Primary Memory in Hindi – प्राइमरी मेमोरी क्या है और इसके प्रकार

हेल्लो दोस्तों! आज हम इस आर्टिकल में (Primary Memory in Hindi – प्राइमरी मेमोरी क्या है?) के बारें में पढेंगे. इसे बहुत ही आसान भाषा में लिखा गया है. इसे आप पूरा पढ़िए, यह आपको आसानी से समझ में आ जायेगा. तो चलिए शुरू करते हैं:-

Primary Memory in Hindi – प्राइमरी मेमोरी क्या है?

  • प्राइमरी मेमोरी कंप्यूटर की मुख्य मेमोरी (main memory) होती है जो कंप्यूटर में मौजूद प्रोग्राम और निर्देशों (instructions) को स्टोर करती है।
  • दूसरे शब्दों में कहें तो, “प्राइमरी मेमोरी कंप्यूटर की main memory होती है जिसका इस्तेमाल CPU के द्वारा प्रोसेस किए गए डेटा और निर्देशों को स्टोर करने के लिए किया जाता है।”
  • Primary Memory एक प्रकार की कंप्यूटर मेमोरी होती है जिसे सीधे (direct) प्रोसेसर के द्वारा एक्सेस किया जाता है।
  • प्राइमरी मेमोरी CPU (सेंट्रल प्रोसेस यूनिट) का एक अहम हिस्सा है जिसे Semiconductor (अर्धचालक) पदार्थ से बनाया जाता है।
  • इस मेमोरी को प्राइमरी स्टोरेज भी कहते है जो प्रोग्राम , डेटा और निर्देशों को स्टोर करके रखती है। यह मेमोरी कंप्यूटर के motherboard पर स्थित होती है।
  • इस मेमोरी की स्टोरेज क्षमता सिमित (limited) होती है जिसके कारण यह बहुत कम मात्रा में डेटा को स्टोर कर पाती है।
  • एक कंप्यूटर में लगभग प्राइमरी मेमोरी का साइज 4 GB होता है। कंप्यूटर में किसी भी प्रोग्राम को execute करने के लिए ऑपरेटिंग सिस्टम प्राइमरी मेमोरी में प्रोग्राम को load करता है जिसे सीधे CPU के द्वारा एक्सेस किया जाता है।
  • इस मेमोरी में केवल उन्ही programs को लोड किया जाता है जो execution के लिए तैयार होती है। यह मेमोरी CPU के अंदर लगी होती है जिसके कारण इसे आंतरिक मैमोरी (internal memory) भी कहते है।
  • प्राइमरी मेमोरी Volatile और Non Volatile दोनों प्रकार की होती है। Volatile memory वह मेमोरी होती है जो कंप्यूटर के ON रहने तक ही डेटा को स्टोर करती है, कंप्यूटर के off होने पर इसमें रखा डेटा अपने आप डिलीट हो जाता है। Non-Volatile वह मेमोरी होती है जो हमेशा के लिए डेटा को स्टोर करके रखती है।
  • प्राइमरी मेमोरी चार प्रकार की होती है RAM, ROM, Flash memory और Cache memory.
Primary Memory in hindi

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Types of Primary Memory in Hindi – प्राइमरी मेमोरी के प्रकार

प्राइमरी मेमोरी के चार प्रकार होते हैं जिनके बारें में नीचे दिया गया है –

  1. RAM (रैम)
  2. ROM (रोम)
  3. Flash Memory (फ्लैश मेमोरी)
  4. Cache Memory (कैश मेमोरी)

1- RAM (रैम)

RAM का पूरा नाम Random Access Memory (रैंडम एक्सेस मेमोरी) होता है। यह main memory का एक प्रकार है जो permanent डेटा को स्टोर नहीं करता।

RAM में डेटा कंप्यूटर के ON रहने तक ही स्टोर रहता है, कंप्यूटर के OFF होने पर इसमें मौजूद डेटा अपने आप डिलीट हो जाता है। इसलिए इसे Volatile memory भी कहा जाता है।

RAM को Semiconductor (अर्धचालक) और फ्लिप-फ्लॉप का इस्तेमाल करके बनाया जाता है।

दूसरे शब्दों में कहें तो, “RAM एक प्रकार की कंप्यूटर मेमोरी है जिसका उपयोग temporary डेटा को स्टोर करने के लिए किया जाता है। temporary डेटा वह होता है जिसका उपयोग तुरंत किया जाने वाला है या फिर कहे वह डेटा जिसका उपयोग भविष्य में नहीं किया जा सकता।”

