Auxiliary Memory in Hindi – ऑक्सिलियरी मैमोरी क्या है?

हेल्लो दोस्तों! आज हम इस आर्टिकल में (Auxiliary Memory in Hindi – ऑक्सिलियरी मैमोरी क्या है?) के बारें में पढेंगे. इसे बहुत ही आसान भाषा में लिखा गया है. इसे आप पूरा पढ़िए, यह आपको आसानी से समझ में आ जायेगा. तो चलिए शुरू करते हैं:-

Auxiliary Memory in Hindi – ऑक्सिलियरी मैमोरी क्या है?

  • Auxiliary Memory को सेकेंडरी मैमोरी भी कहा जाता है। इसका इस्तेमाल डेटा और सूचना को बड़ी मात्रा में स्टोर करने के लिए किया जाता है।
  • Auxiliary Memory कंप्यूटर का हिस्सा नहीं होता है, इस मैमोरी को कंप्यूटर में अलग से जोड़ा जाता है।
  • ऑक्सिलियरी मैमोरी एक non-volatile मैमोरी होती है अर्थात यह डेटा को हमेशा के लिए स्टोर करके रखती है।
  • इस मैमोरी की कीमत बहुत कम होती है और इसकी capacity (क्षमता) अधिक होती है।
  • Auxiliary memory को हिंदी में सहायक मेमोरी कहा जाता है। यह एक प्रकार की मेमोरी होती है जिसका उपयोग कंप्यूटर में डेटा को permanent स्टोर करने के लिए किया जाता है।
  • Auxiliary memory में उस डेटा को स्टोर किया जाता है जिसका उपयोग यूजर तुरंत नहीं करता, अर्थात् इसमें उस डेटा को स्टोर किया जाता है जिसका उपयोग लम्बे समय तक के लिए किया जायेगा।
  • यदि किसी कारण बिजली चली जाती है और कंप्यूटर बंद हो जाता है तब भी यह मैमोरी जानकारी या डेटा को स्टोर करके रखती है।
  • ऑक्सिलियरी मैमोरी के डेटा को CPU के द्वारा सीधे एक्सेस नहीं किया जा सकता। इस मैमोरी के डेटा को पहले प्राइमरी मैमोरी में load किया जाता है फिर उसके बाद CPU इस डेटा को एक्सेस कर सकता है।
  • इस मैमोरी को सेकेंडरी स्टोरेज, सेकेंडरी मैमोरी, एक्सटर्नल स्टोरेज और एक्सटर्नल मैमोरी के नाम से भी जाना जाता है।
  • ऑक्सिलरी मैमोरी के कई प्रकार है जैसे :- मैग्नेटिक डिस्क, मैग्नेटिक टेप्स, और ऑप्टिकल डिस्क आदि।
Auxiliary Memory in hindi

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Types of Auxiliary Memory in Hindi – ऑक्सिलियरी मैमोरी के प्रकार

इसके दो प्रकार होते हैं –

  1. Magnetic Disk
  2. Magnetic Tape

1- Magnetic disk (मैग्नेटिक डिस्क)

मैगनेटिक डिस्क एक प्रकार की मैमोरी होती है जिसे धातु (metal) और प्लास्टिक की मदद से बनाया जाता है। इस मैमोरी को बनाने के लिए चुंबकीय पदार्थ का उपयोग किया जाता है।

मैग्नेटिक डिस्क का उपयोग डेटा को read, write, rewrite और एक्सेस करने के लिए किया जाता है।

मैग्नेटिक डिस्क अपने कार्यो को पूरा करने के लिए magnetization process (चुंबकीयकरण प्रक्रिया) का उपयोग करती है।

मैग्नेटिक डिस्क एक प्रकार की सेकेंडरी मेमोरी होती है जिसका इस्तेमाल विभिन्न प्रकार के प्रोग्राम और फाइलों को स्टोर करने के लिए किया जाता है।

RAM (रैंडम एक्सेस मेमोरी) की तुलना में यह सस्ती होती है और अधिक मात्रा में डेटा को स्टोर कर सकती है।

