हेल्लो दोस्तों! आज हम इस पोस्ट में What is Spyware in Hindi (स्पाइवेयर क्या है?) के बारें में पढेंगे. इसे बहुत ही आसान भाषा में लिखा गया है. इसे आप पूरा पढ़िए, यह आपको आसानी से समझ में आ जायेगा. तो चलिए शुरू करते हैं:-
टॉपिक
Spyware in Hindi – स्पाइवेयर क्या है?
- Spyware एक हानिकारक सॉफ्टवेयर होता है जो आपकी जानकारी के बिना आपके कंप्यूटर में install हो जाता है और महत्वपूर्ण डेटा और सूचना की चोरी कर लेता है.
- दूसरे शब्दों में कहें तो, “स्पाइवेयर एक malware है जो आपके कंप्यूटर या डिवाइस में आपकी जानकारी के बिना घुस जाता है और आपकी संवेदनशील जानकारी (जैसे कि- बैंक की जानकारी या पासवर्ड आदि) को चुराकर आपको नुकसान पहुंचाता है.”
- Spyware में spy का मतलब होता है जासूस, जिस प्रकार जासूस चोरी छिपे किसी व्यक्ति की जासूसी करता है उसी प्रकार spyware एक खतरनाक सॉफ्टवेयर है जो आपके कंप्यूटर में होने वाली गतिविधियों की जासूसी करता है.
- स्पाइवेयर आपकी अनुमति के बिना आपकी जानकारी को कही भी ट्रांसफर कर सकता है। स्पाइवेयर कंप्यूटर में प्रवेश करके डेटा को डिलीट कर सकता है, जरुरी जानकारी को अन्य लोगो के पास भेज सकता है और पूरे कंप्यूटर में फ़ैल सकता है।
- इसे यूजर की गुप्त जानकारी को नुकसान पहुंचाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इस सॉफ्टवेयर का उपयोग हैकर के द्वारा डेटा को ट्रैक करने, चोरी करने और डेटा को बेचने के लिए किया जाता है।
- स्पाइवेयर सॉफ्टवेयर हैकर के लिए लोकप्रिय विकल्प होता है क्योकि इसे पहचानना किसी भी user के लिए मुश्किल होता है।
- यह एक वायरस भी है जो डिवाइस या कंप्यूटर की performance को धीमा कर देता है जिसके कारण कंप्यूटर तेज गति से कार्य नहीं कर पाता। यह यूजर की परमिशन के बिना खुदको ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ जोड़ लेता है और पुरे कंप्यूटर पर कब्जा कर लेता है।
- स्पाइवेयर पहली बार 1990 के दशक में चर्चा में आया। हालांकि इसका उपयोग पहली बार हैकर द्वारा 2000 के दशक में किया गया था। इस वायरस को कंप्यूटर में प्रवेश करने से रोकने के लिए एंटीवायरस का उपयोग किया जा सकता है। एंटीवायरस इस वायरस को स्कैन करके डिलीट कर देता है।
इसे पढ़ें:- वायरस क्या है और इसके प्रकार
Types of Spyware in Hindi – स्पाइवेयर के प्रकार
इसके बहुत सारें प्रकार होते हैं जिनके बारें में नीचे बताया गया है:-
1- KeyLogger (कीलॉगर)
KeyLogger एक विशेष प्रकार का स्पाइवेयर है जिसके द्वारा हैकर यह पता लगा सकता है कि कीबोर्ड पर क्या type किया जा रहा है। इसके जरिये यह पता लग जाता है कि कंप्यूटर में क्या टाइप किया जा रहा है.
आप कीबोर्ड में जो भी key दबाओगे वह सभी जानकारी यह रिकॉर्ड करके save कर लेता है. Keylogger बैकग्राउंड मे चलने वाला एक सॉफ्टवेयर है जिससे कि यूजर को इसका पता नहीं चल पता। अगर कोई आपके कंप्यूटर मे कोई Keylogger को इनस्टॉल करता है तो वह Keylogger आपके कंप्यूटर की activity जैसे कि- पासवर्ड , डेबिट कार्ड , क्रेडिट कार्ड और web search details आदि को रिकॉर्ड कर देता है।
keylogger दो प्रकार का होता है- hardware keylogger और software keylogger.
