Identity Theft in Hindi – आइडेंटिटी थेफ्ट क्या है?

हेल्लो दोस्तों! आज हम इस आर्टिकल में (Identity Theft in Hindi – आइडेंटिटी थेफ्ट क्या है?) के बारें में पढेंगे. इसे बहुत ही आसान भाषा में लिखा गया है. इसे आप पूरा पढ़िए, यह आपको आसानी से समझ में आ जायेगा. तो चलिए शुरू करते हैं:-

Identity Theft in Hindi – आइडेंटिटी थेफ्ट क्या है?

Identity Theft एक प्रकार की चोरी है जिसमें किसी व्यक्ति की अनुमति के बिना उसकी पर्सनल जानकारी को चुरा लिया जाता है। इसमें व्यक्ति का नाम, पता, मोबाइल नंबर, पासवर्ड, डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, और बैंक की जानकारी को चुराया जाता है।

दुसरे शब्दो में कहे तो “आइडेंटिटी थेफ़्ट एक ऐसी चोरी है जिसमे एक हैकर किसी व्यक्ति की जानकारी को चुराता है और उस जानकारी का उपयोग गलत कामों के लिए करता है।”

Identity Theft एक प्रकार का अपराध (crime) है जिसमे एक हैकर यूजर की व्यक्तिगत जानकारी (नाम , पता , मोबाइल नंबर , पासवर्ड , यूजर नेम , क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड नंबर) को चुरा लेता है।

इस अपराध का मुख्य उदेश्य व्यक्ति की पर्सनल जानकारी को चुराना और उसका गलत इस्तेमाल करना होता है। इसमें फ्रॉड , स्कैम जैसी गतिविधिया शामिल है।

इसमें हैकर यूजर के डेटा का उपयोग गलत कामो के लिए करता है जिसके चलते यूजर को कई समस्याओ का सामना करना पड़ सकता है।

वर्तमान समय में बहुत से स्कैम और फ्रॉड लोगो के साथ होते है उसका सबसे बड़ा कारण identity theft है। इसे पहचान धोखाधड़ी (identity fraud) के नाम से भी जाना जाता है।

पहली बार Identity theft का शब्द 1964 में आया। इस चोरी के माध्यम से हैकर अन्य व्यक्ति से वित्तीय (financial) लाभ प्राप्त करता है।

हैकर यूजर के डेबिट कार्ड , क्रेडिट कार्ड और बैंक से सबंधित जानकारी को चुराता है जिसका इस्तेमाल वह बैंक खाते से पैसे निकालने के लिए करता है और यह सब प्रक्रिया यूजर की परमिशन के बिना होती है।

आइडेंटिटी थेफ़्ट में व्यक्ति का नाम, जन्म तिथि, सामाजिक सुरक्षा संख्या (Social Security number), चालक का लाइसेंस नंबर, बैंक खाता या क्रेडिट कार्ड नंबर, पिन, इलेक्ट्रॉनिक हस्ताक्षर, उंगलियों के निशान, पासवर्ड जैसी जानकारी शामिल होती है जिसकी चोरी की जाती है।

हैकर आपकी जानकारी का उपयोग बहुत गलत कामो के लिए भी कर सकता है जिसके कारण आपको जेल भी हो सकती है या कुछ समय के लिए सजा भी मिल सकती है।

Identity Theft in Hindi

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Types of Identity Theft in Hindi – आइडेंटिटी थेफ्ट के प्रकार

इसके बहुत से प्रकार होते है:-

1- Criminal Identity Theft (क्रिमिनल आइडेंटिटी थेफ्ट)

यह एक प्रकार की चोरी है जिसमें पीड़ित (वह व्यक्ति जिसकी व्यकतिगत जानकारी को चुराया गया है) को दोषी ठहराया जाता है। इसे उदहारण के माध्यम से समझते है मान लीजिये आपके यहां पर कोई चोरी हुई है और अपने उस चोरी की जानकारी पुलिस को दी है।

यदि चोरी करने वाला अपराधी नहीं मिलता तो उस स्थिति में आपको दोषी ठहराया जायेगा। इसमें व्यक्ति को कई समस्याओ सामना करना पड़ता है। इसे सरल शब्दो में कहे तो आप पर चोरी के झूठे इल्जाम लगाए जाते है।