मैग्नेटिक डिस्क में डेटा को आसानी से modify और delete किया जा सकता है।

मैग्नेटिक डिस्क का अविष्कार 1956 में IBM (इंटरनेशनल बिज़नेस मशीन) के द्वारा किया गया था।

Advantages of Magnetic Disk in Hindi – मैग्नेटिक डिस्क के फायदे

1- मैग्नेटिक डिस्क RAM की तुलना में सस्ती होती है।

2- इसमें डेटा को एक्सेस करना आसान है।

3- यह बड़ी मात्रा में डेटा को स्टोर कर सकती है।

4- यह magnetic tape की तुलना में डेटा को तेज गति से ट्रांसफर करती है।

5- इसमें डेटा खराब (corrupt) होने की संभावना कम होती है।

Disadvantages of Magnetic Disk in Hindi – मैग्नेटिक डिस्क के नुकसान

1- यह magnetic tape से ज्यादा महंगी है।

2- इस मेमोरी को स्टोर करने के लिए स्वच्छ वातावरण की आवश्यकता होती है।

3- इसमें डेटा सुरक्षित नहीं होता। इसे हैकर हैक कर सकते हैं।

2- Magnetic Tape (मैग्नेटिक टेप)

Magnetic tape डेटा को स्टोर करने की सबसे पुरानी तकनीक है, यह बहुत अधिक मात्रा में डेटा को स्टोर कर सकता है और इसकी कीमत भी बहुत कम होती है।

इसमें डेटा को स्टोर करने के लिए एक पतली प्लास्टिक रिबन का इस्तेमाल किया जाता है। इस रिबन के केवल एक तरफ ही डेटा को स्टोर किया जा सकता है।

यह मेमोरी read-write तंत्र (mechanism) का उपयोग करती है जिसकी मदद से यह डेटा को लिख और पढ़ सकती है।

मैग्नेटिक टेप काफी सस्ता होता है और तेज गति से डेटा को एक स्थान से दुसरे स्थान में ट्रांसफर करता है।

मैग्नेटिक टेप में डेटा को एक्सेस करने की speed (गति) बहुत ही कम होती है इसलिए इसका इस्तेमाल ज्यादातर backup लेने के लिए किया जाता है।

Magnetic tape की स्टोरेज क्षमता 100 GB से 200 GB तक होती है। अर्थात यह 100 से 200 GB तक के डेटा को स्टोर कर सकती है।

Advantages of Magnetic Tape in Hindi – मैग्नेटिक टेप के फायदे

1- मैग्नेटिक टेप की कीमत कम होती है।

2- इसे बनाने में कम खर्चा आता है।

3- इसमें डेटा का बैकअप लिया जा सकता है।

4- इसका उपयोग बड़ी फाइलों को स्टोर करने के लिए किया जा सकता है।

5- इसका इस्तेमाल दोबारा (reuse) किया जा सकता है।

6- यह लचीला (flexible) है जिसे compact करना आसान है।

Disadvantages of Magnetic Tape in Hindi – मैग्नेटिक टेप के नुकसान

1- इसमें डेटा की गुणवत्ता (quality) समय के साथ खराब होती जाती है।

2- इसमें स्टोर डेटा को modify करना मुश्किल है।

3- इसमें डेटा को केवल विशेष प्रकार के डिवाइस में पढ़ा जा सकता है।

4- यह मैग्नेटिक डिस्क की तुलना में slow (धीमा) है।

Exam में पूछे जाने वाले प्रश्न

ऑक्सिलरी मेमोरी क्या है?

Auxiliary Memory को सेकेंडरी मैमोरी भी कहा जाता है। इसका इस्तेमाल डेटा और सूचना को बड़ी मात्रा में स्टोर करने के लिए किया जाता है।

ऑक्सिलरी मेमोरी के कितने प्रकार होते है?

इसके दो प्रकार होते है।

Reference:https://www.javatpoint.com/coa-auxiliary-memory

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