राऊटर क्या है और इसके फायदे, नुकसान क्या है?

हेल्लो दोस्तों! आज हम इस पोस्ट में What is Router in Hindi (राऊटर क्या है?) के बारें में पढेंगे और इसके advantages को भी देखेंगे. इसे आप पूरा पढ़िए, आपको यह आसानी से समझ में आ जायेगा. तो चलिए शुरू करते हैं:- 

Router in Hindi – राऊटर क्या है?

  • Router एक नेटवर्किंग डिवाइस है जिसका इस्तेमाल दो या दो से अधिक कंप्यूटर नेटवर्क के बीच data packets को ट्रांसफर करने के लिए किया जाता है।

  • दूसरे शब्दों में कहें तो, “राऊटर एक internetworking device है जिसका प्रयोग कंप्यूटर नेटवर्कों के मध्य डेटा पैकेट्स को send तथा receive करने के लिए किया जाता है।”

  • राऊटर में एक ऐसा सॉफ्टवेयर होता है जिसकी मदद से डेटा को एक नेटवर्क से दूसरे नेटवर्क में भेजा जाता है।

  • Router एक ऐसा network device है जो यूजर को इंटरनेट की सुविधा प्रदान करता है। अर्थात इसका प्रयोग यूजर के द्वारा इंटरनेट को access करने के लिए किया जाता है।

  • राऊटर की मदद से कोई भी यूजर आसानी से इंटरनेट को एक्सेस कर सकता है और जरुरी डेटा को एक डिवाइस से दुसरे डिवाइस में ट्रांसफर कर सकता है।

  • Router एक डिवाइस से दूसरे डिवाइस में डेटा को डेटा पैकेट्स के रूप में ट्रांसफर करता है। आज के समय में इंटरनेट पर जितना भी data है वह data packets के रूप में मौजूद होता है।

  • Router सबसे पहले data packets को analyze करता है और फिर इनको process करता है। इसके बाद जो भी डिवाइस router के साथ आपस में connect होती है, उन डिवाइस में डेटा को ट्रांसफर कर देता है।

  • राऊटर का निर्माण कुछ लोकप्रिय कंपनियों के द्वारा किया जाता है। जैसे की – Cisco, 3Com, HP, Juniper, D-Link, और Nortel आदि।

  • इसमें डेटा को ट्रांसफर करने के लिए routing protocols का इस्तेमाल किया जाता है।

  • इसका इस्तेमाल LAN (लोकल एरिया नेटवर्क) और WAN (वाइड एरिया नेटवर्क) में किया जाता है।

  • राऊटर दूसरे नेटवर्किंग डिवाइस जैसे कि- hub, switch आदि की तुलना में महंगा होता है।
router in hindi
इसका चित्र

Features of Router in Hindi – राऊटर की विशेषताएं

इसकी विशेषताएं निम्नलिखित हैं-

1- यह OSI model की तीसरी लेयर (नेटवर्क लेयर) पर काम करता है।

2- यह विभिन्न प्रकार के port जैसे gigabit, fast-Ethernet, और STM link की मदद से यूजर को हाई स्पीड इंटरनेट की connectivity प्रदान करता है।

3- राऊटर के मुख्य घटक (component) है- CPU, flash memory, RAM, console, network, और interface card आदि।

4- यह यूजर को LAN और WAN नेटवर्क को connect करने की सुविधा प्रदान करता है।

5- Router एक ऐसा डिवाइस होता है जो physical form में मौजूद होता है जिसे यूजर आसानी से छू सकता है।

6- यह डेटा को IP address के आधार पर फ़िल्टर करता है।

Types of Router in Hindi – राऊटर के प्रकार

इसके प्रकार निम्नलिखित हैं-

types of Router in Hindi

1- Wireless Router (वायरलेस राऊटर)

वायरलेस राऊटर का इस्तेमाल लैपटॉप और स्मार्टफोन जैसे डिवाइसों को Wi-Fi connectivity प्रदान करने के लिए किया जाता है जिससे यूजर आसानी से इंटरनेट को एक्सेस कर सकता है।