2- Senior Identity Theft (सीनियर आइडेंटिटी थेफ्ट)

यह एक प्रकार का अपराध है जिसमे 60 वर्ष से अधिक आयु वाले लोगो को टारगेट किया जाता है। सीनियर आइडेंटिटी थेफ़्ट में अपराधी बुजुर्ग लोगो के साथ धोखाधड़ी करते है और उनको अपना शिकार बनाते है।

इसमें हैकर या अपराधी बुजुर्गो को ऐसी जानकारी भेजता है जो वास्तविक (real) लगती है लेकिन वह जानकारी वास्तविक नहीं होती। इसी का फायदा उठा कर वह लोगो की जानकारी को कलेक्ट करता है और उसका उपयोग गलत कामो में करता है।

3- Driver’s license ID Identity Theft (ड्राइविंग लाइसेंस आइडेंटिटी थेफ्ट)

इस चोरी में हैकर व्यक्ति के ड्राइविंग लाइसेंस की जानकारी को चुराता है और उसका उपयोग ऋण (loan) या क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करने के लिए करता है जिसके कारण उस व्यक्ति को बहुत बड़े नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।

ड्राइविंग लाइसेंस में सभी प्रकार की जानकारी मौजूद होती है जैसे :- नाम, पता और जन्म तिथि आदि। इसके अलावा हैकर ड्राइविंग लाइसेंस के माध्यम से बैंक खाते की जानकरी चुराने की कोशिस करता है ताकि वह खाते तक पहुंच सके।

4- Medical Identity Theft (मेडिकल आइडेंटिटी थेफ्ट)

इस चोरी में हैकर, पीड़ित की स्वास्थ्य से संबंधित जानकारी को चुराता है। इसमें अपराधी चिकित्सा से सबंधित सेवाएं प्राप्त करने के लिए पीड़ित या मरीज की जानकारी को चुराता है।

इसमें अपराधी सेवाएं प्राप्त करता है लेकिन उसका बिल पीड़ित को भरना पड़ता है। इस चोरी का मुख्य उदेश्य स्वास्थ से संबंधित बीमा का फायदा उठाना होता है।

5- Tax Identity Theft (टैक्स आइडेंटिटी थेफ्ट)

यह एक हमला है जिसमे हमलावर (attacker) पहचान संख्या (identification number) को चुराने की कोशिश करता है। इसमें हमले से बचने के लिए हमे उस वक़्त ध्यान देना पड़ता है जब हम अपना टैक्स रिटर्न दाखिल (file) करते है या जब आयकर रिटर्न विभाग (Tax Return Department) हमे नोटिस भेजता है।

6- Social Security Identity Theft (सामाजिक सुरक्षा आइडेंटिटी थेफ्ट)

सोशल सिक्योरिटी आइडेंटिटी थेफ़्ट में अपराधी व्यक्ति के SSN (सोशल सिक्योरिटी नंबर) को चुराने की कोशिश करता है। इस नंबर में व्यक्ति की सभी जानकारी होती है जिनका उपयोग करके अपराधी व्यक्ति के साथ फ्रॉड या स्कैम करता है।

7- Synthetic Identity Theft (सिंथेटिक आइडेंटिटी थेफ्ट)

यह एक शोषण (exploit) है जिसमे अपराधी लोगो की जानकारी को इक्कठा करता है और उसका उपयोग करके नई पहचान बनाता है। इस नई पहचान का उपयोग अपराधी गलत कामो को अंजाम देने के लिए कर सकता है।

8- Financial Identity Theft (फाइनिएशियल आइडेंटिटी थेफ्ट)

यह एक सामान्य हमला है जिसमे हैकर या अपराधी है व्यक्ति से वित्तीय लाभ (financial benefits) प्राप्त करने की कोशिश करता है। इसमें अपराधी यूजर के बैंक खाते से पैसे निकाल सकता है , उसके क्रेडिट कार्ड का उपयोग कर सकता है।

Techniques of Identity Thefts in Hindi – आइडेंटिटी थेफ्ट की तकनीक

इसकी तकनीक:-

1- Pretext Calling

यह जानकारी चोरी करने की एक तकनीक है जिसमे अपराधी या हैकर लोगो को फ़ोन करते है और कंपनी या कर्मचारी बनकर उनसे जानकारी प्राप्त करते है।

