हेल्लो दोस्तों! आज हम इस आर्टिकल में (Multiprocessing Operating System in Hindi – मल्टीप्रोसेसिंग ऑपरेटिंग सिस्टम क्या है?) के बारें में पढेंगे. इसे बहुत ही आसान भाषा में लिखा गया है. इसे आप पूरा पढ़िए, यह आपको आसानी से समझ में आ जायेगा. तो चलिए शुरू करते हैं:-
टॉपिक
- 1 Multiprocessing Operating System in Hindi – मल्टीप्रोसेसिंग ऑपरेटिंग सिस्टम क्या है?
- 2 Types of Multiprocessing Operating System in Hindi – मल्टीप्रोसेसिंग ऑपरेटिंग सिस्टम के प्रकार
- 3 Advantages of multiprocessing operating system in Hindi – मल्टीप्रोसेसिंग ऑपरेटिंग सिस्टम के फायदे
- 4 Disadvantages of multiprocessing operating system in Hindi – मल्टीप्रोसेसिंग के नुकसान
- 5 Application of Multiprocessing operating system in Hindi – मल्टीप्रोसेसिंग ऑपरेटिंग सिस्टम के अनुप्रयोग
- 6 Difference Between Multiprocessing & Multitasking Operating System in Hindi
Multiprocessing Operating System in Hindi – मल्टीप्रोसेसिंग ऑपरेटिंग सिस्टम क्या है?
- Multiprocessing Operating System एक ऐसा आपरेटिंग सिस्टम होता है जिसमें एक से ज्यादा CPU का इस्तेमाल किया जाता है। एक से ज्यादा CPU होने की वजह से कंप्यूटर की performance बढ़ जाती है।
- Multiprocessing OS में, कंप्यूटर का कार्य इन CPU के बीच बांट दिया जाता है। जिससे कार्य बहुत तेज गति से पूरा हो जाता है।
- दूसरे शब्दों में कहें तो, “मल्टीप्रोसेसिंग ऑपरेटिंग सिस्टम वह होता है जिसमें दो या दो से अधिक CPU (सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट) कंप्यूटर के सभी कार्यो को कण्ट्रोल करते है। इस ऑपरेटिंग सिस्टम का इस्तेमाल कंप्यूटर की performance को बेहतर बनाने के लिए किया जाता है।”
- इसमें बहुत सारें CPU आपस में जुड़े होते है जिसके कारण कार्य तेज गति से पुरे हो जाते है। इस ऑपरेटिंग सिस्टम का मुख्य उदेश्य सिस्टम कार्य करने की छमता और स्पीड को बढ़ाना होता है।
- इसमें एक साथ कई कार्यो को करने के लिए एक से अधिक CPU का इस्तेमाल किया जाता है। इसमें प्रत्येक CPU के पास ऑपरेटिंग सिस्टम की एक copy होती है जो एक दुसरे के साथ संचार (communication) करती है।
- मल्टीप्रोसेसिंग ऑपरेटिंग सिस्टम में कई कार्यो को अलग अलग CPU में विभाजित (divide) कर दिया जाता है जिसके कारण कार्य और भी ज्यादा तेज गति से हो पाता है। इसका उपयोग करके कंप्यूटर तेज गति से कैलकुलेशन कर पाता है।
- इस ऑपरेटिंग सिस्टम का इस्तेमाल तब किया जाता है जब बड़ी मात्रा में डेटा को संसाधित (processing) करना होता है।
- Multiprocessing operating system का इस्तेमाल सैटलाइट को नियंत्रित (control) करने, मौसम की भविष्यवाणी (weather forecasting) करने के लिए किया जाता है।
- यह symmetric multiprocessing model पर आधारित ऑपरेटिंग सिस्टम है जिसमे प्रत्येक प्रोसेसर को एक विशेष कार्य सौपा जाता है। यह सिंगल प्रोसेसर सिस्टम की तुलना में सस्ता होता है और अधिक विश्वशनीय (reliable) है जो कम समय में ज्यादा काम करने की क्षमता रखता है।
- मल्टीप्रोसेसिंग ऑपरेटिंग सिस्टम के उदाहरण हैं – Windows NT, windows 2000, windows XP, और Unix आदि।
- Multiprocessor OS के दो प्रकार के होते है पहला shared memory multiprocessor और दूसरा distributed memory multiprocessor .