जिन devices में Wi-Fi की सुविधा उपलब्ध होती है उन devices में router का उपयोग किया जा सकता है। वायरलेस राऊटर में यूजर को इंटरनेट की सुविधा प्रदान करने के लिए  किसी भी प्रकार की cable का उपयोग नहीं किया जाता।

Wireless router की range लगभग 150 से 300 फ़ीट तक होती है यानी इतनी range में यूजर इंटरनेट को एक्सेस कर सकता है।

Security (सुरक्षा) के मामले में वायरलेस राऊटर काफी अच्छे होते है router में लॉगिन करने के लिए यूजर आईडी और पासवर्ड का उपयोग किया जाता है, जो इसे पूरी तरह secure (सुरक्षित) कर देता है।

2- Core router (कोर राऊटर)

Core router एक प्रकार का राऊटर होता है जो एक नेटवर्क के अंदर डेटा को transmit करता है परन्तु यह नेटवर्कों के बीच में डेटा को ट्रांसमिट नही कर सकता।

इसका उपयोग सभी तरह के नेटवर्क उपकरणों (devices) को इंटरनेट से जोड़ने के लिए किया जाता है।

इसका इस्तेमाल internet service providers (ISPs) के द्वारा किया जाता है। इसके अलावा यह बहुत ही तेज और शक्तिशाली data communication इंटरफ़ेस प्रदान करता है।

3- Broadband routers (ब्रॉडबैंड राऊटर)

इसका इस्तेमाल मुख्य रूप से कंप्यूटर को हाई स्पीड इंटरनेट की सुविधा प्रदान करने के लिए किया जाता है।

Broadband router में इंटरनेट की स्पीड काफी तेज होती है जिसकी मदद से कंप्यूटर डेटा को तेज गति से ट्रांसफर करता है।

इसके अलावा इसका उपयोग voice over IP technology (VOIP) के लिए भी किया जाता है।

ब्रॉडबैंड राऊटर की सुविधा internet service provider (ISP)  के द्वारा प्रदान की जाती है।

ब्रॉडबैंड राऊटर को ब्रॉडबैंड मॉडेम और digital subscriber line (DSL) मॉडेम भी कहा जाता है।

4- Brouter (ब्रॉउटर)

एक Brouter ब्रिज और राऊटर से मिलकर बना होता है। यह bridge के जरिये data को ट्रांसफर करने की  सुविधा  प्रदान करता है।

ब्रॉउटर में bridge और router दोनों की विशेषताएं होती है।

Advantages of Router in Hindi – राऊटर के फायदे

इसके फायदे निम्नलिखित होते हैं-

1- Security (सुरक्षा)

सुरक्षा के मामले में router काफी अच्छे डिवाइस होते है। यह यूजर के डेटा को सुरक्षा प्रदान करता है जिससे यूजर का डेटा पूरी तरह secure (सुरक्षित) रहता है।

इसके अलावा Router में यूजर को लॉगिन करने के लिए user ID और password की ज़रूरत पड़ती है जो इसे और भी ज्यादा secure बना देता है।

2- Dynamic Routing (डायनामिक रूटिंग)

राऊटर में Dynamic routing का इस्तेमाल किया जाता है जिससे राऊटर यह पता लगाता है कि डाटा को ट्रांसफर करने के लिए सबसे best path (रास्ता) कौन-सा है। इसके कारण नेटवर्क में होने वाला traffic काफी हद तक कम हो जाता है।

3– Reliability (विश्वसनीयता)

Router बहुत ही reliable (विश्वनीय) है अगर किसी वजह राऊटर का सर्वर डाउन हो जाता है या फिर केबल में कोई खराबी आ जाती है।

तो router और दूसरे नेटवर्क में इसका कोई भी बुरा प्रभाव नही पड़ता।

सरल शब्दो में कहे तो router का नेटवर्क खराब होने के बावजूद भी router आसानी से काम करता है।

4- Connection (कनेक्शन)

Connection राऊटर का मुख्य कार्य होता है जिसकी मदद से यूजर इंटरनेट कनेक्टिविटी प्राप्त करता है। जिसके कारण यूजर आसानी से डेटा को एक डिवाइस से दुसरे डिवाइस में ट्रांसफर कर सकता है।

