हेल्लो दोस्तों! आज हम इस आर्टिकल में Flow Control in Hindi (फ्लो कंट्रोल क्या है?) के बारें में पढेंगे. इसे बहुत ही आसान भाषा में लिखा गया है. इसे आप पूरा पढ़िए, यह आपको आसानी से समझ में आ जायेगा. तो चलिए शुरू करते हैं:-
टॉपिक
Flow Control in Hindi – फ्लो कंट्रोल क्या है?
Flow control एक तकनीक है जिसका उपयोग data के flow को कण्ट्रोल करने के लिए किया जाता है। इस तकनीक के द्वारा data के flow को manage भी किया जाता है।
Flow control डेटा लिंक लेयर का महत्वपूर्ण कार्य है जिसके द्वारा receiver को सही मात्रा में डेटा भेजा जाता है।
flow control का मुख्य उदेश्य sender द्वारा भेजे गए डेटा को overload होने से रोकना ताकि डेटा को किसी प्रकार का कोई नुकसान ना पहुंचे।
Overload की समस्या तब उत्पन्न होती है जब कोई sender किसी receiver को तेज गति से डेटा send करता है और रिसीवर उस डेटा को तेज गति से receive नहीं पाता तो स्थिति में डेटा overload हो सकता है और खराब भी हो सकता है।
रिसीवर frame को receive करने के बाद sender को एक acknowledgment frame वापस भेज देता है, जब सेन्डर acknowledgment frame को प्राप्त कर लेता है तब यह समझता है की receiver अगले frame को accept करने के लिए तैयार है।
Flow control सेन्डर को यह बताता है की डेटा को किस स्पीड और कितनी मात्रा में receiver के पास भेजना चाहिए ताकि receiver बिना किसी समस्या के डेटा को प्राप्त (receive) कर सके।
Methods of flow control in Hindi – फ्लो कंट्रोल की विधियां
Data flow को दो तरीको से कण्ट्रोल किया जा सकता है।
- Stop and Wait Flow control
- Sliding window flow control
1- Stop and Wait Flow control
यह flow control की सबसे सरल विधि (method) है। इस विधि में data और information को frame में विभाजित किया जाता है और एक एक करके फ्रेम को रिसीवर के पास send किया जाता है।
इसमें पहले सेंडर सिर्फ एक फ्रेम रिसीवर को भेजता है और acknowledgement का इंतजार (wait) करता है।
रिसीवर frame को receive करने के बाद sender को एक acknowledgment frame वापस भेज देता है। जब सेन्डर acknowledgment frame को प्राप्त कर लेता है तो तब यह समझता है की receiver अगले frame को accept करने के लिए तैयार है।
Stop and Wait Flow control के फायदे
- यह काफी सरल विधि है।
- यह विधि सटीक (accurate) जानकारी देता है।
- इस विधि में प्रत्येक frame की जांच की जाती है।
Stop and wait control flow के नुकसान
- यह विधि धीमी गति से काम करती है।
- इस विधि में एक समय में केवल एक ही frame को send किया जा सकता है।
- यह विधि ट्रांसमिशन की प्रक्रिया को slow कर देती है।
2- Sliding Window Flow Control
इस विधि में सेन्डर acknowledgement के बिना बहुत सारें frames को receiver के पास भेज सकता है।
इसमें sender और receiver दोनों के पास fix साइज के buffers होते हैं। इन buffers को windows कहा जाता है।
Sliding Window Flow Control के फायदे
1- stop-and-wait विधि की तुलना में यह विधि बेहतर तरीके से perform करती है।
2- यह विधि efficiency को increase करती है।
3- इस विधि में एक समय में बहुत सारें frames को send किया जा सकता है।
Sliding Window Flow Control के नुकसान
1- इस विधि में बहुत सारें frames को ट्रांसफर करने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
2- इस विधि में receiver को sequence (क्रम) में डेटा को receive करना पड़ता है।
Approaches of Flow Control in Hindi – फ्लो कंट्रोल की अप्रोच
1- Feedback – based Flow Control
इस तकनीक में, सेंडर रिसीवर को डेटा फ्रेम तब send करता है जब वह रिसीवर से acknowledgement प्राप्त कर लेता है।
2- Rate – based Flow Control
इस तकनीक में डेटा ट्रांसफर के rate को restrict (बाधित) कर दिया जाता है और इसमें रिसीवर से acknowledgement लेने की जरूरत नही पड़ती।
Reference:- https://www.tutorialspoint.com/flow-control-in-data-link-layer
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