Network Operating System in Hindi – नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम क्या है?

हेल्लो दोस्तों! आज हम इस आर्टिकल में (Network Operating System in Hindi – नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम क्या है?) के बारें में पढेंगे. इसे बहुत ही आसान भाषा में लिखा गया है. इसे आप पूरा पढ़िए, यह आपको आसानी से समझ में आ जायेगा. तो चलिए शुरू करते हैं:-

Network Operating System in Hindi – नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम क्या है?

  • Network Operating System एक सॉफ्टवेयर होता है जिसका इस्तेमाल बहुत सारी डिवाइसो और कंप्यूटरों को एक नेटवर्क के साथ जोड़ने के लिए किया जाता है।
  • दूसरे शब्दों में कहें तो, “नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम एक प्रकार का ऑपरेटिंग सिस्टम है जिसका इस्तेमाल दुसरे कंप्यूटर के साथ संचार (communication) करने के लिए किया जाता है।”
  • नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम की मदद से कंप्यूटर अपने data और resources को नेटवर्क पर share कर सकते हैं।
  • आसान शब्दों में कहें तो, “Network OS एक प्रकार का इंटरफ़ेस है जो नेटवर्क पर कई डिवाइस को आपस में जोड़ता है और संसाधनों (resources) को शेयर करने में मदद करता है।”
  • नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम को शार्ट फॉर्म में (NOS) कहते है जो LAN (लोकल एरिया नेटवर्क) से जुड़े वर्कस्टेशन और कंप्यूटर को सपोर्ट करता है।
  • यह ऑपरेटिंग सिस्टम शक्तिशाली कंप्यूटर (powerful computer) पर रन करता है जो नेटवर्क को मैनेज करता है और सुरक्षा प्रदान करता है। यह डेटा और एप्लीकेशन को भी सुरक्षा प्रदान करता है।
  • इस ऑपरेटिंग सिस्टम को नेटवर्क पर कई कंप्यूटर के बीच एप्लीकेशन, फाइलों, और प्रिंटर को शेयर करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
  • यह सर्वर को नेटवर्क से संबंधित कार्यो को करने की क्षमता प्रदान करता है और नेटवर्क से संबंधित सेवाएं (services) प्रदान करता है।
  • नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम के उदाहरण है:- माइक्रोसॉफ्ट विंडोज सर्वर 2003, माइक्रोसॉफ्ट विंडोज सर्वर 2008, Linux, Unix और MAC OS .
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Types of Network operating system in Hindi – नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम के प्रकार

इसके दो प्रकार होते हैं।

1- Peer to Peer

यह एक प्रकार का नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम है जिसका इस्तेमाल छोटे आकार के नेटवर्क और फाइलों को शेयर करने के लिए किया जाता है।

पीयर-टू-पीयर का इस्तेमाल LAN (लोकल एरिया नेटवर्क) में किया जाता है। यह share किये गए संसाधनों (resources) को ट्रांसफर करने में मदद करता है।

इस ऑपरेटिंग सिस्टम का प्रयोग करने से पहले इसे स्थापित (establish) करना होता है। इसे स्थापित करने के लिए हमें adapter card, hub या switch को कंप्यूटर के साथ जोड़ना होता है।

Peer to peer के फायदे

1- इसे स्थापित (establish) करने और मेन्टेन करने में कम खर्चा आता है।

2- इसे dedicated hardware की आवश्यकता नहीं पड़ती।

3- इसे network policies को स्थापित करने के लिए network administrator की आवश्यकता नहीं पड़ती।

4- इसे स्थापित करना काफी आसान है।

Peer to Peer के नुकसान

1- पीयर टू पीयर ऑपरेटिंग सिस्टम कम सुरक्षित होते है।

2- यदि इस ऑपरेटिंग सिस्टम में कोई डिवाइस खराब हो जाता है तो इसका प्रभाव पुरे सिस्टम पर पड़ेगा।

3- इसमें जैसे जैसे नेटवर्क बढ़ता है वैसे वैसे इस नेटवर्क की performance कम होती चली जाती है।

4- इस ऑपरेटिंग सिस्टम में संसाधनों को एक्सेस करने के लिए पासवर्ड की आवश्यकता पड़ती है।

2- Client/server

क्लाइंट-सर्वर नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम वह होते है जिसमे यूजर central server के माध्यम से resources (संसाधनों) को एक्सेस करता है।

यह ऑपरेटिंग सिस्टम, सर्वर पर आधारित ऑपरेटिंग सिस्टम है जिसमें storage और workload को client और server के बीच share किया जाता है।

Client/Server ऑपरेटिंग सिस्टम में Client को front end कहते हैं और Server को back end कहते हैं।