राऊटर बहुत सारीं डिवाइसों को एक single नेटवर्क के साथ connect करता है। जिससे productivity (उत्पादकता) बढ़ती है।

5- Packet Filtering ( पैकेट फ़िल्टरिंग)

राऊटर packet filtering और packet switching की सुविधा प्रदान करता है। इसकी मदद से यह डेटा पैकेट्स को filter करता है। अगर कोई डेटा पैकेट खराब होता है तो उसे आगे ट्रांसफर करता है।

6- Integration (जोड़ना)

Routers को modem के साथ integrate किया जा सकता है। इन दोनों के integration से छोटे नेटवर्क को create किया जा सकता है।

7- Easy Installation (आसान इंस्टालेशन)

राऊटर को setup करना किसी भी यूजर के लिए आसान होता है या फिर कहे की router की installation प्रक्रिया काफी आसान होती है, जिसके कारण यूजर को router को इनस्टॉल करने में ज्यादा परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता।

8- Wired & Wireless

यह यूजर को इंटरनेट की सुविधा wired और wireless दोनों तरीको से प्रदान कर सकता है जिसके चलते यूजर को इंटरनेट एक्सेस करने के लिए दो विकल्प मिल जाते है।

यूजर अपनी इच्छा अनुसार दोनों विकल्पों में से किसी एक विकल्प को चुन सकता है।

9- यह collision domain और broadcast domain को अपने आप ही create कर लेता है जिससे यह नेटवर्क ट्रैफिक को कम करता है।

10- यह sophisticated routing, flow control और traffic isolation की सुविधा प्रदान करता है।

Disadvantages of Router in Hindi – राऊटर के नुकसान

1- Speed (गति)

Router डेटा को पूरी तरह analyse करता है जिसके कारण  डेटा analyse करने में router को काफी समय का वक़्त लग जाता है। जिससे इसकी गति काफी धीमी हो जाती है, और इंटरनेट कनेक्शन भी धीमा हो जाता है।

2- Cost (कीमत)

किसी अन्य networking devices की तुलना में routers काफी ज्यादा expensive (महंगे) होते है क्योकि इसमें सिक्योरिटी और ब्रिज जैसी सुविधाएं उपलब्ध होती है जो इस डिवाइस को और भी ज्यादा expensive बनाती है,  जिसके कारण router को setup करने में काफी पैसो का खर्चा आता है।

3- Implementation (इम्पलीमेंट करना)

इसको इम्पलीमेंट करने के लिए बहुत सारे configurations और NAT की ज़रूरत पड़ती है, NAT और configurations के बिना राऊटर को set up करना काफी मुश्किल होता है।

इसके अलावा simple router के setup में भी private IP address की ज़रूरत पड़ती है जो राऊटर के इम्पलीमेंट करने की प्रक्रिया को काफी मुश्किल बनाता है।

4- Bandwidth Shortage (बैंडविड्थ की कमी)

संचार (communication) करने के लिए राऊटर डायनेमिक रूटिंग तकनीकों (Dynamic routing techniques) का उपयोग करता है जिसके कारण नेटवर्किंग में overheads की समस्या उतपन्न होती है।

Overheads की समस्या उतपन्न होने के कारण यह ज्यादा मात्रा में bandwidth का इस्तेमाल करता है जिससे राऊटर में bandwidth की कमी हो जाती है और राऊटर सही तरीके से काम नहीं कर पाता।

Components of Router in Hindi – राऊटर के घटक

Router में दो प्रकार के घटक (component) होते है। Internal components और External components .

