके run करना होता है। |
JSP सिर्फ HTTP (Hyper Text Markup Language) requests ही handle करता है। | Servlet सभी प्रकार के protocol requests को handle करता है. |
JSP में coding करना बहुत ही आसान होता है. | Servlet programs बहुत ही बड़े होते है और उनकी coding भी बहुत difficult होती है। |
इसमें आप एक HTML script में java program को add करते है. | इसमें आप java program में HTML script को add करते हैं. |
JSP में logic और design अलग-अलग हो जाते है. | Servlets में logic और design जुड़ जाते है। |
Advantages of JSP in Hindi – JSP के फायदे
JSP के फायदे निम्नलिखित हैं:-
- Easy to learn – JSP को सीखना बहुत ही आसान है क्योंकि आप इसमें सामान्य HTML tags की तरह ही JSP tags का प्रयोग करते है। यदि आप HTML और java में आसानी से applications को create कर सकते है तो JSP के द्वारा भी आप आसानी से web applications को create कर सकते है।
- Easy to manage – JSP की मदद से logic part और designing part अलग हो जाते है। क्योंकि designing आप HTML और CSS की मदद से करते है और logic को java की मदद से perform करते है। इसलिए JSP application को manage करना बिल्कुल आसान होता है।
- Automatic page compilation – JSP में आपको बार-बार program को compile नहीं करना पड़ता है जैसे ही आप कोई changes करते है तो changes अपने आप ही apply हो जाते है। JSP आपको automatic page compilation प्रदान करती है। इससे आप application को बार बार deploy करने की problem से बच जाते है।
- JSP के साथ आपको सभी Java API उपलब्ध हो जाती है। उदाहरण के लिए JSP के साथ आपको JDBC API उपलब्ध होती है जिससे आपकी application database से communicate कर सकती है।
- Reliable & Secure – जैसा कि मैने आपको पहले बताया java के support की वजह से JSP दूसरी technologies की तुलना में reliable (विश्वसनीय) और secure (सुरक्षित) है।
Working of JSP (Java Server Pages) in Hindi
Java Server Pages की working में 4 elements बहुत महत्वपूर्ण होते हैं:-
- Web browser
- Web server
- JSP engine
- Servlet engine
जैसे ही वेब ब्राउज़र, JSP page के लिए request करता है यह request सीधे web server के पास पहुँचती है। वेब सर्वर .jsp extension के माध्यम से identify करता है कि ये एक JSP page के लिए request है जो कि वेब सर्वर पर स्टोर है।
इस page को identify करके web server इसे आगे कि processing के लिए JSP engine को pass कर देता है। JSP engine वेब सर्वर पर installed होता है। Apache web server के साथ JSP engine पहले से ही enable होता है।
JSP engine इस JSP page को servlet में convert कर देता है। इसके बाद इस servlet को servlet engine को pass किया जाता है। Servlet engine इस servlet को process करता है और output के रूप में HTML page जनरेट करता है। यह HTML page वेब सर्वर को pass कर दिया जाता है। आखिर में web server इस HTML page को web browser को भेज देता है।
Reference:- https://www.geeksforgeeks.org/introduction-to-jsp/
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Thank you Yugal Joshi ji,
Apke contents easily samajh me aaja h, I’m BCA student. I like to learn in hindi, it my mother tongue.
Thank you
Thanks Mukesh, Mujhe khushi hai ki yah post aapke liye upyogi rahi hai.
bhaisahab jsp components ke bare mai aur batadijiye plz.
Thank you so sir . Me apke contain ko study kar ke muche bahut khushi hui.
Thank you again.