क्लाइंट सर्वर में टेक्नोलॉजी को बदलना काफी आसान होता है लेकिन इसे मेन्टेन करने में ज्यादा खर्चा आता है। इसका इस्तेमाल मुख्य रूप से बड़े नेटवर्क में किया जाता है।

Client/Server के फायदे

1- यह peer to peer की तुलना में अधिक सुरक्षित होता है।

2- इसमें क्लाइंट और सर्वर के बीच काम विभाजित (divide) हो जाता है जिसके कारण नेटवर्क ट्रैफिक कम हो जाता है।

3- यह बड़े organization के लिए एक अच्छा नेटवर्क है।

4- क्लाइंट-सर्वर ऑपरेटिंग सिस्टम को कई प्लेटफार्म पर एक्सेस किया जा सकता है।

Client/Server के नुकसान

1- क्लाइंट-सर्वर को लागू (implement) करने में ज्यादा खर्चा आता है।

2- इसमें network को मैनेज के लिए अच्छे network administration की आवश्यकता पड़ती है।

Features of Network operating System in Hindi – नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम की विशेषताएं

1- नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम की मदद से नेटवर्क पर प्रिंटर और एप्लीकेशन को शेयर किया जा सकता है।

2- यह फाइल सिस्टम और डेटाबेस को शेयर करने में मदद करता है।

3- यह रिमोट प्रिंटर को एक्सेस करने में मदद करता है।

4- इसके द्वारा data का backup लिया जा सकता है।

5- इसका इस्तेमाल LAN (लोकल एरिया नेटवर्क) और WAN (वाइड एरिया नेटवर्क) में किया जाता है।

6- यह user authentication की सुविधा प्रदान करता है।

Functions of Network operating system in Hindi – नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम के कार्य

1- नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम का कार्य user account बनाना और नेटवर्क को मैनेज करना होता है।

2- यह नेटवर्क डिवाइस के बीच संचार (communication) करने में मदद करता है।

3- इसका मुख्य कार्य नेटवर्क की निगरानी (monitoring) करना है।

4- यह नेटवर्क पर संसाधनों को मैनेज करता है।

5- यह नेटवर्क पर resources को control करता है।

Advantages of Network operating System in Hindi – नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम के फायदे

1- इसमें सर्वर अधिक स्थिर (stable) होते है।

2- यह नेटवर्क को अच्छी सुरक्षा प्रदान करता है।

3- इसमें नई तकनीक और हार्डवेयर को आसानी से लागु (implement) किया जा सकता है।

4- इसमें विभिन्न स्थानों से सर्वर को एक्सेस किया जा सकता है।

5- नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम के द्वारा नेटवर्क को मैनेज करना आसान होता है।

Disadvantages of Network Operating system in Hindi – नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम के नुकसान

1- यह कार्य करने के लिए सेंट्रल लोकेशन पर निर्भर होता है।

2- इसमें सर्वर को खरीदने में ज्यादा पैसे खर्च होते है।

3- इस ऑपरेटिंग सिस्टम को नियमित रूप से मेन्टेन और अपडेट करना पड़ता है।

Difference Between Network OS & Distributed OS in Hindi

Network Operating SystemDistributed Operating System
नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम का मुख्य उदेश्य रिमोट क्लाइंट को सेवाएं प्रदान करना होता है।डिस्ट्रीब्यूटेड ऑपरेटिंग सिस्टम का मुख्य उद्देश्य हार्डवेयर रिसोर्सेज को मैनेज करना होता है।
यह सिस्टम संचार फाइलों (communication files) के आधार पर होता है।यह शेयर मेमोरी के आधार पर होता है।
यह डिस्ट्रिब्यूटेड ऑपरेटिंग सिस्टम की तुलना में अधिक scalable है।यह कम scalable है।
इसमें fault tolerance कम होता है।इसमें fault tolerance अधिक मात्रा में होता है।
इसमें implement करना आसान है।इसमें implement करना मुश्किल है।
इसमें सभी nodes अलग अलग ऑपरेटिंग सिस्टम होते है।इसमें सभी nodes एक ही ऑपरेटिंग सिस्टम होता है।

Exam में पूछे जाने वाले प्रश्न

नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम क्या है?

यह एक सॉफ्टवेयर होता है जिसका इस्तेमाल बहुत सारी डिवाइसो और कंप्यूटरों को एक नेटवर्क के साथ जोड़ने के लिए किया जाता है।

नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम का क्या कार्य है?

यह नेटवर्क डिवाइस के बीच संचार (communication) करने में मदद करता है.

Reference:https://www.geeksforgeeks.org/what-is-a-network-operating-system/

निवेदन:- अगर आपके लिए (Network Operating System in Hindi – नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम क्या है?) का यह पोस्ट उपयोगी रहा हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ अवश्य share कीजिये. और आपके जो भी questions हो उन्हें नीचे comment करके बताइए. धन्यवाद.

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