Internal components (आंतरिक घटक)

1.ROM – यह इसका internal component है जिसका उपयोग bootstrap details और operating system को राऊटर में स्टोर करने के लिए किया जाता है।

2.Flash memory – Flash memory का उपयोग राऊटर के द्वारा ऑपरेटिंग सिस्टम की images को रखने के लिए किया जाता है।

3.RAM – RAM को (Random Access Memory) भी कहा जाता है जिसका उपयोग Routing tables, configuration files, caching और buffering details को स्टोर करने के लिए किया जाता है। 

4.NVRAM – NVRAM का उपयोग राऊटर के द्वारा startup config files को स्टोर करने के लिए किया जाता है।

External Components (बाहरी घटक)

1.Virtual terminals – यह इसका external component है इसका इस्तेमाल routers को एक्सेस प्रदान करने के लिए किया जाता है।

2.Network management stations – इसका उपयोग राऊटर के द्वारा नेटवर्क को manage करने के लिए किया जाता है , ताकि सभी नेटवर्क सही तरीके से काम कर सके।

Applications of Router in Hindi – राऊटर के अनुप्रयोग

इसका प्रयोग बहुत सारीं जगहों पर किया जाता है।

1- इसका इस्तेमाल हार्डवेयर डिवाइस को remote location network और सर्वर के साथ जोड़ने के लिए किया जाता है।

सरल शब्दो में कहे तो router का उपयोग hardware devices को उन नेटवर्क और सर्वरों के साथ जोड़ने के लिए किया जाता है जो hardware devices की पहुंच से काफी दूर होते है।

2 – इसका प्रयोग data transmission की प्रक्रिया को तेज गति प्रदान करने के लिए किया जाता है। जिसकी मदद से डेटा को एक डिवाइस से दुसरे डिवाइस में तेज गति के साथ transfer किया जा सके।

Router डेटा को ट्रांसफर करने के लिए high STM link का उपयोग करता है जिसकी वजह से यह wireless और wired communication दोनों को सपोर्ट करता है।

3- इसका इस्तेमाल Internet service providers के द्वारा ई-मेल, वेब पेज, इमेज, ऑडियो और वीडियो फाइलों को ट्रांसफर करने के लिए किया जाता है।

राऊटर IP address की मदद से इन फाइलों को दुनिया के किसी भी कोने में आसानी से transfer कर सकता है।

4- Routers का इस्तेमाल सॉफ्टवेयर परीक्षकों (Software Testers) के द्वारा WAN कम्युनिकेशन के लिए किया जाता है।

5- इसका इस्तेमाल वायरलेस नेटवर्क में VPN को configure करने के लिए किया जाता है।

6- इसका इस्तेमाल डेटा को store करने के लिए भी किया जाता है। राऊटर में डेटा को store करने की पूरी capacity (क्षमता) होती है जिसकी वजह से यह किसी भी प्रकार के डेटा को आसानी से store कर सकता है।

Difference between Router and Switch in Hindi – राऊटर और स्विच के मध्य अंतर

RouterSwitch
यह एक समय में बहुत सारें networks को connect करता है.यह एक समय में बहुत सारीं devices को कनेक्ट करता है.
यह network layer पर कार्य करता है.यह data link layer पर कार्य करता है.
इसका इस्तेमाल LAN और MAN दोनों के द्वारा किया जाता है.इसका इस्तेमाल केवल LAN के द्वारा किया जाता है.
यह NAT (network address translation) को परफॉर्म करता है.यह NAT को perform नही कर सकता.
इसमें data को packet के रूप में send किया जाता है.इसमें data को packet और frame के रूप में send किया जाता है.
राऊटर क्या है?

राउटर एक नेटवर्किंग उपकरण है जिसका प्रयोग कई नेटवर्कों का जोड़ने के लिए किया जाता है।

राऊटर का इस्तेमाल क्यों किया जाता है?

इसका इस्तेमाल internet की सुविधा लेने के लिए किया जाता है.

Reference:- https://www.javatpoint.com/router

निवेदन:– अगर आपके लिए Router in Hindi (राऊटर क्या है?) का यह आर्टिकल उपयोगी रहा हो तो इसे अपने friends और classmates के साथ अवश्य share कीजिये. और आपको किसी भी subject से सम्बन्धित कोई question हो तो उसे नीचे comment करके बताइए.

2 thoughts on “राऊटर क्या है और इसके फायदे, नुकसान क्या है?”

  1. फाइनली मुझे अच्छी तरह समझ आ गया बहुत बहुत धन्यवाद

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