इस मेमोरी का उपयोग करके कंप्यूटर डेटा को तेज गति से एक्सेस कर पाता है जिसके कारण CPU और भी ज्यादा तेज गति से अपने कार्यो को करता है।

RAM को सिस्टम मेमोरी, रीड राइट मेमोरी और मेन मेमोरी के नाम से भी जाना जाता है। इस मेमोरी को डेटा को एक्सेस करने के लिए बिजली की आवश्यकता पड़ती है। यदि कंप्यूटर बंद हो जाता है और बिजली चली जाती है तो इसमें मौजूद सारा डेटा खो जाता है।

RAM in Hindi
रैम का चित्र

RAM के प्रकार

RAM के दो प्रकार होते हैं –

  1. SRAM
  2. DRAM

SRAM

  • SRAM का पूरा नाम static random access memory (स्टैटिक रैंडम एक्सेस मैमोरी) है।
  • इसे कार्य करने के लिए लगातार बिजली की जरूरत होती है। लगातार बिजली मिलते रहने के कारण इसे refresh करने की जरूरत नहीं होती है।
  • इसकी स्पीड DRAM से slow (धीमी) होती है।

DRAM

  • DRAM का पूरा नाम dynamic random access memory (डायनामिक एक्सेस मैमोरी) है।
  • इसे कार्य करने के लिए refresh करने की जरूरत होती है।
  • SRAM की तुलना में इसकी speed बहुत तेज़ है।

Advantages of RAM in Hindi – RAM के फायदे

1- यह मेमोरी कंप्यूटर के कार्य करने की स्पीड को बढ़ाने में मदद करती है। कंप्यूटर में जितनी ज्यादा RAM होती है उसका performance उतना ही अच्छा होता है।

2- इस मेमोरी का उपयोग करके CPU डेटा को तेजी के साथ पढ़ सकता है।

3- यह मेमोरी बहुत कम बिजली का उपयोग करती है।

4- यह कंप्यूटर की performance को बेहतर बनाती है।

5- इस मेमोरी में कोई हिलने वाले हिस्से नहीं होते है जिसके कारण यह जल्दी खराब नहीं होती।

Disadvantages of RAM in Hindi – RAM के नुकसान

1- यह एक महंगी मेमोरी है। इसकी कीमत बहुत ज्यादा है।

2- यह volatile होती है अर्थात् इसमें डेटा हमेशा के लिए स्टोर नहीं हो सकता है

3- यह मेमोरी CPU cache से धीमी होती है।

2- ROM (रोम)

ROM का पूरा नाम Read only memory (रीड ओनली मेमोरी) होता है। यह एक non volatile मैमोरी है जिसका अर्थ यह है कि यह हमेशा के लिए डेटा को स्टोर करके रखती है।

इसे read only memory इसलिए इसे कहते हैं क्योंकि इसमें हम डेटा को केवल read कर सकते हैं, इसमें हम डेटा को write नहीं कर सकते।

इस मेमोरी का इस्तेमाल कंप्यूटर और अन्य डिवाइसों में डेटा को स्टोर करने के लिए किया जाता है। इसमें यदि बिजली चली जाती है और कंप्यूटर सिस्टम बंद हो जाता है तो भी डेटा डिलीट नही होता।

ROM in Hindi primary memory
रोम का चित्र

ROM के प्रकार

इसके तीन प्रकार होते हैं –

  1. PROM
  2. EPROM
  3. EEPROM

PROM

  • PROM का पूरा नाम programmable ROM (प्रोग्रामेबल रीड ऑनली मैमोरी) है।
  • यह एक ऐसी मैमोरी है जिसे केवल एक बार प्रोग्राम किया जा सकता है।
  • एक बार जब PROM में डेटा को स्टोर कर दिया जाता है तो फिर उसमें से डेटा को डिलीट नहीं किया जा सकता है।

EPROM

  • EPROM का पूरा नाम erasable programmable ROM (एरेजेबल प्रोग्रामेबल रीड ऑनली मैमोरी) है.
  • EPROM में डेटा को डिलीट किया जा सकता है तथा इसे दुबारा write भी किया जा सकता है।
  • EPROM में डेटा को डिलीट तथा स्टोर करने के लिए इसे कंप्यूटर से बाहर निकालना पड़ता है।

EEPROM

  • EEPROM का पूरा नाम electrically erasable programmable ROM (इलेक्ट्रिकली इरेजेबल प्रोग्रामेबल रीड ऑनली मैमोरी) है।
  • इसका प्रयोग कंप्यूटर में छोटी मात्रा में डेटा को स्टोर करने के लिए किया जाता है।
  • यह prom तथा eprom की तुलना में महंगी है.
  • इसमें डेटा को डिलीट करने के लिए इसे कंप्यूटर से नहीं निकालना पड़ता है.

