Hello दोस्तों! आज हम इस पोस्ट में What is Frame Relay in Hindi (फ्रेम रिले क्या है?) के बारें में पढेंगे और इसके advantages, characteristics और layers के बारें में भी जानेंगे. इसे आप पूरा पढ़िए, यह आपको आसानी से समझ में आ जायेगा. तो चलिए शुरू करते हैं:-
टॉपिक
What is Frame Relay in Hindi
Frame Relay एक तेज गति का packet switching प्रोटोकॉल है जिसका प्रयोग Wide Area Networks (WANs) में किया जाता है. इसके अलावा यह दो या दो से अधिक Local Area Networks (LANs) के बीच data को transfer करता है.
Frame relay एक packet switched टेक्नोलॉजी है। इसे Local area networks के बीच कम खर्च में data transfer करने के लिए design किया गया था। साथ ही इसे Wide Area Networks में end points के बीच भी इस्तेमाल किया जाता है।
Frame relay एक बहुत ही प्रसिद्ध service रही है। लेकिन अब इसे ज्यादातर internet service providers (ISPs) के द्वारा बंद कर दिया गया है।
फ्रेम रिले OSI model के Layer 1 (Physical Layer) और Layer 2 (Data Link Layer) में काम करता है और इसकी data को transfer करने की गति 64 Kbps से 45 Mbps तक होती है.
जैसा की आपको पता होगा कि packet switched टेक्नोलॉजी में data के transfer होने की कोई guarantee नहीं देती है। Frame relay भी इसी सिद्धांत के अनुरूप काम करता है।
फ्रेम रिले में data को एक frame में डाला जाता है और transmission का काम endpoints पर छोड़ दिया जाता है जिससे data transmission की speed बड़ जाती है।
Advantages of Frame Relay in Hindi – फ्रेम रिले के फायदे
इसके फायदे निम्नलिखित हैं:-
- यह high speed प्रदान करता है. क्योंकि इसमें error detection का प्रयोग नहीं किया जाता है जिससे overhead कम होता है.
- यह X.25 की तुलना में ज्यादा throughput प्रदान करता है.
- इसमें bandwidth को जरूरत के आधार पर allocate किया जाता है.
- इसमें कम cost (लागत) लगती है. इसके द्वारा कम खर्च में ही data को ट्रान्सफर किया जा सकता है.
- इसमें frame का size 9000 bytes का होता है. जो कि सभी LAN frame types के लिए पर्याप्त है.
- यह सुरक्षित connection प्रदान करता है.
- इसमें delay बहुत ही कम होता है.
- फ्रेम रिले पुरानी technology जैसे कि – X.25 और नयी technology जैसे कि – ATM, MPLs दोनोँ को support करता है.
Disadvantages of Frame Relay in Hindi – फ्रेम रिले के नुकसान
फ्रेम रिले के नुकसान निम्नलिखित हैं:-
- फ्रेम रिले में flow control और error control नहीं होता है
- इसमें packets उस क्रम में deliver नहीं होते जिस क्रम में इन्हें send किया जाता है.
- इसमें जिन packets में error होता है उन्हें सीधे discard (निरस्त) कर दिया जाता है.
- यह received packets का acknowledgement प्रदान नहीं करता है.
- यह network congestion की स्थिति में frames को discard कर देता है.
- इसकी data transfer की speed 45 mbps तक होती है इसलिए यह उन protocols के लिए उपयुक्त नहीं होता जिनमें high data rates की जरूरत होती है.
- यह internet service की तुलना में ज्यादा महंगा होता है.
- यह sensitive data (जैसे कि – real time voice, video आदि) को भेजने के लिए suitable (उपयुक्त) नहीं होता.
इसे पढ़ें:- राऊटर क्या है और इसके प्रकार
Characteristics of Frame Relay in Hindi – फ्रेम रिले की विशेषताएं
फ्रेम रिले की विशेषताएं निम्नलिखित हैं:-
- यह केवल data link और physical layer में ही कार्य करता है.
- यह एक connectionless service है.
- यह 64 kbps से 45 kbps तक की speed प्रदान करता है.
- इसमें frames की length अलग-अलग होती है.
- इसमें फ्रेम का size 9000 bytes तक हो सकता है.
- यह bursty data को सपोर्ट करता है.
- फ्रेम रिले केवल errors को detect कर सकता है परन्तु इसमें flow control और error control नहीं होता.
Frame Relay Layers in Hindi
फ्रेम रिले में केवल दो layers होती हैं:-
- Physical Layer
- Data Link Layer
Physical Layer –
फिजिकल लेयर में फ्रेम रिले के लिए किसी विशेष protocol को define नहीं किया गया है. यह उन सभी protocols को support करता है जिन्हें ANSI के द्वारा recognize किया गया है.
Data link layer –
इस लेयर में फ्रेम रिले के द्वारा HDLC के simple version को employ किया जाता है. एक simple version को इसलिए employ किया जाता है क्योंकि फ्रेम रिले में flow control और error connection की आवश्यकता नहीं होती.
Frame Relay Encapsulation Types in Hindi
जब आप frame relay को Cisco router पर configure करते है तो आप इसे serial interface पर encapsulation के रूप में define करते है। Frame relay के साथ आप HDLC या PPP को नहीं use कर सकते है। Frame relay के साथ आप 2 encapsulation types ओ use कर सकते है।
इनके बारे में नीचे बताया जा रहा है।
1: – IETF – यदि आप manually इस type को define नहीं करते है तो Cisco routers पर default रूप से encapsulation type Cisco होता है। इस type को आप केवल तब ही define करेंगे जब आप किसी Cisco router को किसी दूसरे vendor के router से frame relay के द्वारा जोड़ना चाहते है।
2:- Cisco – Cisco devices पर ये default encapsulation type होता है।
Reference:- https://ecomputernotes.com/computernetworkingnotes/network-technologies/frame-relay
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