2- Adware (एडवेयर)
Adware एक ऐसा सॉफ्टवेयर है जो कंप्यूटर पर विज्ञापन (advertisment) दिखाता है। यह कंप्यूटर पर ऐसे विज्ञापन दिखाता है जिनमे वायरस होता है और जैसे ही आप उस विज्ञापन में क्लिक करते हैं तो वह वायरस कंप्यूटर में प्रवेश कर जाते है।
यह एक हानिकारक प्रोग्राम है जो यूजर की अनुमति के बिना ब्राउज़र में विज्ञापन , बड़े बैनर और फ़ुल-स्क्रीन ऑटो-प्ले विज्ञापन दिखाता है। जब कोई यूजर इसके द्वारा दिखाए जा रहे विज्ञापन पर क्लिक करता है तो developers को पैसे मिलते है। developers वह व्यक्ति हो सकता है जिसने इस सॉफ्टवेयर को बनाया है। यह सॉफ्टवेयर आपके वेब ब्राउज़र को खराब कर सकते है।
3- Trojan (ट्रोजन)
Trojan एक प्रकार का Malware है। जब कोई यूजर कंप्यूटर में किसी नए प्रोग्राम या एप्लीकेशन को install करता है तब यह वायरस कंप्यूटर में अपने आप प्रवेश (Enter) कर जाता है। यह वायरस कंप्यूटर को unauthorized (बिना अनुमति के) access प्रदान करता है।
जब भी आप किसी विश्वसनीय वेबसाइट से सॉफ्टवेयर को डाउनलोड नहीं करते है तो तब trojan आपके कंप्यूटर में प्रवेश कर जाता है. इसलिए हमेशा विश्वसनीय वेबसाइट से ही सॉफ्टवेयर को डाउनलोड करना चाहिए ताकि किसी भी प्रकार का हानिकारक सॉफ्टवेयर install ना हो.
Trojan Horse सिस्टम में मौजूद फाइलों को delete कर सकता है। यह सॉफ्टवेयर आपकी मत्वपूर्ण जानकारी की चोरी कर सकता है और नुकसान पंहुचा सकता है।
4- Browser hijacker (ब्राउज़र हाईजैकर)
Browser Hijacker एक स्पाइवेयर है जो वेब ब्राउज़र के functions को हाईजैक कर लेता है और हमें अपने आप ही किसी भी वेबसाइट में भेज देता है. हम जब भी ब्राउज़र open करते है तो यह अपने आप ही हमें अनचाही websites में भेज देता है.
यह वेब ब्राउज़र में यूजर के द्वारा स्टोर की गई जानकारी को चुरा लेता है। यह कीलॉगर के समान होता है जो keys की निगरानी करके यूजर की महत्वपूर्ण जानकारी को रिकॉर्ड कर लेता है।
इसे पढ़ें:- वेब ब्राउज़र क्या है और इसके प्रकार
5- Rootkit (रूटकिट)
Rootkit एक प्रकार का spyware है जिसका उपयोग हैकर्स के द्वारा कंप्यूटर तक पहुंचने और उसमे मौजूद डेटा को चुराने के लिए किया जाता है। इसमें हैकर कंप्यूटर को पूरी तरह नियंत्रित कर सकता है।
ज्यादातर रूटकिट सॉफ्टवेयर, computer और install किए गए एप्लिकेशन पर हमला करते हैं। इसके अलावा यह आपके कंप्यूटर की जासूसी करते है और फर्मवेयर पर हमला करते है। इन वायरस का पहचानना काफी कठिन होता है।
6- Web beacon (वेब बीकन)
यह एक प्रकार की तकनीक है जिसका उपयोग वेब पेजों और ईमेल पर किया जाता है। यह यूजर के द्वारा पढ़े गए ईमेल को ट्रैक करते है और इस जानकारी को थर्ड पार्टी के पास भेज देते है।
Web beacons को ज्यादातर हैकर के द्वारा प्रयोग किया जाता है ये track करने के लिए की कितने users ने ईमेल को पढ़ा या नहीं.
