CISC in Hindi – CISC क्या है?

हेल्लो दोस्तों! आज हम इस आर्टिकल में (CISC in Hindi – CISC क्या है?) के बारें में पढेंगे. इसे बहुत ही आसान भाषा में लिखा गया है. इसे आप पूरा पढ़िए, यह आपको आसानी से समझ में आ जायेगा. तो चलिए शुरू करते हैं:-

CISC in Hindi – CISC क्या है?

CISC का पूरा नाम complex instruction set computer (कॉम्प्लेक्स इंस्ट्रक्शन सेट कंप्यूटर) होता है। यह कंप्यूटर आर्किटेक्चर का एक प्रकार है जिसे कंपाइलर डेवलपमेंट (compiler development) को आसान और सरल बनाने के लिए विकसित (develop) किया गया है।

दूसरे शब्दो में कहें तो “CISC जटिल निर्देशों (complex instruction) का एक समूह है जिसका इस्तेमाल जटिल इंस्ट्रक्शन को कैलकुलेट करने के लिए किया जाता है।”

यह एक साथ बहुत सारें instructions को execute कर सकता है, लेकिन इसकी speed (गति) RISC की तुलना में बहुत slow (धीमी) होती है ।

RISC अपने कार्य को execute करने के लिए सरल इंस्ट्रक्शन का उपयोग करता है लेकिन CISC अपने कार्य को पूरा करने के लिए जटिल इंस्ट्रक्शन का उपयोग करता है।

इसे 1970 के दशक में INTEL कंपनी के द्वारा विकसित किया गया था जिसका मुख्य उदेश्य हाई लेवल लैंग्वेज और डेटा स्ट्रक्चर के सभी कार्यो को सही तरीके से करना था।

यह आर्किटेक्चर developers की हार्डवेयर से संबंधित समस्याओ को सुलझाने में मदद करता है। यह आर्किटेक्चर विभिन्न प्रकार के addressing mode को सपोर्ट करता है।

RISC की तुलना में CISC बहुत छोटे कोड का उपयोग करता है जिसके कारण इंस्ट्रक्शन को स्टोर करने के लिए ज्यादा मेमोरी स्पेस की आवश्यकता नहीं पड़ती।

इस आर्किटेक्चर का उपयोग मुख्य रूप से PDP-11 और DEC जैसे बड़े कंप्यूटर, सर्वर और डेटा सेंटर में किया जाता है।

इस आर्किटेक्चर में जो प्रोग्राम होते है उन्हें symbolic machine language के माध्यम से विकसित किया जाता है।

CISC के उदाहरण हैं – System/360, VAX, AMD, और Intel x86 CPUs आदि।

cisc in hindi

Features of CISC in Hindi – CISC की विशेषताएं

1- CISC में कोड की लम्बाई (length) छोटी होती है जिसके कारण इसे बहुत कम RAM (रैंडम एक्सेस मेमोरी) की आवश्यकता होती है।

2- यह इंस्ट्रक्शन को execute करने में अधिक समय लेता है।

3- इसमें एप्लीकेशन को विकसित करने के लिए कम इंस्ट्रक्शन की आवश्यकता होती है।

4- इसमें बहुत कम register का इस्तेमाल किया जाता है।

5- इसमें अधिक addressing modes का इस्तेमाल किया जाता है।

6- यह हाई लेवल लैंग्वेज और जटिल डेटा स्ट्रक्चर को सपोर्ट करता है।

7- इसमें जटिल निर्देश (complex instruction) होते है।

8- इस आर्किटेक्चर में addressing mode भी जटिल होता है।

Advantages of CISC in Hindi – CISC के फायदे

1- इसमें इंस्ट्रक्शन की संख्या कम है जिसके कारण ज्यादा मेमोरी स्पेस की आवश्यकता नहीं पड़ती और मेमोरी स्पेस में आने वाली लागत कम हो जाती है।

2- इसमें इंस्ट्रक्शन को स्टोर करने के लिए बहुत कम RAM की आवश्यकता पड़ती है।

3- यह जटिल इंस्ट्रक्शन के साथ काम करता है।

4- इसमें कम्पाइलर को बहुत कम कार्य करना पड़ता है।

5- इसमें असेंबली भाषा को बदलने की आवश्यकता नहीं पड़ती।

Disadvantages of CISC in Hindi – CISC के नुकसान

1- CISC आर्किटेक्चर RISC की तुलना में धीमा होता है।

2- इसमें मशीन की performance अच्छी नहीं होती।

3- इसमें pipeline को execute करना मुश्किल है।

4- CISC को RISC की तुलना में अधिक transistor की आवश्यकता पड़ती है।

5- यह पाइपलाइन को सपोर्ट नहीं करता।

Difference Between CISC & RISC in Hindi

CISCRISC
CISC का पूरा नाम (कॉम्प्लेक्स इंस्ट्रक्शन सेट कंप्यूटर) है।RISC का पूरा नाम (रेडूसेड इंस्ट्रक्शन सेट कंप्यूटर) है।
इसमें बड़ी संख्या में निर्देश (instructions) होते है।इसमें छोटी संख्या में निर्देश (instructions) होते है।
इसमें जटील (complex) निर्देश होते है।इसमें सरल निर्देश होते है।
यह array को सपोर्ट करता है।यह array को सपोर्ट नहीं करता।
इसमें कंडीशन कोड का उपयोग किया जाता है।इसमें कंडीशन कोड का उपयोग नहीं किया जाता।

Exam में पूछे जाने वाले प्रश्न

CISC क्या है?

CISC जटिल निर्देशों (complex instruction) का एक समूह है जिसका इस्तेमाल जटिल इंस्ट्रक्शन को कैलकुलेट करने के लिए किया जाता है

CISC का फायदा क्या है?

इसमें इंस्ट्रक्शन को स्टोर करने के लिए बहुत कम RAM की आवश्यकता पड़ती है।

Reference:https://www.tutorialspoint.com/what-is-cisc-processor

निवेदन:- अगर आपके लिए (CISC in Hindi – CISC क्या है?) का यह पोस्ट उपयोगी रहा हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ अवश्य share कीजिये. और आपके जो भी questions हो उन्हें नीचे comment करके बताइए. धन्यवाद.

Leave a Comment