Server in Hindi – सर्वर क्या है और इसके प्रकार

हेल्लो दोस्तों! आज हम इस आर्टिकल में (Server in Hindi – सर्वर क्या है और इसके प्रकार) के बारें में पढेंगे. इसे बहुत ही आसान भाषा में लिखा गया है. इसे आप पूरा पढ़िए, यह आपको आसानी से समझ में आ जायेगा. तो चलिए शुरू करते हैं:-

Server in Hindi – सर्वर क्या है?

सर्वर एक प्रोग्राम या हार्डवेयर डिवाइस होता है जो दूसरे कंप्यूटर को डेटा देता है। यह डिवाइस सिस्टम को LAN (लोकल एरिया नेटवर्क) और WAN (वाइड एरिया नेटवर्क) पर डेटा प्रदान करता है।

यह डिवाइस नेटवर्क पर किए गए request को प्राप्त करता है और उनका जवाब देता है। इसके अलावा यह डिवाइस कंप्यूटर पर वेब फाइलों के लिए request प्राप्त करता है और उन फाइलों को क्लाइंट के पास भेजता है।

जब भी कोई कंप्यूटर किसी दुसरे कंप्यूटर के साथ संसाधनों (resources) को शेयर करता है उस प्रक्रिया को सर्वर कहा जायेगा। यह डिवाइस नेटवर्क रिसोर्सेज को manage भी करता है।

सर्वर में प्रिंट सर्वर, फ़ाइल सर्वर, नेटवर्क सर्वर और डेटाबेस सर्वर जैसी category शामिल होती है। सर्वर का कार्य ईमेल को स्वीकार करना है और डेटा कोस्टोर करना है।

इसके अलावा सर्वर कई अन्य काम भी कर सकते है जैसे फाइलों को स्टोर करना और क्लाइंट से प्रिंट कार्यो को स्वीकार करना और उन्हें नेटवर्क से जुड़े प्रिंटर पर भेजना।

सर्वर के कई प्रकार होते है जैसे :- वेब सर्वर वेब सर्वर , मेल सर्वर और वर्चुअल सर्वर। इसके अलावा भी बहुत से सर्वर होते है।

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Types of Server in Hindi – सर्वर के प्रकार

सर्वर के निम्नलिखित प्रकार होते होते है जिन्हे निचे समझाया गया है :-

1- Web Server

यह एक प्रकार का सर्वर है जिसका उपयोग यूजर के वेब ब्राउज़र में फाइलों को ट्रांसफर करने के लिए किया जाता है। वेब सर्वर फाइलों को ट्रांसफर करने के लिए नेटवर्क का इस्तेमाल करता है।

यह सर्वर डिस्क से information को लोड करता है और वेब ब्राउज़र को material प्रदान करता है। इस सर्वर का उपयोग इंटरनेट पर यूजर को कंटेंट प्रदान करने के लिए भी किया जाता है।

वेब सर्वर के कुछ उदहारण apache, tomcat और nginx आदि। इसके अलावा भी बहुत से वेब सर्वर होते है।

2- Application server

एप्लीकेशन सर्वर application को update और upgrade करने की परमिशन देता है। इस सर्वर का उपयोग वेब बेस्ड एप्लीकेशन को develop करने और run करने के लिए किया जाता है।

यह सर्वर डेटा को सुरक्षा प्रदान करता है। इसके अलावा इस सर्वर का इस्तेमाल डेटाबेस सर्वर और एंड-यूज़र को आपस में जोड़ने के लिए किया जाता है।

यह सर्वर एप्लीकेशन की performance को इम्प्रूव करता है। इस सर्वर के कुछ उदहारण .NET फ्रेमवर्क, जावा और PHP एप्लिकेशन है।

3- Cloud server

यह एक वर्चुअल सर्वर है जो क्लाउड कंप्यूटिंग environment में run करता है। इस सर्वर को एक्सेस करने के लिए एक प्रकार के रिमोट का इस्तेमाल किया जाता है।

यह सर्वर फिजिकल सर्वर के समान होता है जिसमे फिजिकल सर्वर के सभी फीचर्स शामिल होते है। क्लाउड सर्वर के कुछ उदहारण Google का क्लाउड प्लेटफ़ॉर्म और Microsoft Azure है।

4- Database server

यह सर्वर एक कंप्यूटर सिस्टम की तरह होता है जो दुसरे कंप्यूटर को डेटाबेस से डेटा तक पहुंचने और retrieve करने की परमिशन देता है।

डेटाबेस सर्वर का उपयोग कंपनियों के द्वारा स्टोरेज स्पेस के लिए किया जाता है। यह यूजर को डेटा तक पहुंचने में मदद करता है ऐसा करने के लिए यह सर्वर क्वेरी भाषा का इस्तेमाल करता है।

डेटाबेस में DB2, Oracle, Microsoft SQL और Informix जैसे प्रकार शामिल होते है।

5- Dedicated server

यह एक सिंगल कंप्यूटर होता है जिसे एक प्रकार की कंपनी के द्वारा होस्ट किया जाता है। जो कंपनी डेडिकेटेड सर्वर को होस्ट करती है वह कंपनी केवल उस सर्वर को एक्सेस करने की परमिशन दे सकती है।

इस सर्वर को केवल एक ही क्लाइंट के पास शेयर किया जा सकता है। इस सर्वर का इस्तेमाल प्रिंटर रिसोर्सेज को manage करने के लिए किया जाता है।

यह सर्वर ऑपरेटिंग सिस्टम और इनस्टॉल किये गए एप्लीकेशन को manage करके रखता है। इसके अलावा यह डेटा बैकअप, डिजास्टर रिकवरी और फ़ायरवॉल जैसी कार्यो को मेन्टेन करने का काम भी करता है।