7- Password theft spyware (पासवर्ड थेफ़्ट स्पाइवेयर)
Password theft spyware का मुख्य उद्देश्य यूजर के पासवर्ड, और user name जैसी जानकारी की चोरी करना होता है। यह वायरस यूजर की गुप्त जानकारी को चुराने में सक्षम होता है। यह कंप्यूटर में खुद को स्थापित करके password और username की जासूसी करता है।
8- Modem hijacker (मॉडेम हाईजैकर)
यह सबसे पुराना स्पाइवेयर है जो फोन लाइन के माध्यम से डायल-अप इंटरनेट कनेक्शन (dial-up Internet connections) को प्रभावित करता है। हलाकि वर्तमान समय में इस सॉफ्टवेयर से ज्यादा खतरा नहीं है। क्योकि ज्यादातर लोगो के पास डायल-अप कनेक्शन नहीं हैं। इस प्रकार के वायरस को सिस्टम से हटाना आसान होता है।
9- Mobile spyware (मोबाइल स्पाइवेयर)
Mobile spyware यूजर के फ़ोन की निगरानी करता है। यह सॉफ्टवेयर फ़ोन की गतिविधियों की निगरानी करता है और यूजर के डेटा की चोरी करता है।
यह आपके मोबाइल में मौजूद इमेज , वीडियो ,फाइलें , कॉल रिकॉर्डिंग , टेक्स्ट मैसेज ,और वेबसाइटों को ब्राउज़ किये गए डेटा तक की जानकारी तक पहुंच सकता है और उन्हें चुरा सकता है।
10- Cookie tracker (कुकी ट्रैकर)
Cookie एक text file होती है जिसमें यूजर की infromation मौजूद होती है. जब हम इन्टरनेट पर कोई वेबसाइट खोलते हैं। तब ब्राउज़र में एक छोटा Text File Save हो जाता है। जिसे Cookies कहा जाता है।
Cookie Tracker आपके ब्राउज़र में मौजूद cookie को track करके आपकी information चुरा लेता है और इस information को किसी कंपनी या व्यक्ति को बेच देता है.
Disadvantages of Spyware in Hindi – स्पाइवेयर के नुकसान
- स्पाइवेयर कंप्यूटर पर मौजूद डेटा को डिलीट , खराब और बर्बाद कर सकता है।
- यह यूजर की गुप्त जानकारी को चुराकर उसका गलत उपयोग कर सकता है।
- यह यूजर की गुप्त जानकारी को अन्य व्यक्ति के पास भेज सकता है।
- इस सॉफ्टवेयर के कारण यूजर फ्रॉड और स्कैम का शिकार हो सकता है।
- यह कंप्यूटर सिस्टम की performance को धीमा कर देता है।
- यह सर्च इंजन (जैसे कि- गूगल, याहू) के results में हेरफेर (manipulate) करता है जो की एक नुकसान है।
- यह यूजर की परमिशन के बिना उसके डेटा का उपयोग गलत कामो के लिए कर सकता है।
- यह आपके डिवाइस या कंप्यूटर की settings को बदल सकता है जिसके कारण आपको कई समस्याओ का सामना करना पड़ सकता है।
Spyware से कैसे बचे?
स्पाइवेयर से बचने के लिए निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए –
- सबसे पहले तो हमें अपने कंप्यूटर में एंटीवायरस सॉफ्टवेयर को install करके रखना चाहिए.
- हमें अपने ईमेल और बैंक के पासवर्ड को समय-समय पर बदलना चाहिए.
- हमें gmail में two factor authentication को on करके रखना चाहिए.
- किसी भी अनजानी वेबसाइट से software को डाउनलोड नहीं करना चाहिए केवल ऑफिसियल वेबसाइट से सॉफ्टवेयर को डाउनलोड करें.
- किसी crack सॉफ्टवेयर को इस्तेमाल ना करें. free के चक्कर में ना पड़े, यह आपको महंगा पड़ सकता है.
- किसी भी अनजाने व्यक्ति का wifi इस्तेमाल ना करें.
- किसी वेबसाइट में अपनी जानकारी share ना करें.
- ईमेल में आने वाले हानिकारक links को click ना करें. उन्हीं links को क्लिक करे जो आपको genuine लगें.
- किसी भी हानिकारक ads पर click ना करें.
स्पाइवेयर एक प्रकार का मैलवेयर है जो आपकी अनुमति के बिना computer में प्रवेश कर जाता है और आपके data को चुरा लेते हैं. इसके बहुत सारें प्रकार होते हैं जैसे कि – KeyLogger, Adware, Trojan, और Browser Hijacker आदि.
इससे बचने के लिए हमें कंप्यूटर में एंटीवायरस सॉफ्टवेयर को install करना चाहिए.
Reference:- https://www.techtarget.com/searchsecurity/definition/spyware
निवेदन:- अगर आपके लिए What is Spyware in Hindi का यह आर्टिकल उपयोगी रहा हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ अवश्य share कीजिये. और आपके जो भी questions हो उन्हें नीचे comment करके बताइए. धन्यवाद.
Thank you so much for this ..iski vajah se mujhe bahut help mili