Cryptography in Hindi – क्रिप्टोग्राफ़ी क्या है?

हेल्लो दोस्तों! आज हम इस आर्टिकल में Cryptography in Hindi (क्रिप्टोग्राफ़ी क्या है और इसके प्रकार) के बारें में पढेंगे. इसे बहुत ही आसान भाषा में लिखा गया है. इसे आप पूरा पढ़िए, यह आपको आसानी से समझ में आ जायेगा. तो चलिए शुरू करते हैं:-

Cryptography in Hindi – क्रिप्टोग्राफ़ी क्या है?

cryptography एक प्रकार की तकनीक है जिसका उपयोग information और communication को सुरक्षा प्रदान करने के लिए किया जाता है जिसकी मदद से यूजर का डेटा सुरक्षित रहता है।

दुसरे शब्दो में कहे तो यह Information और Communication को protect करने की एक विधि (Method) है। यह तकनीक information और communication को protect करने के लिए एक प्रकार के code का उपयोग करती है।

Information को इसलिए सुरक्षित किया जाता है ताकि कोई दूसरा व्यक्ति यूजर की permission के बिना उसके डेटा का उपयोग ना कर सके।

क्रिप्टोग्राफ़ी में जिन तकनीकों का उपयोग किया जाता है उनका निर्माण mathematical concepts के द्वारा किया जाता है। यह calculation का एक set होता है जिसे algorithm के रूप में जाना जाता है।

इस Algorithm का प्रयोग डिजिटल सिग्नेचर , डेटा को protect , debit और credit card की transaction को secure और internet पर browsing करने के लिए किया जाता है।

क्रिप्टोग्राफ़ी उन प्रक्रियाओं के साथ कनेक्ट होती है जहा पर plain text को cipher text में convert किया जाता है।

cipher text एक ऐसा text होता है जिसमे टेक्स्ट का रिसीवर टेक्स्ट को decode में कन्वर्ट कर देता है जिस प्रक्रिया को encryption कहा जाता है।

cipher text को plain text में बदलने की प्रक्रिया को decryption कहते है।

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Features of Cryptography in Hindi – क्रिप्टोग्राफ़ी की विशेषताएँ

1- क्रिप्टोग्राफ़ी में सूचनाओं को केवल वही यूजर read कर सकता है जिसके पास इसका Access होता है।

2- इस तकनीक में एक बार sender के द्वारा Receiver को message भेजे जाने के बाद उस message को modify या edit नहीं किया जा सकता।

3- इस तकनीक में sender के द्वारा receiver को भेजा गया डेटा store हो जाता है।

4- इसमें सेन्डर रिसीवर को message को भेजने के बाद इनकार नहीं कर सकता की उसने मैसेज नहीं भेजा जिसे हम non – repudiation की स्थिति भी कहते है।

Types of Cryptography in Hindi – क्रिप्टोग्राफ़ी के प्रकार

इसके तीन प्रकार होते है :-

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1- Symmetric Key Cryptography

इस क्रिप्टोग्राफ़ी को Symmetric Encryption के नाम से भी जाना जाता है। यह एक प्रकार का Algorithm होता है जिसका उपयोग text या Message को encrypt और decrypt करने के लिए किया जाता है।

यह क्रिप्टोग्राफ़ी टेक्स्ट और मैसेज को encrypt और decrypt करने के लिए यह single common key का प्रयोग करती है।

इसमें डेटा को एक format में convert कर दिया जाता है जिस डेटा को Read करना किसी भी यूजर के लिए मुश्किल होता है।

यह क्रिप्टोग्राफ़ी बड़ी मात्रा में डेटा को exchange कर सकती है।

2- Hash Function

हैश फंक्शन एक mathematical function है जिसका उपयोग numerical input को compress यानि छोटा करने के लिए किया जाता है।

दुसरे शब्दो में कहे तो यह एक प्रकार की cryptography है जिसका उपयोग बड़ी संख्या वाले नंबर को छोटा करने के लिए किया जाता है।

इसका उपयोग सूचनाओं को सुरक्षित (secure) करने के लिए भी किया जाता है। यह ऑपरेटिंग सिस्टम में password को Encrypt करने में मदद करती है।

3- Asymmetric Key Cryptography

इस क्रिप्टोग्राफ़ी को Public-key cryptography के नाम से भी जाना जाता है। इस क्रिप्टोग्राफ़ी का उपयोग सूचनाओं को encrypt और decrypt करने के लिए किया जाता है।

