हेल्लो दोस्तों! आज हम इस आर्टिकल में Hybrid Topology in Hindi (हाइब्रिड टोपोलॉजी क्या है और इसके फायदे) के बारें में पढेंगे. इसे बहुत ही आसान भाषा में लिखा गया है. इसे आप पूरा पढ़िए, यह आपको आसानी से समझ में आ जायेगा. तो चलिए शुरू करते हैं:-
टॉपिक
- 1 Hybrid Topology in Hindi – हाइब्रिड टोपोलॉजी क्या है?
- 2 Types of Hybrid Topology in Hindi – हाइब्रिड टोपोलॉजी के प्रकार
- 3 Advantages of Hybrid Topology in Hindi – हाइब्रिड टोपोलॉजी के फायदे
- 4 Disadvantages of Hybrid Topology in Hindi – हाइब्रिड टोपोलॉजी के नुकसान
- 5 Difference between hybrid & tree topology – हाइब्रिड और ट्री टोपोलॉजी में अंतर्
Hybrid Topology in Hindi – हाइब्रिड टोपोलॉजी क्या है?
हाइब्रिड टोपोलॉजी एक प्रकार की नेटवर्क टोपोलॉजी है जिसे दो या दो से अधिक टोपोलॉजी को आपस में मिलाकर बनाया जाता है।
दूसरे शब्दों में कहें तो, “हाइब्रिड टोपोलॉजी एक ऐसी नेटवर्क टोपोलॉजी है जो दो या दो अधिक टोपोलॉजी से मिलकर बना होती है.”
इस टोपोलॉजी को बस टोपोलॉजी, मेश टोपोलॉजी, रिंग टोपोलॉजी, स्टार टोपोलॉजी और ट्री टोपोलॉजी को आपस में मिलाकर बनाया जाता है।
Hybrid topology में mesh , bus , ring , star और tree जैसे topology की विशेषताएं शामिल होती है। इस टोपोलॉजी का उपयोग business और school जैसी जगहों पर किया जाता है।
इस टोपोलॉजी का इस्तेमाल स्कूल, बिज़नस और अन्य जगहों पर जरूरत के अनुसार किया जाता है.
इस टोपोलॉजी का structure काफी जटील (complex) होता है।
Types of Hybrid Topology in Hindi – हाइब्रिड टोपोलॉजी के प्रकार
इसके तीन प्रकार होते है :-
1- Star-Ring hybrid topology
यह एक तरह का हाइब्रिड टोपोलॉजी जिसे बनाने के लिए ring और star topology का प्रयोग किया जाता है।
इसमें रिंग टोपोलॉजी के द्वारा दो या दो से अधिक स्टार टोपोलॉजी को एक वायर्ड कनेक्शन की मदद से जोड़ दिया जाता है। इस टोपोलॉजी में डेटा दोनों दिशाओ यानि (unidirectional और bidirectional) में travel करता है।
2- Star-Bus hybrid topology
इस टोपोलॉजी को बनाने के लिए star और bus topology को आपस में जोड़ा जाता है।
इसमें बस टोपोलॉजी का उपयोग करके दो या दो से अधिक स्टार टोपोलॉजी को एक wire connection के द्वारा जोड़ा जाता है।
यह टोपोलॉजी स्टार टोपोलॉजी को आपस में जोड़ती है जिसकी वजह से यह एक backbone structure का निर्माण करती है। backbone structure एक वायर कनेक्शन होता है जिसकी मदद से devices आपस में कनेक्ट होते है।
3- Hierarchical Network Topology
Hierarchical network topology को ट्री टोपोलॉजी के नाम से भी जाना जाता है जिसका स्ट्रक्चर एक पेड़ (tree) की तरह होता है। इस टोपोलॉजी में बड़े नेटवर्क का निर्माण किया जाता है।
ऐसा करने के लिए यह टोपोलॉजी अलग अलग लेयर पर मौजूद multiple groups को आपस में जोड़ती है।
Advantages of Hybrid Topology in Hindi – हाइब्रिड टोपोलॉजी के फायदे
1- यह एक विश्वसनीय (reliable) टोपोलॉजी है।
2- इस टोपोलॉजी में error को detect करना आसान है।
3- यह टोपोलॉजी high traffic को आसानी से handle कर सकती है।
4- इस टोपोलॉजी का उपयोग बड़े नेटवर्क बनाने के लिए किया जाता है।
5- यदि इस टोपोलॉजी में नए devices को add किया जाता है तो इसकी स्पीड कम नहीं होती।
6- यह टोपोलॉजी flexible होती है जिसे ज़रूरतों के अनुसार डिज़ाइन किया जा सकता है।
7- इस टोपोलॉजी को expand किया जा सकता है।
Disadvantages of Hybrid Topology in Hindi – हाइब्रिड टोपोलॉजी के नुकसान
1- इस टोपोलॉजी का structure जटील (complex) है।
2- यह काफी expensive है।
3- इस टोपोलॉजी के setup में ज्यादा केबल का उपयोग किया जाता है।
4- इसका setup करना मुश्किल है।
Difference between hybrid & tree topology – हाइब्रिड और ट्री टोपोलॉजी में अंतर्
Hybrid Topology | Tree Topology |
हाइब्रिड टोपोलॉजी का structure काफी जटील है। | इसका structure कम जटिल (complex) है। |
यह टोपोलॉजी server और client concept का उपयोग नहीं करती। | यह टोपोलॉजी client और server concept का उपयोग करती है। |
ट्री टोपोलॉजी की तुलना में यह तेज गति से डेटा को ट्रांसफर करती है। | यह धीमी गति से डेटा को transfer करती है। |
इस टोपोलॉजी को install करना काफी मुश्किल है। | इस टोपोलॉजी को install करना आसान है। |
इस टोपोलॉजी के setup में ज्यादा खर्चा आता है। | ट्री टोपोलॉजी के setup में कम खर्चा आता है। |
Exam में पूछे जाने वाले प्रश्न
हाइब्रिड टोपोलॉजी एक प्रकार की नेटवर्क टोपोलॉजी है जिसे दो या दो से अधिक टोपोलॉजी को आपस में मिलाकर बनाया जाता है।
इसके तीन प्रकार होते है।
Reference:– https://www.computerhope.com/jargon/h/hybrtopo.htm
निवेदन:- अगर आपके लिए Hybrid Topology in Hindi (हाइब्रिड टोपोलॉजी क्या है और इसके फायदे) का यह पोस्ट उपयोगी रहा हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ अवश्य share कीजिये. और आपके जो भी questions हो उन्हें नीचे comment करके बताइए. धन्यवाद.