2- Mail Theft

इस तकनीक का उपयोग करके अपराधी सार्वजनिक मेलबॉक्स (public mailbox) से लेनदेन से सबंधित जानकारी को चुराता है।

3- Phishing

फिसिंग जानकारी को चुराने की एक तकनीक है जिसमे लोगो को बैंकों से संबंधित ईमेल मैलवेयर के साथ भेजे जाते हैं। जब वह व्यक्ति उन ईमेल का जवाब देता है तो अपराधी उसकी जानकारी को ट्रैक करने लगता है।

4- Internet

आज के समय में बहुत से हैकर इंटरनेट के माध्यम से लोगो की व्यक्तिगत जानकारी को चुराने का प्रयास करते है। जब कोई व्यक्ति इंटरनेट से किसी एप्लीकेशन या फाइलों को डाउनलोड करते है तो हैकर उन फाइलों के साथ स्पाइवेयर जैसे वायरस को जोड़ देते है जो उनके डिवाइस में फैलकर उनकी जानकारी को चुरा लेता है।

5- Dumpster Diving

कई बार हमारे पास ऐसे दस्तावेज होते है जिनकी हमे आवश्यकता नहीं होती। इसलिए हम उन्हें बाहर फेक देते है। इस चीज़ का फायदा अपराधी उठा लेता है। वह इन दस्तावेजों को कलेक्ट करके व्यक्ति की जानकारी को चुराता है।

कई बार हम अपने खराब हो गए डेबिट और क्रेडिट कार्ड को ऐसे ही फेक देते है। हैकर उनका इस्तेमाल जानकरी को कलेक्ट करते है।

6- Card Verification Value (CVV) Code Requests

इसमें हैकर अपने आपको बैंक का कर्मचारी बताता है और क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड से सबंधित जानकारी को चुराने की कोशिश करता है।

Prevention From Identity Theft in Hindi – आइडेंटिटी थेफ्ट से बचने के उपाय

1- यदि आपको जानकारी को चोरी होने से बचाना है तो आपको हमेशा मजबूत पासवर्ड (strong password) का उपयोग करना चाहिए।

2- अपनी जानकारी को किसी ऐसे व्यक्ति के साथ शेयर ना करे जिसे आप जानते ना हो।

3- फ़ोन पर आये कॉल पर अपनी कोई जानकारी ना बताये।

4- ईमेल को सुरक्षित रखने के लिए टू-फैक्टर नोटिफिकेशन का इस्तेमाल करें।

5- अपने सभी डिवाइस को पासवर्ड के माध्यम से सुरक्षित करे।

6- इंटरनेट से कोई भी सॉफ्टवेयर इंस्टॉल न करें।

7- सोशल मीडिया पर संवेदनशील जानकारी (sensitive information ) पोस्ट न करें।

8- अपना पिन और पासवर्ड नियमित रूप से बदलते रहे।

9- यात्रा करते समय किसी दुसरे व्यक्ति को अपनी जानकारी शेयर ना करे।

10- अपना आधार और पैन कार्ड नंबर किसी के साथ शेयर ना करे।

11- अपना सोशल मीडिया अकाउंट किसी अन्य डिवाइस में लॉगिन ना करे।

12- फ़ोन पर प्राप्त OTP को किसी को ना बताये।

Exam में पूछे जाने वाले प्रश्न

आइडेंटिटी थेफ़्ट क्या है?

आइडेंटिटी थेफ़्ट एक ऐसी चोरी है जिसमे एक हैकर किसी व्यक्ति की जानकारी को चुराता है और उस जानकारी का उपयोग गलत कामों के लिए करता है।

आइडेंटिटी थेफ़्ट से कैसे बचे?

अपनी जानकारी को किसी ऐसे व्यक्ति के साथ शेयर ना करे जिसे आप जानते ना हो।

Reference:https://www.experian.com/blogs/ask-experian/what-is-identity-theft/

निवेदन:- अगर आपके लिए (Identity Theft in Hindi – आइडेंटिटी थेफ्ट क्या है?) का यह पोस्ट उपयोगी रहा हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ अवश्य share कीजिये. और आपके जो भी questions हो उन्हें नीचे comment करके बताइए. धन्यवाद.

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