Advantages of ROM in Hindi – रोम के फायदे

1- RAM की तुलना में यह मेमोरी सस्ती होती है।

2- इसमें बिजली चले जाने पर डेटा नहीं खोता और बरक़रार रहता है।

3- इस मेमोरी में debugging किया जा सकता है।

4- इसे test करना आसान है।

Disadvantages of ROM in Hindi – रोम के नुकसान

1- यह अधिक मात्रा में बिजली का इस्तेमाल करता है।

2- इस मेमोरी में डेटा को डिलीट करने के लिए Ultraviolet light (पराबैगनी प्रकाश) की आवश्यकता पड़ती है।

3- इस मेमोरी में प्रोग्राम धीमी गति से execute होते है।

3- Cache Memory (कैश मेमोरी)

Cache Memory एक तेज गति से काम करने वाली मेमोरी है जिसका इस्तेमाल CPU की स्पीड तथा परफॉरमेंस को बढ़ाने के लिए किया जाता है।

कैश मेमोरी में उस डेटा या फाइलों को स्टोर किया जाता है जिनका इस्तेमाल CPU नियमित रूप से करता है। जब भी सीपीयू को कोई डेटा चाहिए होता है तो सीपीयू सबसे पहले उस डेटा को कैश मेमोरी में ढूंढता है।

इस मेमोरी को केवल CPU के द्वारा ही एक्सेस किया जा सकता है। इसे अन्य devices के द्वारा एक्सेस नहीं किया जा सकता।

Cache memory
कैश मेमोरी का चित्र

कैश मेमोरी के प्रकार

इसके तीन प्रकार होते हैं –

  1. Level 1 Cache
  2. Level 2 Cache
  3. Level 3 Cache

Level 1 Cache

  • Level 1 कैश मेमोरी साइज में छोटी होती है और इसकी स्पीड काफी ज्यादा होती है।
  • यह मेमोरी CPU के अंदर मौजूद होती है जो काफी कम मात्रा में डेटा को स्टोर करती है।
  • इस मेमोरी का आकार 2KB से 64 KB तक होता है।

Level 2 Cache

  • Level 2 कैश मेमोरी CPU के अंदर और बाहर कहीं भी मौजूद हो सकती है।
  • Level 2 कैश मेमोरी, Level 1 कैश मेमोरी से साइज में थोड़ी बड़ी होती है और इसकी स्पीड भी Level 1 cache मेमोरी से थोड़ी कम होती है।
  • इस मेमोरी का साइज 256 KB से 512 KB तक होता है।

Level 3 Cache

  • Level 3 कैश मेमोरी सभी सीपीयू में मौजूद नहीं होता है; कुछ हाई-एंड सीपीयू में इस प्रकार का कैश हो सकता है।
  • यह साइज में L1 cache और Level 2 cache से थोड़ी बड़ी होती है और इसकी स्पीड L1 cache और Level 2 cache मेमोरी से थोड़ी कम होती है।
  • इस मेमोरी का साइज 1 MB से 8 MB तक होता है।

Advantages of Cache Memory in Hindi – कैश मेमोरी के फायदे

1- कैश मेमोरी मुख्य मेमोरी की तुलना में तेज है।

2- यह कंप्यूटर की performance को बेहतर बनाने में मदद करती है।

3- यह CPU के कार्य करने की गति को बढ़ाती है।

4- इस मेमोरी को एक्सेस करना आसान है।

Disadvantages of cache Memory in Hindi – कैश मेमोरी के नुकसान

1- यह मेमोरी महंगी होती है।

2- इसकी स्टोरेज छमता सिमित होती है।

4– Flash Memory (फ्लैश मेमोरी)

फ्लैश मेमोरी एक non-volatile मेमोरी होती है जिसका उपयोग डेटा को स्टोर करने के लिए किया जाता है। इसके अलावा इसका इस्तेमाल डिजिटल डिवाइस के बिच डेटा को ट्रांसफर करने के लिए किया जाता है।

