नेटवर्क टोपोलॉजी क्या है और इसके प्रकार कितने हैं?

हेल्लो दोस्तों! आज हम इस पोस्ट में Network Topology in Hindi (नेटवर्क टोपोलॉजी क्या है और इसके प्रकार) के बारें में पढेंगे. इसे बहुत ही आसान भाषा में लिखा गया है. इसे आप पूरा पढ़िए, यह आपको आसानी से समझ में आ जायेगा. तो चलिए शुरू करते हैं:-

Network Topology in Hindi – नेटवर्क टोपोलॉजी क्या है?

  • नेटवर्क टोपोलॉजी नेटवर्क का एक स्ट्रक्चर होता है जो यह बताता है कि एक नेटवर्क में कंप्यूटर एक दूसरे के साथ किस प्रकार जुड़े होते हैं।

  • दूसरे शब्दों में कहें तो, “Network Topology नेटवर्क का एक layout है, जो बताता है कि नेटवर्क में computers एक-दूसरे के साथ किस प्रकार connect हुए हैं और वे एक-दूसरे के साथ किस प्रकार कम्युनिकेशन करते हैं।”

  • Network Topology एक प्रकार का कनेक्शन होता है, जो दो या दो से अधिक कंप्यूटरों को आपस में कनेक्ट करता है। जिसकी मदद से डेटा और फाइलों को एक कंप्यूटर से दुसरे कंप्यूटर में ट्रांसफर किया जाता है।

  • नेटवर्क टोपोलॉजी में डेटा और फाइलों को ट्रांसफर करने के लिए इंटरनेट की ज़रूरत नहीं पड़ती। इसमें switch, router और hub जैसे नेटवर्क डिवाइस शामिल होते है।

  • नेटवर्क टोपोलॉजी को ज्यादातर graph के रूप में प्रस्तुत किया जाता है।

  • नेटवर्क टोपोलॉजी, डेटा ट्रांसफर करने की स्पीड को बढ़ा देता है।

  • नेटवर्क टोपोलॉजी को physical और logical दोनों तरीके से परिभाषित किया जाता है।

इसे पढ़ें:-

Types of Network Topology In Hindi – नेटवर्क टोपोलॉजी के प्रकार

नेटवर्क टोपोलॉजी के मुख्य रूप से 6 प्रकार होते हैं, जो कि नीचे दिए गए हैं:-

types of network topology in Hindi

1- Bus Topology (बस टोपोलॉजी क्या है?)

  • बस टोपोलॉजी सबसे सरल प्रकार की टोपोलॉजी है जिसमें communication के लिए केवल एक bus या channel का इस्तेमाल किया जाता है.

  • इस टोपोलॉजी में कंप्यूटरों को आपस में कनेक्ट करने के लिए केवल एक केबल का इस्तेमाल किया जाता है।

  • यह data को केवल एक दिशा में ही ट्रान्सफर करता है, यह दोनों दिशाओं (directions) में data को ट्रान्सफर नहीं कर सकता है.

  • Bus topology का सबसे ज्यादा इस्तेमाल 802.3 और 802.4 स्टैण्डर्ड नेटवर्क में किया जाता है.

  • Bus topology को दूसरे टोपोलॉजी की तुलना में आसानी से configure किया जा सकता है.

  • बस टोपोलॉजी का इस्तेमाल छोटे नेटवर्क में किया जाता है.

  • बस टोपोलॉजी में केबल को backbone cable के नाम से भी जाना जाता है। जिसके द्वारा सभी कंप्यूटर में डेटा को ट्रांसफर किया जाता है।

  • बस टोपोलॉजी में सबसे सरल विधि CSMA (Carrier Sense Multiple Access) है।
bus topology in Hindi network topology

Advantages of Bus Topology in Hindi – बस टोपोलॉजी के फायदे

1- इस टोपोलॉजी को setup करने में कम खर्चा आता है।

2- इस टोपोलॉजी के द्वारा नेटवर्क में कंप्यूटर को connect करना बहुत आसान होता है.

3- इसमें डेटा ट्रांसफर करने की speed (गति) काफी बेहतर होती है।

4- इसके hardware components आसानी से मिल जाते है।

5- यदि इस टोपोलॉजी में एक कंप्यूटर में कोई परेशानी आती है तो दुसरे कंप्यूटर पर इसका असर नहीं होता है।

6- इस टोपोलॉजी में कंप्यूटर को आपस में कनेक्ट करने के लिए एक ही केबल का उपयोग किया जाता है जिसे हम backbone cable कहते है।

7- इसमें hub और switch की जरूरत नहीं पड़ती.

