Coreldraw क्या है और इसके फायदे, नुकसान

हेल्लो दोस्तों! आज हम इस पोस्ट में Coreldraw in Hindi (कोरल ड्रा क्या है?) के बारें में पढेंगे. इसे बहुत ही आसान भाषा में लिखा गया है. इसे आप पूरा पढ़िए, यह आपको आसानी से समझ में आ जायेगा. तो चलिए शुरू करते हैं:-

Coreldraw in Hindi – कोरल ड्रा क्या है?

  • Coreldraw ग्राफ़िक्स को डिजाईन करने वाला सॉफ्टवेयर है जिसे Corel corporation ने वेक्टर ग्राफ़िक्स को edit करने के लिए विकसित किया है।

  • दूसरे शब्दों में कहें तो, “ Coreldraw एक वेक्टर ग्राफ़िक्स सॉफ्टवेयर है जिसका इस्तेमाल ग्राफ़िक्स को edit करने के लिए किया जाता है। इसके अलावा इस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल ग्राफ़िक्स को डिज़ाइन करने के लिए भी किया जाता है।“

  • कोरलड्रा का निर्माण वर्ष 1989 में Corel Corporation के द्वारा किया गया था। यह सॉफ्टवेयर Windows और macOS को सपोर्ट करता है।

  • कोरलड्रा में बहुत ही अच्छे features होते हैं जिनकी मदद से बहुत ही शानदार और आकर्षक 2D graphics को डिजाईन किया जा सकता है.

  • इस सॉफ्टवेयर में बहुत से टूल्स मौजूद होते है जिनकी मदद से यूजर ग्राफ़िक्स में कई प्रकार के colour और effects को add कर सकता है।

  • इसके अलावा यूजर इन टूल्स की मदद से ग्राफ़िक्स का size और shape दोनों को बदल सकता है। इस सॉफ्टवेयर को ग्राफ़िक्स एडिटिंग सॉफ्टवेयर के नाम से भी जाना जाता है।

  • coreldraw को यूजर की ज़रूरतों के मुताबिक कई बार अपडेट किया जा चूका है जिसकी मदद से यूजर को इसमें नए फीचर्स देखने को मिलते है।

  • कोरलड्रॉ का उपयोग logo और poster बनाने के लिए भी किया जाता है। यह सॉफ्टवेयर इसकी ऑफिसियल वेबसाइट पर उपलब्ध है जहा पर जाकर कोई भी यूजर इसे आसानी से डाउनलोड कर सकता है।

  • इस सॉफ्टवेयर का ट्रायल वर्शन उपलब्ध है जिसकी मदद से यूजर कुछ समय के लिए कोरलड्रॉ सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल free में कर सकता है। इसके बाद यूजर इस सॉफ्टवेयर का subscription ले सकता है।

इसे पढ़ें:-

Applications of Coreldraw – कोरल ड्रा के अनुप्रयोग

इसका उपयोग निम्नलिखित जगहों पर किया जाता है:-

1- कोरलड्रा का उपयोग कंपनियों के द्वारा पोस्टर बनाने के लिए किया जाता है।

2- इस सॉफ्टवेयर का उपयोग invitation card (निमंत्रण पत्र) और शादियों के कार्ड को डिज़ाइन करने के लिए किया जाता है।

3- इस सॉफ्टवेयर का उपयोग vector image बनाने के लिए किया जाता है।

4- कोरलड्रा का उपयोग छोटी बड़ी कंपनियों के द्वारा logo डिज़ाइन करने के लिए किया जाता है।

5- इसका उपयोग text के font को बदलने के लिए भी किया जाता है।

6- Bitmap को object में कन्वर्ट करना मुश्किल होता है लेकिन कोरलड्रा इस काम को आसान बना देता है। यह bitmap को आसानी से object में कन्वर्ट कर देता है।

7- यह सॉफ्टवेयर डाक्यूमेंट्स को बनाने में मदद करता है

Advantages of Coreldraw in Hindi – कोरल ड्रा के फायदे

इसके फायदे नीचे दिए गये हैं:-

1- Coreldraw के द्वारा हम object को एक स्थान से दुसरे स्थान में आसानी से move कर सकता है।

2- यह सॉफ्टवेयर सिस्टम के कार्य करने की क्षमता (capacity) को बढ़ा देता है।

3- इस सॉफ्टवेयर को इनस्टॉल करना काफी आसान होता है।

4- इस सॉफ्टवेयर को सिखना और समझना आसान होता है।

5- यह सॉफ्टवेयर विश्वसनीय (reliable) होता है।

6- यह productivity (उत्पादकता) को बढ़ाने में मदद करता है।

7- यह सॉफ्टवेयर आसानी से फाइलों को export कर देता है।

8- Coreldraw को नियमित रूप से update किया जाता है जिसकी वजह से इसमें नए नए फीचर्स देखने को मिलते है।

9- यह सॉफ्टवेयर बहुत कम मेमोरी का उपयोग करता है जिसकी वजह से कंप्यूटर की स्पीड maintain रहती है।

Disadvantages of Coreldraw – कोरल ड्रा के नुकसान

इसके नुकसान निम्नलिखित हैं:-

1- कोरलड्रा के trial version को free इस्तेमाल किया जा सकता है परन्तु इसके बाद यूजर को subscription लेना पड़ता है।

2- यदि coreldraw में बड़े साइज वाले ग्राफ़िक्स को बनाया जाता है तो इससे कंप्यूटर की स्पीड slow हो जाती है।

3- इस सॉफ्टवेयर में vector image बनाने में ज्यादा समय (time) लगता है।

Types of Coreldraw tools in Hindi – कोरल ड्रा के टूल्स

1Pick Toolयह coreldraw का मुख्य टूल है जिसका उपयोग object को select करने और उसकी position को change करने के लिए किया जाता है।

2Free Transform Toolइस टूल का उपयोग ऑब्जेक्ट को rotate , skew , mirror और scale करने के लिए किया जाता है।

3Attract Toolयह टूल ऑब्जेक्ट को reset करने में मदद करता है।

4Eraser Toolइस टूल का इस्तेमाल करके यूजर अपनी इच्छा अनुसार object से कुछ भी delete कर सकता है।

5Crop Toolइस टूल का इस्तेमाल graphics को crop करने के लिए किया जाता है।

6Zoom Toolइस टूल की मदद से यूजर ऑब्जेक्ट के size को बड़ा कर सकता है।

7- Freehand Toolइस टूल का इस्तेमाल करके हम किसी भी प्रकार के ग्राफ़िक्स को डिजाईन कर सकते हैं.