इस सर्वर में यूजर का डेटा पूरी तरह सुरक्षित रहता है क्योकि यह सर्वर डेटा को सिक्योर रखने के लिए एडवांस तकनीक का प्रयोग करती है।

6- Print server

प्रिंटर सर्वर नेटवर्क का एक हिस्सा होता है जो अधिक मात्रा में प्रिंटर को manage करता है। यह सर्वर प्रिंटर की मदद से रिक्वेस्ट का जवाब देता है।

7- Proxy server

प्रॉक्सी सर्वर एक कंप्यूटर सर्वर है जो क्लाइंट और सर्वर के बीच एक माध्यम (medium) की तरह काम करता है। यह सर्वर गेटवे सर्वर का एक हिस्सा होता है जिसका उपयोग लोकल नेटवर्क को बाहरी नेटवर्क (external network) से अलग करने के लिए किया जाता है।

यह सर्वर क्लाइंट से request प्राप्त करता है और उसे प्रोसेस के लिए दुसरे सर्वर पर भेजता है। इसके अलावा यह दुसरे सर्वर से information भी प्राप्त करता है। इस सर्वर का मुख्य कार्य सर्वर पेज को तेजी से लोड करना है।

8- File server

फाइल सर्वर का उपयोग फाइलों को स्टोर और distribute करने के लिए किया जाता है। यह सर्वर एक या एक से अधिक यूजर को फाइल को शेयर करने में मदद करता है।

इसके अलावा यह सर्वर readability और writing speed में सुधार करता है।

9- Mail server

मेल सर्वर एक सेंट्रल कंप्यूटर होता है जो नेटवर्क पर यूजर के लिए इलेक्ट्रॉनिक ईमेल को स्टोर करता है। यह सर्वर एक पोस्ट ऑफिस की तरह काम करता है जो यूजर को भेजे गए ईमेल प्राप्त करता है और उन्हें तक तक स्टोर करके रखता है जब तक कोई यूजर रिक्वेस्ट ना भेजे।

यह सर्वर ईमेल भेजने और प्राप्त करने के लिए SMTP (सिंपल मेल ट्रांसफर प्रोटोकॉल) का इस्तेमाल करता है। कभी-कभी, मेल सर्वर और वेब सर्वर एक ही मशीन में मर्ज हो जाते हैं।

कंप्यूटर पर एक मेल सर्वर सॉफ़्टवेयर स्थापित होना चाहिए, जो सिस्टम के administrator को सर्वर पर होस्ट किए गए किसी भी डोमेन के लिए ईमेल खाते बनाने और मैनेज करने में मदद करता है।

10- Standalone server

यह एक ट्रांसमिशन की तरह होता है जो SATA और SCSI के साथ संचार (communication) करता है। इस सर्वर में दो डेटा पोर्ट शामिल होते है।

11- Domain name service (DNS)

यह एक प्रकार का सर्वर होता है जो domain name और उनके रिकॉर्ड को मैनेज करके रखता है। इस सर्वर का निर्माण वर्ष 1983 में Jon Postel और Paul Mockapetris के द्वारा किया गया। इस सर्वर का मुख्य कार्य end user को वेबसाइट प्रदान करना है।

यह सर्वर domain name , डीएनएस रिकॉर्ड, और network name के डेटा को स्टोर करता है।

12- Blade server

यह सर्वर एक हार्डवेयर कॉम्पोनेन्ट होता है जो सभी सर्वरों के नेटवर्क को आसान बनाता है। इस सर्वर को चेसिस (chassis) में स्थापित किया जाता है।

यह सर्वर एडवांस फंक्शन प्रदान करता है जिसके कारण किसी काम को करना और भी ज्यादा आसान हो जाता है।

How do work Server in Hindi – सर्वर काम कैसे करता है?

सर्वर के काम करने के तरीके होते है जिन्हे निचे step by step समझाया गया है :-

1- Communicate to server

इस स्टेप में जब भी कोई यूजर अपने browser में किसी वेबसाइट का URL type करता है तो उसका ब्राउज़र उस वेबसाइट को host करने वाले server के साथ communicate करता है. ताकि ब्राउज़र पर उस वेबसाइट को दिखाने के लिए data मिल जाए।

2- Breaking the URL

उसके बाद ब्राउज़र यूजर के द्वारा डाले गये URL को तीन हिस्सो में बाट देता है . पहला Protocol (HTTP) दूसरा Server-name और तीसरा File name .

3- Converting Server-name to IP Address

इसके ब्राउज़र उस वेबसाइट के server name को IP address में translate करता है. हर एक वेबसाइट का एक unique IP Address होता है, जिसके कारण ब्राउज़र किसी सर्वर से जुड़ पाता है.

4- Send and Receive requests

इसके बाद browser और server आपस मे कनेक्ट हो जाते है, फिर ब्राउज़र यूजर की request को server तक भेजता है और इस web-page की डिमांड करता है.

सर्वर में सभी फाइलें HTML document के रूप में मौजूद होती है. वहां से यूजर का ब्राउज़र डेटा को वेब पेज में कन्वर्ट करता है और request प्राप्त करने के बाद यूजर की screen पर डिस्प्ले करता है।

Exam में पूछे जाने वाले प्रश्न

सर्वर क्या है?

सर्वर एक प्रोग्राम या हार्डवेयर डिवाइस होता है जो दूसरे कंप्यूटर को डेटा देता है।

सर्वर का इस्तेमाल किसलिए किया जाता है?

इसका इस्तेमाल सिस्टम को LAN (लोकल एरिया नेटवर्क) और WAN (वाइड एरिया नेटवर्क) पर डेटा प्रदान करने के लिए किया जाता है।

Reference:https://www.javatpoint.com/server

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