Disadvantages of Bus Topology – बस टोपोलॉजी के नुकसान

1- इस टोपोलॉजी में अधिक मात्रा में केबल का इस्तेमाल किया जाता है।

2- यह बड़े नेटवर्क के लिए उपयोगी नहीं होती.

3- यदि केबल में कोई खराबी आती है तो उसका प्रभाव सभी computers पर पड़ता है।

4- इस टोपोलॉजी में यदि दो कंप्यूटर एक साथ डेटा को ट्रांसफर करते है, तो वह आपस में टकरा जाते है, जिसकी वजह से डेटा को ट्रांसफर करते वक़्त यूजर को समस्याओ का सामना करना पड़ सकता है।

5- यदि इस टोपोलॉजी में नए computers को कनेक्ट किया जाता है तो इसकी स्पीड कम हो जाती है।

6- इस टोपोलॉजी में security (सुरक्षा) की कमी होती है।

2- Ring Topology (रिंग टोपोलॉजी क्या है?)

  • रिंग टोपोलॉजी एक प्रकार की नेटवर्क टोपोलॉजी है जिसमें सभी computers एक ring (गोले) के आकार में एक दूसरे से जुड़े रहते हैं. इसमें जो अंतिम कंप्यूटर होता है वह पहले कंप्यूटर से जुड़ा होता है.

  • इस टोपोलॉजी में प्रत्येक कंप्यूटर अपने नजदीकी दो कंप्यूटरों के साथ जुड़ा रहता है.

  • यह टोपोलॉजी बस टोपोलॉजी की तरह होता है क्योंकि इसमें डेटा को एक ही direction (दिशा) में ट्रांसफर किया जा सकता है।

  • इस टोपोलॉजी में पिछले कंप्यूटर से प्राप्त डेटा को आगे ट्रांसफर कर दिया जाता है।

  • इस टोपोलॉजी का कोई end (अंत) नहीं है क्योकि इसमें प्रत्येक कंप्यूटर एक दुसरे के साथ जुड़ा होता है।

  • रिंग टोपोलॉजी की सबसे सामान्य विधि token passing है। 
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Advantages of Ring Topology in Hindi – रिंग टोपोलॉजी के फायदे

1- इस टोपोलॉजी में Twisted pair केबल का इस्तेमाल किया जाता है , जो महंगे नहीं होते है।

2- Twisted pair केबल आसानी से मिल जाते है।

3- इसमें data को बहुत तेज गति के साथ ट्रांसफर किया जा सकता है.

4:- इसको manage करना बहुत ही आसान है.

5:- इसमें server को डाटा के flow को control करने की जरूरत नहीं होती.

6- रिंग टोपोलॉजी को setup करना काफी आसान होता है।

7- इस टोपोलॉजी को expand किया जा सकता है।

Disadvantages of Ring Topology in Hindi – रिंग टोपोलॉजी के नुकसान

1- यदि इसमें एक केबल में खराबी आती है तो इससे पूरा नेटवर्क fail हो जाता है.

2- इस टोपोलॉजी में एक कंप्यूटर के खराब होने पर पूरा नेटवर्क बंद हो जाता है।

3- इसमें troubleshooting करना मुश्किल होता है.

4:- इसमें नए कंप्यूटर को add और delete करना कठिन होता है.

5- इस टोपोलॉजी में नए कंप्यूटरों को add करने से नेटवर्क की स्पीड slow (धीमी) हो जाती है।

3Star Topology (स्टार टोपोलॉजी क्या है?)

  • यह एक प्रकार की नेटवर्क टोपोलॉजी है जिसमे सभी कंप्यूटर एक central device के साथ जुड़े हुए होते हैं, जिसे hub कहते हैं.

  • स्टार टोपोलॉजी में जो hub होता है वह सर्वर की तरह काम करता है और जो computers होते हैं वह client की तरह कार्य करते हैं.

  • Star topology को star network भी कहा जाता है. यह सबसे प्रसिद्ध नेटवर्क टोपोलॉजी है.

