हेल्लो दोस्तों! आज हम इस आर्टिकल में (Transmission Line in Hindi – ट्रांसमिशन लाइन क्या है?) के बारें में पढेंगे. इसे बहुत ही आसान भाषा में लिखा गया है. इसे आप पूरा पढ़िए, यह आपको आसानी से समझ में आ जायेगा. तो चलिए शुरू करते हैं:-
टॉपिक
- 1 Transmission Line in Hindi – ट्रांसमिशन लाइन क्या है?
- 2 Types of Transmission Line in Hindi – ट्रांसमिशन लाइन के प्रकार
- 3 Application of Transmission Line in Hindi – ट्रांसमिशन लाइन के उपयोग
- 4 Advantages of Transmission Line in Hindi – ट्रांसमिशन लाइन के फायदे
- 5 Disadvantages of Transmission Line in Hindi – ट्रांसमिशन लाइन के नुकसान
Transmission Line in Hindi – ट्रांसमिशन लाइन क्या है?
Transmission Line एक विशेष प्रकार की केबल होती है जिसके द्वारा electric energy (विद्युत ऊर्जा) को एक बिंदु से दूसरे बिंदु तक पहुंचाया जाता है।
दूसरे शब्दों में कहें तो, “ट्रांसमिशन लाइन एक कनेक्टर है जिसके माध्यम से विद्युत ऊर्जा को एक बिंदु (point) से दुसरे बिंदु तक ट्रांसफर किया जाता है।”
सरल शब्दो में कहे तो “ट्रांसमिशन लाइन conductors का एक समूह (set) है जिसका इस्तेमाल बिजली को सुरक्षित तरीके से एक स्थान से दुसरे स्थान में ट्रांसफर करने के लिए किया जाता है।”
बिजली को एक जगह से दूसरी जगह तक ले जाने लिए high voltage line की जरूरत होती है. करंट की स्पीड को हम वोल्टेज कहते है,Transmission line में बहुत हाई वोल्टेज को एक जगह से दूसरी जगह तक ले जाया जाता है,
विद्युत ऊर्जा या बिजली को एक स्थान से दुसरे स्थान में ट्रांसफर करने के लिए कई प्रकार की लाइने होती है लेकिन ट्रांसमिशन लाइन ज्यादा बेहतर होती है।
यह लाइन ज्यादा मात्रा में विद्युत ऊर्जा को ट्रांसफर करने में सक्षम होती है। इसके अलावा यह हाई वोल्टेज पर विद्युत ऊर्जा को ट्रांसफर करती है जिसके कारण विद्युत ऊर्जा तेज गति से ट्रांसफर होती है।
इस लाइन का उपयोग लम्बी दूरी तक विद्युत ऊर्जा को ट्रांसफर करने के लिए भी किया जाता है। ट्रांसमिशन लाइन में इलेक्ट्रिक टावर का उपयोग किया जाता है जो इन लाइनों के कंडक्टर को सपोर्ट करते है।
यह टावर स्टील से बने होते है जो कंडक्टर की performance में सुधार करते है। माइक्रोवेव इंजीनियरिंग में ट्रांसमिशन लाइन को distributed parameter network कहते है जिन्हे ACSR (alumunium conductor steel reinforced) कंडक्टर का उपयोग करके बनाया जाता है।
ACSR कंडक्टर जिस धातु से बना होता है वह बिजली का एक अच्छा कंडक्टर माना जाता है जिसका वजन ताँबे की तुलना में कम होता है।
ट्रांसमिशन लाइन के कई प्रकार होते है जैसे :- Coaxial lines, Waveguides आदि। इसके कुछ महत्वपूर्ण उदहारण टेलीफोन लाइन और इलेक्ट्रिक सप्लाई लाइन है।
इसे भी पढ़े –
Types of Transmission Line in Hindi – ट्रांसमिशन लाइन के प्रकार
इसके निम्नलिखित प्रकार होते है जिन्हे निचे समझाया गया है:-
1- Short Transmission Line
शॉर्ट ट्रांसमिशन लाइन वह लाइन होती है जिसकी लम्बाई 80 किलोमीटर से कम होती है। इस लाइन में वोल्टेज का स्तर (level) 69 kv (किलोवोल्ट) से कम होता है। इन लाइनों का इस्तेमाल AC/DC पावर सिस्टम में जेनरेशन स्टेशन से ट्रांसमिटिंग स्टेशन तक पावर को ट्रांसफर करने के लिए किया जाता है। यह लाइने एक प्रकार के conductor के साथ जुडी होती है जिसके कारण यह बिजली को एक स्थान से दुसरे स्थान में ट्रांसफर कर पाती है।
2- Medium Transmission Line
मिडियम ट्रांसमिशन लाइन की लम्बाई 80 किलोमीटर से अधिक और 250 किलोमीटर से कम होती है। इन लाइनो में वोल्टेज का स्तर (level) 69 किलोवाल्ट से 133 किलोवाल्ट होता है। इन लाइनों की लम्बाई शार्ट ट्रांसमिशन लाइन की तुलना में अधिक होती है और वोल्टेज का लेवल भी अधिक होता है। इसमें लाइनों की performance को कैलकुलेट करने के लिए दो प्रकार की विधियों (methods) का उपयोग किया जाता है। पहला Nominal T model और दूसरा Nominal ∏ (pi) model.
