हेल्लो दोस्तों! आज हम इस आर्टिकल में Database Security in Hindi (डेटाबेस सिक्यूरिटी क्या है?) के बारें में पढेंगे. इसे बहुत ही आसान भाषा में लिखा गया है. इसे आप पूरा पढ़िए, यह आपको आसानी से समझ में आ जायेगा. तो चलिए शुरू करते हैं:-
टॉपिक
Database Security in Hindi – डेटाबेस सुरक्षा क्या है?
- Database security का मतलब है, “डाटाबेस में संवेदनशील जानकारी को सुरक्षित रखना और data का loss (नुकसान) होने से बचाना।”
- दूसरे शब्दों में कहें तो, “Database security एक तकनीक है जिसके द्वारा डेटाबेस को hacker और attacker से सुरक्षित किया जाता है।”
- Database की security (सुरक्षा) का काम DBA (database administrator) का होता है।
- Database security एक ऎसी प्रक्रिया है जिसमें डेटाबेस की महत्वपूर्ण information और data को सुरक्षा प्रदान की जाती है जिसकी मदद से यूजर का डाटा पूरी तरह सुरक्षित रहता है जिससे केवल authorized यूजर ही अपने डेटा को एक्सेस कर सकता है।
- सरल शब्दो में कहे तो डेटाबेस सिक्योरिटी सिस्टम को सुरक्षा प्रदान करने की एक ऎसी प्रक्रिया है जिसकी मदद से किसी भी प्रकार के cyber attack से आसानी से बचा जा सकता है।
- साइबर अटैक में unauthorized person यूजर की महत्वपूर्ण जानकारी या डेटा को चोरी करने की कोशिश करता है जिससे कि वह यूजर के डेटा का उपयोग गलत कामो के लिए कर सके।
- Database security का प्रयोग डेटा को मैनेज करने के लिए भी किया जाता है।
Control methods of Database Security in Hindi – डेटाबेस को सुरक्षित रखने की विधियाँ
डेटाबेस को सुरक्षित करने के लिए निम्न methods (विधियों) का इस्तेमाल किया जाता है-
- Authentication
- Access control
- Inference control
- Flow control
- Encryption
1- Authentication
Authentication मतलब यूजर की identity (पहचान) को authenticate (प्रमाणित) करना है. अर्थात् यह सुनिश्चित करना कि जो व्यक्ति डाटाबेस को एक्सेस कर रहा है वह वही व्यक्ति है कोई दूसरा तो नहीं है.
2- Access control
Access control यह सुनिश्चित करता है कि यूजर कौन से डेटा को एक्सेस कर सकता है और कौन से डेटा को एक्सेस नहीं कर सकता. Access Control दो प्रकार के होते है physical और logical .
3- Inference control
Inference control डेटाबेस सिक्योरिटी की एक विधि है जिसका प्रयोग समान्य यूजर से छिपी हुई जानकारी को प्राप्त करने के लिए किया जाता है , इसलिए Inference को माइनिंग तकनीक भी कहा जाता है।
Inference का डेटाबेस काफी जटील (complex) होता है जो काफी अच्छा है क्योकि डेटाबेस जितना ज्यादा जटील होता है वह उतना ही ज्यादा सुरक्षित रहता है।
4- Flow control
Flow control एक ऐसी विधि है जिसका उपयोग sender और receiver के बीच डेटा के प्रवाह (Flow) पर निगरानी रखने के लिए किया जाता है। इसकी मदद से इस बात का पता लगाया जा सकता है कि डेटा का प्रवाह (flow) सही तरीके से हो रहा है या नहीं।
डेटा के flow पर निगरानी इसलिए भी रखी जाती है ताकि डेटा के flow की speed को बढ़ाया जा सके जिससे रिसीवर को डेटा तेज गति के साथ प्राप्त हो।
5- Encryption
Encryption एक ऐसी तकनीक है जिसका उपयोग डिजिटल डेटा को सुरक्षा प्रदान करने के लिए किया जाता है। डिजिटल डेटा को सुरक्षित करने के लिए Encryption पासवर्ड (password) और कुंजी (key) का उपयोग करता है।
