Booth Algorithm क्या है? – Computer Architecture

Hello दोस्तों! आज हम इस पोस्ट में Booth Algorithm in Hindi (बूथ एल्गोरिथ्म क्या है?) के बारें में पढेंगे. इसे आप पूरा पढ़िए. तो चलिए शुरू करते हैं:-

Booth Algorithm in Hindi

Booth Algorithm एक multiplication (गुणन) एल्गोरिथ्म है जिसके द्वारा हम दो signed binary integers को 2’s complement में गुणा कर सकते हैं.

इस algorithm का प्रयोग multiplication की प्रक्रिया की speed को बढ़ाने के लिए भी किया जाता है. यह एक बहुत कुशल (efficient) एल्गोरिथ्म भी है.

Booth algorithm की खोज 1950 में Andrew Donald Booth ने की थी.

“यह एल्गोरिथ्म multiplier में string bits 0’s पर कार्य करता है जिसे किसी भी अतिरिक्त string bits की जरूरत नहीं होती है, इसमें केवल right-most string bits को shift करने की जरूरत होती है. Multiplier में 1s की एक string, weight 2k से weight 2m तक होता है. Weight 2k से weight 2m को 2k+ 1 से 2m भी समझा जाता है.”

नीचे आपको Booth algorithm का flow chart दिया गया है:-

Steps of Booth algorithm in Hindi

  1. सबसे पहले multiplier और multiplicand को M और Q register के रूप में set किया जाता है.

  2. शुरुआत में हम AC और Qn + 1  registers की value को 0 में set करते है.

  3. SC जो है वो multiplier bits (Q) की संख्या को प्रदर्शित करता है. और यह एक sequence counter है जो कि लगातार घटते रहता है जब तक कि वह 0 तक ना आ जाए.

  4. Qn जो है वह Q की last bit को प्रदर्शित करता है और Qn + 1 जो है वह Qn के बढ़े हुए (incremented) बिट को 1 से दिखाता है।

  5. Booth algorithm के प्रत्येक cycle (चक्र) में Qn और Qn + 1 bits को निम्नलिखित parameters पर check किया जाता है:-

    I). जब दो bits Qn and Qn + 1 00 या 11 हैं, तब हम AC के लिए arithmetic shift right operation (ashr) को परफॉर्म करते हैं और Qn और Qn + 1 के बिट्स 1 से increment हो जाते हैं.

    ii). यदि Qn और Qn + 1 bits 01 है तब multiplicand bits को AC में जोड़ दिया जाता है. उसके बाद, हम AC और QR बिट्स में 1 से right shift operation करते हैं.

    iii). यदि Qn और Qn + 1 के बिट्स 10 है तब M को AC से घटाया जाता है. इसके बाद, हम AC और QR बिट्स में 1 से right shift operation करते हैं.

  6. यह operation तब तक चलता रहता है जब तक कि हम booth algorithm में n-1 bits तक ना पहुँच जाए.

  7. Multiplication Binary Bits  के परिणाम (results) AC और QR रजिस्टरों में store किए जाएंगे।

इसको समझने के लिए आप नीचे दिए गये YouTube video को देखें.

Reference:- https://www.javatpoint.com/booths-multiplication-algorithm-in-coa

निवेदन:- अगर आपके लिए यह आर्टिकल उपयोगी रहा हो तो इसे अपने friends और classmates के साथ अवश्य share कीजिये और आपके computer architecture and organization से सम्बन्धित कोई सवाल हो तो उसे नीचे comment करके बताइए. Thanks.

Leave a Comment