8- Artistic Media Tool – यह टूल एक ब्रश की तरह होता है जिसका इस्तेमाल करके calligraphic text को बनाया जा सकता है.

9- Rectangle Tool – इसका इस्तेमाल rectangle (आयत) बनाने के लिए किया जाता है.

10- Ellipse Tool- इसका प्रयोग करके हम ellipse (दीर्घवृत्त) बना सकते है.

11- Polygon Tool – इसका प्रयोग polygon (बहुभुज) बनाने के लिए किया जाता है.

12- Text Tool – इसका प्रयोग text लिखने के लिए किया जाता है.

13- Parallel Dimension Tool – इस टूल का प्रयोग सिविल इंजिनियर के द्वारा dimension (आयाम) प्रदर्शित करने के लिए किया जाता है.

14- Eye Dropper Tool – यह एक color को pick करने वाला टूल है इसका प्रयोग कलर को pick करने के लिए किया जाता है.

Coreldraw क्यों बेहतर है?

जो काम कोरलड्रा के द्वारा किया जाता है उन कामो को adobe photoshop , adobe illustartor जैसे सॉफ्टवेयर के द्वारा भी किया जा सकता है लेकिन फिर भी ज़्यदातर यूजर coreldraw का उपयोग क्यों करते है ? क्योकि –

1- यह सॉफ्टवेयर Comprehensive (व्यापक) होता है जिसका उपयोग करके किसी भी तरह की फोटो को edit और design किया जा सकता है।

2- यदि आपको creativity करना अच्छा लगता है तो यह सॉफ्टवेयर आपके लिए बेहतर साबित हो सकता है।

3- यह सॉफ्टवेयर productivity को increase करने में मदद करता है।

4- कोरलड्रॉ एक innovative सॉफ्टवेयर होता है जिसमे नए नए फीचर्स देखने को मिलते है।

5- यह सॉफ्टवेयर user friendly होता है।

History of Coreldraw in Hindi – कोरल ड्रा का इतिहास

वर्ष 1987 में Arseng Antonio और Vicky De Guzman दो corel इंजीनियर को वेक्टर बेस्ड प्रोग्राम को डिज़ाइन करने का काम सौपा गया।

ठीक दो साल बाद वर्ष 1989 में पहली बार coreldraw के पहले वर्शन को launch किया गया जिसका नाम coreldraw 1.x था। इस वर्शन को windows ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए डिज़ाइन किया गया था।

इसके बाद ठीक एक साल के बाद वर्ष 1990 में कोरलड्रॉ के दुसरे वर्शन को लॉच किया गया जिसका नाम coreldraw 1.1 था।

इस वर्शन में कुछ नए फीचर्स को add किया गया था जिनकी मदद से 2D और 3D इमेज को डिज़ाइन किया जा सकता था।

इसके बाद कोरलड्रॉ को और भी ज्यादा बेहतर बनाने के लिए इसमें नए फीचर्स को add किया गया और वर्ष 1992 में coreldraw 2 को लॉच कर दिया गया। 

Coreldraw और Photoshop के बीच अंतर

CoreldrawPhotoshop
कोरलड्रा vector पर आधारित सॉफ्टवेयर है जिसका इस्तेमाल vector image को बनाने के लिए किया जाता है.फोटोशॉप pixel पर आधारित सॉफ्टवेयर है इसका इस्तेमाल raster image को बनाने के लिए किया जाता है.
इसे कोरल कारपोरेशन के द्वारा विकसित किया गया है.इसे adobe के द्वारा विकसित किया गया है.
इसका इस्तेमाल ज्यादातर business card, banner और logo बनाने के लिए किया जाता है.इसका इस्तेमाल इमेज edit करने, crop करने और manipulate करने के लिए किया जाता है.
इसका इस्तेमाल बहुत कम किया जाता है.इसका इस्तेमाल बहुत ज्यादा किया जाता है.
यह फोटोशॉप से सस्ता है.यह कोरलड्रा से महंगा होता है.
इसका इस्तेमाल graphic designers के द्वारा किया जाता है.इसका इस्तेमाल professional photographers के द्वारा किया जाता है.
Coreldraw क्या है?

यह एक सॉफ्टवेयर है जिसका इस्तेमाल vector graphics को डिजाईन और एडिट करने के लिए किया जाता है.

कोरलड्रा का इस्तेमाल किसके द्वारा किया जाता है?

इसका इस्तेमाल ग्राफ़िक डिज़ाइनर के द्वारा image और graphics को एडिट और डिजाईन करने के लिए किया जाता है.

Reference:https://www.educba.com/what-is-coreldraw/

coreldraw in Hindi

निवेदन:- अगर आपके लिए Coreldraw in Hindi (कोरल ड्रा क्या है?) का यह आर्टिकल उपयोगी रहा हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ अवश्य share कीजिये. और आपके जो भी questions हो उन्हें नीचे comment करके बताइए. धन्यवाद.

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