यह क्रिप्टोग्राफ़ी सूचनाओं को encrypt और decrypt करने के लिए दो प्रकार की कुंजी (key) का इस्तेमाल करती है, public और Private Key . public key का इस्तेमाल encryption और private key का इस्तेमाल decryption के लिए किया जाता है।

Application of Cryptography in Hindi – क्रिप्टोग्राफ़ी के उपयोग

1- क्रिप्टोग्राफ़ी का उपयोग संचार (communication) को encrypt करने के लिए किया जाता है।

2- यह डिजिटल डेटा को protect करने में मदद करती है।

3- इसका उपयोग डेटा को encrypt करने के लिए किया जाता है।

4- इसका उपयोग end to end एन्क्रिप्शन के लिए किया जाता है जिसकी वजह से message को केवल sender और receiver के द्वारा read किया जा सकता है।

5- इसका उपयोग Information को सुरक्षित करने के लिए किया जाता है।

6- यह encrypted डेटा को स्टोर करने में मदद करती है।

7- इसका प्रयोग encrypted password को store करने के लिए किया जाता है।

Types of Cryptography Tool in Hindi – क्रिप्टोग्राफ़ी टूल के प्रकार

इसके पांच प्रकार के टूल :-

1- Security Tokens

सिक्योरिटी टोकन को authentication token भी कहा जाता है। यह एक physical device होता है जिसका उपयोग यूजर को authenticate करने के लिए किया जाता है।

डेटा को सुरक्षित तरीके से एक डिवाइस से दुसरे डिवाइस में transfer करने के लिए security token को encrypt कर दिया जाता है।

2- Authentication using Key

इस टूल में user की identity को confirm करने के लिए एक प्रकार के algorithm का प्रयोग किया जाता है।

key based authentication में यूजर की identity को confirm करने के लिए दो प्रकार की कुंजी (key) का इस्तेमाल किया जाता है public और private key .

3- Docker

यह एक tool है जिसका उपयोग application को बनाने के लिए किया जाता है। Docker में Information को store किया जाता है जो पूरी तरह से encrypted होती है।

इसके अलावा docker में फाइलों को store किया जाता है जिन फाइलों को केवल वही यूजर open कर सकता है जिसके पास उन फाइलों को open करने की access key मौजूद हो। इस टूल में यूजर का डेटा पूरी तरह से secure रहता है।

4- Sign Tool

यह भी एक tool है जिसका उपयोग microsoft की फाइलों पर signature करने के लिए किया जाता है। signtool का उपयोग करके फाइलों को verify भी किया जा सकता है।

5- Java Cryptography Architecture

Java Cryptography Architecture को शार्ट फॉर्म में JCA कहा जाता है जिसका उपयोग सुरक्षा से संबंधित कार्यो को manage करने के लिए किया जाता है।

जैसे encryption की प्रक्रिया को maintain करके रखना और keys को manage करना आदि।

How Does Work Cryptography – क्रिप्टोग्राफ़ी काम कैसे करती है ?

जब भी sender किसी message को receiver के पास भेजता है तो क्रिप्टग्राफी encrypted messaging service का उपयोग करके मैसेज को code में कन्वर्ट कर देती है जिसकी वजह से केवल रिसीवर ही उस मैसेज को read कर सकता है।

cryptography encryption तकनीक का उपयोग करके यूजर के डेटा और Information को protect करती है।

Exam में पूछे जाने वाले प्रश्न

क्रिप्टोग्राफ़ी क्या है?

यह एक प्रकार की तकनीक है जिसका उपयोग information और communication को सुरक्षा प्रदान करने के लिए किया जाता है जिसकी मदद से यूजर का डेटा सुरक्षित रहता है।

क्रिप्टोग्राफ़ी के कितने प्रकार होते है।

इसके तीन प्रकार होते है।

Reference:https://www.geeksforgeeks.org/cryptography-and-its-types/

निवेदन:- अगर आपके लिए Cryptography in Hindi (क्रिप्टोग्राफ़ी क्या है और इसके प्रकार) का यह पोस्ट उपयोगी रहा हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ अवश्य share कीजिये. और आपके जो भी questions हो उन्हें नीचे comment करके बताइए. धन्यवाद.

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