  • स्टार टोपोलॉजी में, यदि एक कंप्यूटर दूसरे कंप्यूटर को डेटा भेजना चाहता है, तो उसे सबसे पहले hub को जानकारी भेजनी होती है, फिर हब उस डेटा को दूसरे कंप्यूटर तक पहुंचाता है।
star topology in Hindi

Advantages of Star Topology in Hindi – स्टार टोपोलॉजी के फायदे

1- Star topology को मैनेज करना काफी आसान होता है।

2- यदि इस टोपोलॉजी में एक केबल खराब हो जाती है तो उसका बुरा असर पूरे नेटवर्क पर नही पड़ता.

3- इसे setup करना आसान होता है.

4- इसमें नए कंप्यूटर को add करना आसान होता है.

5- इसमें data का collision (टकराव) नहीं होता.

6- इसमें fault को detect करना आसान होता है.

7- star topology में डेटा को ट्रांसफर करने की स्पीड काफी high होती है।

Disadvantages of Star Topology in Hindi – स्टार टोपोलॉजी के नुकसान

1- स्टार टोपोलॉजी को इनस्टॉल करने में ज्यादा खर्चा आता है।

2- इसमें ज्यादा केबल की आवश्यकता होती है.

3- यदि इसमें hub ख़राब हो जाता है तो इसके कारण सारें computers काम करना बंद कर देते है.

4- इसमें हब को ज्यादा resources की जरूरत होती है.

4Tree topology (ट्री टोपोलॉजी क्या है?)

  • Tree topology एक नेटवर्क टोपोलॉजी है जिसका tree (पेड) की तरह का स्ट्रक्चर होता है और इसमें computers पेड की शाखाओं (branches) की तरह connect रहते हैं.

  • ट्री टोपोलॉजी को hierarchical topology भी कहते हैं.

  • इस टोपोलॉजी में star और bus topology दोनों की विशेषताएं होती है.

  • ट्री टोपोलॉजी में सबसे ऊपरी कंप्यूटर को root computer कहा जाता है, और अन्य सभी computers रूट डिवाइस के child (बच्चे) होते हैं।

  • इस टोपोलॉजी का इस्तेमाल Wide Area Network (WAN) में किया जाता है.

  • इसमें parent-child hierachy होती है.

  • Tree topology में दो computers के बीच केवल एक ही कनेक्शन को स्थापित (established) किया जा सकता है।
tree topology in hindi

Advantages of Tree Topology in Hindi – ट्री टोपोलॉजी के फायदे

1- इसमें नेटवर्क को manage और maintain करना बहुत आसान होता है.

2- इसमें error को detect और correct करना आसान होता है.

3- इस टोपोलॉजी को expand करना काफी आसान होता है।

4- यह बहुत secure (सुरक्षित) है.

5- ट्री टोपोलॉजी बहुत ही reliable (विश्वसनीय) है.

6- इसमें यदि एक कंप्यूटर ख़राब हो जाता है तो इससे नेटवर्क पर कोई असर नहीं होता.

Disadvantages of Tree Topology in Hindi – ट्री टोपोलॉजी के नुकसान

1- इस टोपोलॉजी में यदि किसी कंप्यूटर में कोई समस्या आती है तो उसे solve करना काफी मुश्किल होता है।

2- इस टोपोलॉजी को इनस्टॉल करने में ज्यादा खर्चा आता है।

3- इसमें नेटवर्क को configure करना मुश्किल होता है.

4- इस टोपोलॉजी में अधिक मात्रा में केबल की आवश्यकता होती है.

5Mesh topology (मेश टोपोलॉजी क्या है?)

  • Mesh topology में, प्रत्येक कंप्यूटर एक विशेष channel के माध्यम से दूसरे कंप्यूटर से जुड़ा रहता है.

  • इसमें दो कंप्यूटर एक-दूसरे के साथ सीधे कम्युनिकेशन कर सकते हैं.

  • इस टोपोलॉजी का ज्यादातर इस्तेमाल wireless network में किया जाता है.

  • Mesh topology के दो प्रकार होते हैं:- full mesh और partial mesh.

    Full mesh – इसमें प्रत्येक कंप्यूटर नेटवर्क में हर दूसरे कंप्यूटर से जुड़ा होता है।
    Partial mesh – इसमें कुछ कंप्यूटर सभी कंप्यूटरों से जुड़े हुए नही होते है.
mesh topology in hindi

Advantages of Mesh Topology in Hindi – मेश टोपोलॉजी के लाभ

1- यह टोपोलॉजी बहुत विश्वसनीय (reliable) होती है।

2- यह high traffic को भी मैनेज कर लेती है.

3- यह बहुत ही secure (सुरक्षित) होती है.