एन्क्रिप्शन डेटा को और भी ज्यादा सुरक्षा प्रदान करने के लिए algorithm का प्रयोग करके डेटा को secret codes में बदल देता है जिससे डेटा पूरी तरह सुरक्षित हो जाता है। इन secret codes को पढ़ना नामुमकिन होता है।
Types of Database Security Threats in Hindi – डेटाबेस सुरक्षा खतरों के प्रकार
डाटाबेस की सुरक्षा को निम्नलिखित खतरे (threats) होते हैं-
- Insider threat
- Human Error
- SQL/NoSQL Injection Attacks
- Buffer Overflow Attacks
- DDoS (DoS/DDoS) Attacks
- Malware
1- Insider threat (अंदरूनी खतरा)
Insider threats जिसे अंदरूनी खतरा भी कहा जाता है जो किसी संगठन (organization) के भीतर मौजूद कर्मचारियों , पूर्व कर्मचारियों और ठेकेदारों के द्वारा उत्पन्न होता है।
यह लोग organization में मौजूद डेटा का गलत प्रयोग करने लगते है जिसके कारण Insider threats जैसी समस्या पैदा होती है।
2- Human Error (इंसानी गलती)
इंसानो के द्वारा हुई अनजान गलतियाँ जैसे कमजोर पासवर्ड, पासवर्ड साझा करना और गलत पासवर्ड का उपयोग करना। इन सभी गलतियों को human error कहते है।
3- SQL/NoSQL Injection Attacks
इसमें अटैकर malicious SQL Code का इस्तेमाल डेटाबेस को attack करने के लिए करता है।
4- Buffer Overflow Attacks
Buffer overflow तब होता है जब कोई program या प्रोसेस, buffer में उसकी fixed length से अधिक data को write करने की कोशिश करता है. इससे जो extra डेटा होता है वह overflow कर जाता है.
यह एक vulnerability है जिससे डाटाबेस crash हो सकता है. तथा इससे hacker डेटाबेस को hack कर सकता है.
इसे पूरा पढ़ने के लिए क्लिक करें – Buffer Overflow क्या है?
5- DDoS (DoS/DDoS) Attacks
DDOS अटैक सर्वर को ट्रैफिक से भर देता है, जिससे डेटाबेस unavailable हो जाते हैं।
DDOS attack में किसी database को attack करने के लिए बहुत सारें computers तथा बहुत सारें internet connections का प्रयोग किया जाता है. इस अटैक में प्रयुक्त होने वाले computers को botnet कहते है।
इसे पढ़ने के लिए क्लिक करें– DDOS attack क्या है?
6- Malware
Malware एक प्रकार का सॉफ्टवेयर है जिसका इस्तेमाल यूजर के डेटा को नुकसान पहुंचाने के लिए किया जाता है या फिर कहे की डेटाबेस को नुसकान पहुंचाने के लिए किया गया है।
Advantages of Database security in Hindi – डेटाबेस सुरक्षा के फायदे
1- Database security का प्रयोग करके data को सुरक्षित किया जा सकता है। यह कंपनी की महत्वपूर्ण जानकारी को सुरक्षा भी प्रदान करता है जिसके चलते कंपनी का पूरा डाटा secure रहता है।
2- डेटाबेस सिक्योरिटी malware के हमलो को रोकने का काम करता है। Malware एक ऐसा सॉफ्टवेयर है जो यूजर के महत्वपूर्ण डेटा को नुक्सान पहुचाने का प्रयास करता रहता है ,
लेकिन डेटाबेस सिक्योरिटी की मदद से यूजर का डेटा malware के हमलो से बचा रहता है।
3- Database Security में डेटा को एक्सेस करने की गति काफी तेज होती है यानी यूजर डेटा को तेज गति के साथ एक्सेस का सकता है।
4- डेटाबेस सिक्योरिटी में डेटा को backup करने की सुविधा मौजूद होती है। यदि किसी कारण यूजर का डाटा delete हो जाये तो यूजर डिलीट हुए डेटा को पुनप्राप्त (retrieve) कर सकता है।
Data को हैकर से बचाने के लिए इसकी आवश्यकता होती है.
इसकी विधियाँ बहुत होती है – authentication, access control, inference control, flow control और encryption.
Reference:- https://www.geeksforgeeks.org/control-methods-of-database-security/

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