3- Long Transmission Line
लॉन्ग ट्रांसमिशन लाइन की लम्बाई 250 किलोमीटर से अधिक होती है और इन लाइनों का वोल्टेज स्तर (level) 133 (किलोवाल्ट) होता है। इन लाइनों की लम्बाई शार्ट और मिडियम लाइन की तुलना में अधिक होती है और इनका वोल्टेज लेवल भी दोनों से अधिक होता है। यह हमे लाइन के साथ किसी बिंदु (point) पर वोल्टेज और करंट प्राप्त करने की अनुमति (permission) देती है। इसमें पैरामीटर ट्रांसमिशन लाइन की लम्बाई की distribute किया जाता है।
4- Open-wire transmission line
ओपन वायर ट्रांसमिशन लाइन वह लाइन होती है जिसे दो समान तारो की मदद से बनाया जाता है। यह ट्रांसमिशन लाइन का सबसे सरल प्रकार है जिसमे दो प्रकार के conductor का उपयोग किया जाता है। इन लाइनों का इस्तेमाल ध्वनिक तरंगों (acoustic waves) को ट्रांसफर करने के लिए किया जाता है। इनकी लागत काफी कम होती है लेकिन इन्हे स्थापित (establish) करने में ज्यादा खर्चा आता है। यह लाइन ज्यादा मात्रा में विद्युत ऊर्जा को बर्बाद (waste) करती है।
5- Coaxial cable lines
यह एक प्रकार का conductor होता है जिसके चारो तरह एक प्रकार का धातु (metal) होता है जो इसे कवर करता है। इन लाइनों का इस्तेमाल उन जगह पर किया जहां पर हाई लेवल वोल्टेज की आवश्यकता होती है। Co-axial lines की फ्रीक्वेंसी high (उच्च) होती है और इसका इस्तेमाल noisy location (शोर वाली जगहों) पर किया जा सकता है।
6- Overhead transmission lines
ओवरहेड ट्रांसमिशन लाइन वह लाइन होती है जो जमीन से काफी उचाई पर होती है। इन लाइनों के उपर किसी प्रकार का कोई metal नहीं होता। यह पूरी तरह से एक नंगी तार है जिनकी लम्बाई काफी अधिक होती है। इन लाइनों का इस्तेमाल ज्यादा मात्रा में बिजली को ट्रांसफर करने के लिए किया जाता है। दुसरे ट्रांसमिशन लाइन की तुलना में इसमें कम खर्चा आता है।
7- Underground transmission lines
Underground ट्रांसमिशन लाइन इलेक्ट्रिकल केबल होती है जिन्हे जमीन के निचे स्थापित (establish) किया जाता है। इन लाइनों का इस्तेमाल दूरसंचार (telecommunication) के लिए किया जाता है जिसका अर्थ यह है की हम बिजली को लम्बी दूरी तक ट्रांसफर कर सकते है। अंडरग्राउंड ट्रांसमिशन लाइन को स्थापित करने में ज्यादा खर्चा आता है और इन्हे रिपेयर करने में ज्यादा समय का वक़्त लगता है।
Application of Transmission Line in Hindi – ट्रांसमिशन लाइन के उपयोग
1- ट्रांसमिशन लाइन का इस्तेमाल विद्युत ऊर्जा या बिजली को एक स्थान से दुसरे स्थान में ट्रांसफर करने के लिए किया जाता है।
2- इसका इस्तेमाल टेलीफोन लाइन के लिए किया जाता है।
3- इन लाइनों का इस्तेमाल कनेक्टर के स्थान पर किया जा सकता है।
4- इनका इस्तेमाल stub filter में किया जाता है। स्टब फ़िल्टर एक प्रकार का कनेक्शन होता है जिसका इस्तेमाल एक स्थान से दूसरे स्थान तक बिजली को ट्रांसफर करने के लिए किया जाता है।
Advantages of Transmission Line in Hindi – ट्रांसमिशन लाइन के फायदे
1- ट्रांसमिशन लाइन को मेन्टेन और रिपेयर करना आसान होता है।
2- इन्हे स्थापित (establish) करना आसान है।
3- इन लाइनों को स्थापित करने में कम खर्चा आता है।
4- इन लाइनों का उपयोग करके हम कम समय में ज्यादा मात्रा में बिजली को एक स्थान से दुसरे स्थान में ट्रांसफर कर सकते है।
5- यदि कोई लाइन खराब हो जाती है तो उस खराब लाइन को ढूढ़ना आसान होता है।
6- इसमें बिजली को लम्बी दूरी तक ट्रांसफर किया जा सकता है।
- इसे भी पढ़े – डेटा कम्युनिकेशन क्या है इसके प्रकार
Disadvantages of Transmission Line in Hindi – ट्रांसमिशन लाइन के नुकसान
1- ट्रांसमिशन लाइन से निकलने वाली तरंगे (wave) इंसानो के स्वास्थ के लिए खराब होती है।
2- अंडरग्राउंड ट्रांसमिशन लाइन को स्थापित और मेन्टेन करना मुश्किल होता है।
3- Overhead ट्रांसमिशन लाइन के कारण पक्षियों को उड़ने में कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
Exam में पूछे जाने वाले प्रश्न
ट्रांसमिशन लाइन एक कनेक्टर है जिसके माध्यम से विद्युत ऊर्जा को एक बिंदु (point) से दुसरे बिंदु तक ट्रांसफर किया जाता है.
इसमें बिजली को लम्बी दूरी तक ट्रांसफर किया जा सकता है.
Reference:– https://electronicsdesk.com/transmission-lines.html
निवेदन:- अगर आपके लिए (Transmission Line in Hindi – ट्रांसमिशन लाइन क्या है?) का यह पोस्ट उपयोगी रहा हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ अवश्य share कीजिये. और आपके जो भी questions हो उन्हें नीचे comment करके बताइए. धन्यवाद.
Very helpful sir thank you so much sir ji ya maam