4- यदि इसमें कोई कंप्यूटर ख़राब हो जाता है तो इसका प्रभाव पूरे नेटवर्क पर नहीं पड़ता.

5- इस टोपोलॉजी में संचार (communication) करना आसान होता है।

6- इस टोपोलॉजी में डेटा को ट्रांसफर करने की स्पीड काफी तेज होती है।

Disadvantages of Mesh Topology in Hindi – मेश टोपोलॉजी की हानियाँ

1- Mesh topology को मेन्टेन करके रखना काफी मुश्किल होता है।

2- इस टोपोलॉजी को manage करना मुश्किल होता है।

3- यह काफी महंगा होता है।

4- इसकी प्रक्रिया बहुत complex (कठिन) होती है.

6Hybrid Topology (हाइब्रिड टोपोलॉजी क्या है?)

  • Hybrid topology नेटवर्क टोपोलॉजी का एक प्रकार है जो बस टोपोलॉजी, मेश टोपोलॉजी, रिंग टोपोलॉजी, स्टार टोपोलॉजी और ट्री टोपोलॉजी से मिलकर बनी होती है.

  • इसमें अन्य सभी टोपोलॉजी की विशेषताएं शामिल होती है.

  • दूसरे शब्दों में कहें तो, “हाइब्रिड टोपोलॉजी एक ऐसी नेटवर्क टोपोलॉजी है जो दो या दो अधिक टोपोलॉजी से मिलकर बना होती है.”

  • इसका इस्तेमाल स्कूल, बिज़नस और अन्य जगहों पर जरूरत के अनुसार किया जाता है.
hybrid topology in hindi network topology

Advantages of Hybrid Topology in Hindi – हाइब्रिड के लाभ

इसके लाभ नीचे दिए गये हैं:-

1- यह टोपोलॉजी बहुत विश्वसनीय (reliable) होती है।

2- इसमें error को detect करना आसान होता है.

3- यह high traffic को आसानी से handle कर लेता है.

4- इसका इस्तेमाल बहुत बड़े network को बनाने के लिए किया जाता है.

5- यदि इस टोपोलॉजी में computers को add किया जाता है तो इसकी स्पीड slow नहीं होती।

6- यह टोपोलॉजी flexible होती है जिसे ज़रूरतों के अनुसार डिज़ाइन किया जा सकता है।

Disadvantages of Hybrid Topology in Hindi – हाइब्रिड टोपोलॉजी की हानियाँ

इसकी हानियाँ निम्नलिखित हैं:-

1- इस टोपोलॉजी का स्ट्रक्चर काफी complex होता है।

2- यह काफी expensive (महंगे) होते है।

3- इस टोपोलॉजी को इनस्टॉल करने में ज्यादा केबल की आवश्यकता पड़ती है, जिसकी वजह से यह और भी ज्यादा expensive हो जाती है।

4- इसको install करना काफी मुश्किल होता है.

Physical Topology और Logical Topology के बीच अंतर

Physical TopologyLogical Topology
फिजिकल टोपोलॉजी का मतलब है “नेटवर्क का physical layout.”लॉजिकल टोपोलॉजी का मतलब है “नेटवर्क का layout कैसा दिखेगा और computers के बीच डाटा कैसे ट्रान्सफर होगा.”
इसको हम अपनी आवश्यकता के अनुसार change कर सकते है.इसे हम change नही कर सकते हैं.
यह cost, bandwidth, और scalability को प्रभावित करता है.यह data delivery को प्रभावित करता है.
इसके उदाहरण – star, ring, mesh और bus topologyइसके उदाहरण – Ring आयर Bus.
नेटवर्क टोपोलॉजी क्या है?

यह नेटवर्क का एक layout होता है जो नेटवर्क के structure के बारें में बताता है.

Network topology के कितने प्रकार होते हैं?

इसके 6 प्रकार होते हैं- बस, रिंग, मेश, स्टार, ट्री और हाइब्रिड.

Reference:- https://www.geeksforgeeks.org/types-of-network-topology/

निवेदन:- अगर आपके लिए Network topology in Hindi (नेटवर्क टोपोलॉजी क्या है और इसके types) का यह आर्टिकल उपयोगी रहा हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ अवश्य share कीजिये. और आपके जो भी questions हो उन्हें नीचे comment करके बताइए. धन्यवाद.

7 thoughts on “नेटवर्क टोपोलॉजी क्या है और इसके प्रकार कितने हैं?”

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