फ़्लैश मेमोरी को flash storage भी कहते हैं। इस मेमोरी को दुबारा से प्रोग्राम किया जा सकता है और इसमें डेटा को डिलीट भी किया जा सकता है।

इस मेमोरी का उपयोग ज्यादातर USB फ्लैश ड्राइव, MP3 प्लेयर, डिजिटल कैमरा और सॉलिड-स्टेट ड्राइव में किया जाता है।

यह एक प्रकार की ROM मेमोरी है जो डेटा को स्टोर करने के लिए एक प्रकार के ट्रांजिस्टर का उपयोग करती है जिसका नाम फ्लोटिंग-गेट ट्रांजिस्टर है।

Flash memory
फ्लैश मेमोरी का चित्र

Advantages of Flash Memory in Hindi – फ्लैश मेमोरी के फायदे

1- इस मेमोरी में प्रोग्राम को डिलीट और उसे रिकवर किया जा सकता है।

2- इसकी डेटा को ट्रांसफर करने की स्पीड ज्यादा होती है।

3- यह मेमोरी जल्दी खराब नहीं होती जिसके कारण लम्बे समय तक चलती है।

4- यह विश्वसनीय (reliable) होती है।

5- यह portable होती है।

6- यह अधिक कुशल (efficient) होती है।

Disadvantages of Flash Memory in Hindi – फ़्लैश मेमोरी के नुकसान

1- यह मेमोरी महंगी होती है।

2- ज्यादतर फ़्लैश मेमोरी की क्षमता अधिक नहीं होती।

3- यह मेमोरी एक मेमोरी कार्ड की तरह होती है जो आसानी से टूट जाती है।

4- इस मेमोरी में editing करने में काफी समस्याओ का सामना करना पड़ता है।

Functions of Primary Memory in Hindi – प्राइमरी मेमोरी के कार्य

1- इस मेमोरी का मुख्य कार्य प्रोसेसर को प्रोग्राम और डेटा तक पहुँचाना होता है।

2- यह मेमोरी temporary डेटा को स्टोर कर सकती है जिसका उपयोग तुरंत किया जाता है।

3- यह मेमोरी CPU के सीधे (direct) इंटरैक्ट करती है।

4- यह मेमोरी प्रोग्राम , निर्देश और डेटा स्टोर करके रखती है जिसका उपयोग CPU के द्वारा कार्यो को execute करने के लिए किया जाता है

5- यह मेमोरी महत्वपूर्ण फाइलों और एप्लीकेशन को चलाने में मदद करती है।

Advantages of Primary Memory in Hindi – प्राइमरी मेमोरी के फायदे

1- प्राइमरी मेमोरी सेकेंडरी मेमोरी की तुलना में तेज होती है।

2- इसकी एक्सेस स्पीड काफी तेज होती है।

3- इस मेमोरी को एक्सेस करना काफी आसान होता है।

4- यह मेमोरी संसाधित डेटा (processed data) के दौरान कंप्यूटर पर दर्ज किए गए वर्णों (character) की संख्या को निर्धारित (determine) करने में मदद करती है।

Disadvantages of Primary Memory in Hindi – प्राइमरी मेमोरी के नुकसान

1- यह मेमोरी महंगी होती है।

2- इसकी स्टोरेज क्षमता बहुत कम होती है।

3- यह बड़े आकार वाले डेटा को स्टोर करने में सक्षम नहीं होती है।

Exam में पूछे जाने वाले प्रश्न

प्राइमरी मेमोरी क्या है?

प्राइमरी मेमोरी कंप्यूटर की मुख्य मेमोरी (main memory) होती है जो कंप्यूटर में मौजूद प्रोग्राम और निर्देशों (instructions) को स्टोर करती है।

प्राइमरी मेमोरी का कार्य क्या है?

यह मेमोरी temporary डेटा को स्टोर करती है जिसका उपयोग तुरंत किया जाता है।

Reference:–  https://www.geeksforgeeks.org/primary-memory/

निवेदन:- अगर आपके लिए (Primary Memory in Hindi – प्राइमरी मेमोरी क्या है?) का यह पोस्ट उपयोगी रहा हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ अवश्य share कीजिये. और आपके जो भी questions हो उन्हें नीचे comment करके बताइए. धन्यवाद.

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