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Types of Multiprocessing Operating System in Hindi – मल्टीप्रोसेसिंग ऑपरेटिंग सिस्टम के प्रकार
इसके दो प्रकार होते हैं –
1- Symmetrical multiprocessing operating system
इस ऑपरेटिंग सिस्टम को शार्ट फॉर्म में SMP कहते है। यह एक कंप्यूटर प्रोसेसिंग है जिसे कई processor के माध्यम से execute किया जाता है। यह सामान्य ऑपरेटिंग सिस्टम (common OS) और मेमोरी को शेयर करने में मदद करता है।
यह MPP (massively parallel processing) की तुलना में ट्रांसक्शन प्रोसेसिंग के लिए बेहतर होते है। symmetric मल्टीप्रोसैसिंग ऑपरेटिंग सिस्टम को shared every-thing के नाम से भी जाना जाता है जिसमे 16 से कम प्रोसेसर का उपयोग किया जाता है।
यह एक मल्टीप्रोसेसर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर आर्किटेक्चर भी है जिसमे एक जैसे processor होते है। इस ऑपरेटिंग सिस्टम का मुख्य उदेश्य main memory को शेयर करना और I/O डिवाइस तक पहुंच (access) प्राप्त करना होता है।
Symmetrical multiprocessing operating system के फायदे
1- इसमें कोई भी processor आसानी से चल सकता है।
2- इसमें यदि कोई processor खराब हो जाता है तो इसका प्रभाव पुरे सिस्टम पर नहीं पडता।
3- यह विश्वशनीय (reliable) है।
4- यह ऑपरेटिंग सिस्टम सस्ता होता है।
5- इसकी performance काफी अच्छी होती है।
Symmetrical multiprocessing operating system के नुकसान
1- इसमें प्रोसेसर के बिच वर्कलोड को मैनेज करना मुश्किल होता है।
2- SMP को कार्य करने के लिए प्रोग्राम और एप्लिकेशन की आवश्यकता पड़ती है।
3- इसमें एक से अधिक processor को मैनेज करने के लिए synchronization योजनाओ (schemes) की आवश्यकता पड़ती है।
2- Asymmetric multiprocessing operating system
Asymmetric मल्टीप्रोसेसिंग ऑपरेटिंग सिस्टम एक प्रकार का कंप्यूटर सिस्टम है जहा पर प्रत्येक प्रोसेसर को एक स्पेशल कार्य दिया जाता है। इस ऑपरेटिंग सिस्टम में एक प्रकार का मास्टर प्रोसेसर होता है जो अन्य प्रोसेसर की गतिविधियों (activities) को नियत्रित (control) करता है। इसमें मास्टर प्रोसेसर सभी कार्यो को execute करता है।
Asymmetric multiprocessing operating system के फायदे
1- इस ऑपरेटिंग सिस्टम में एक काम को करने के लिए कई प्रोसेसर होते है जिसके कारण कार्य तेज गति से पूरा हो पाता है।
2- यह symmetric MOS की तुलना में सस्ता है।
3- इसे डिज़ाइन करना आसान है।
Asymmetric multiprocessing operating system के नुकसान
1- यह सिस्टम यदि किसी कार्य को मैनेज नहीं कर पाता तो पुरे सिस्टम पर इसका प्रभाव पड़ता है।
Advantages of multiprocessing operating system in Hindi – मल्टीप्रोसेसिंग ऑपरेटिंग सिस्टम के फायदे
1- यह विश्वशनीय (reliable) होता है।
2- इस ऑपरेटिंग सिस्टम में यदि सिस्टम धीमा भी हो जाता है तब भी यह कार्य करता है।
3- इसमें एक समय में ज्यादा काम किया जा सकता है।
4- यह कम मात्रा में बिजली का उपयोग करता है।‘
5- इसमें प्रत्येक कार्य को करने के लिए अलग प्रोसेसर होता है जिसके कारण load कम पड़ता है।
Disadvantages of multiprocessing operating system in Hindi – मल्टीप्रोसेसिंग के नुकसान
1- मल्टीप्रोसेसिंग ऑपरेटिंग सिस्टम काफी जटील (complex) होता है क्योकि इसमें एक समय में कई CPU को मैनेज करना पड़ता है।
2- यह सिंगल प्रोसेसर सिस्टम की तुलना में महंगे होते है।
3- इस ऑपरेटिंग सिस्टम में प्रक्रियाओं को schedule करना और उन्हें संसाधन (resources) प्रदान करना काफी मुश्किल होता है।
Application of Multiprocessing operating system in Hindi – मल्टीप्रोसेसिंग ऑपरेटिंग सिस्टम के अनुप्रयोग
1- इसका इस्तेमाल एक uniprocessor के रूप में SISD (सिंगल इंस्ट्रक्शन सिंगल डेटा स्ट्रीम) में किया जाता है।
2- इसका इस्तेमाल vector processing के लिए भी किया जाता है।
3- यह एक से अधिक डेटा स्ट्रीम को execute करने में मदद करता है।
4- इसका इस्तेमाल UMA (यूनिफार्म मेमोरी एक्सेस) में किया जाता है।
Difference Between Multiprocessing & Multitasking Operating System in Hindi
Multiprocessing Operating System | Multitasking Operating System |
एक सिस्टम से एक अधिक प्रोसेसर का उपयोग करना multiprocessor कहलाता है। | एक समय में एक से अधिक कार्यो को करना मल्टीटास्किंग कहलाता है। |
इसमें CPU की संख्या एक से अधिक होती है। | इसमें CPU की संख्या एक होती है। |
इसमें एक बार में एक process को execute किया जाता है। | इसमें एक बार में एक से अधिक process को execute किया जाता है। |
यह कम economical है। | यह economical है। |
इसमें यूजर की संख्या एक या एक से अधिक हो सकती है। | इसमें यूजर की संख्या एक से अधिक है। |
इसके दो प्रकार होते है पहला , सिंगल यूजर और दूसरा मल्टीप्ल यूजर मल्टीटॉस्किन। | इसके भी दो प्रकार होते है पहला , Symmetric और दूसरा Asymmetric Multiprocessing . |
यह धीमी गति से कार्य करता है। | इसमें एक से ज्यादा CPU का उपयोग किया जाता है जिसके कारण इसकी काम करने गति तेज है। |
इसमें यूजर टास्क की संख्या एक से अधिक है। | इसमें यूजर टास्क की संख्या एक है। |
यह अधिक विश्वशनीय (reliable) है। | यह कम विश्वशनीय (reliable) है। |
इसकी performance अच्छी है। | इसकी performance कम अच्छी है। |
Exam में पूछे जाने वाले प्रश्न
मल्टीप्रोसेसिंग ऑपरेटिंग सिस्टम वह होता है जिसमें दो या दो से अधिक CPU (सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट) कंप्यूटर के सभी कार्यो को कण्ट्रोल करते है। इस ऑपरेटिंग सिस्टम का इस्तेमाल कंप्यूटर की performance को बेहतर बनाने के लिए किया जाता है.
इसके दो प्रकार होते हैं.
Reference:– https://www.javatpoint.com/multiprocessing-operating-system
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