बायोमेट्रिक सेंसर क्या है? – What is Biometric Sensor in Hindi?

हेल्लो दोस्तों! आज हम इस पोस्ट में What is Biometric Sensor in Hindi (बायोमेट्रिक सेंसर क्या है?) के बारें में पढेंगे. इसे बहुत ही आसान भाषा में लिखा गया है. इसे आप पूरा पढ़िए, यह आपको आसानी से समझ में आ जायेगा. तो चलिए शुरू करते हैं:-

Biometric Sensor in Hindi – बायोमेट्रिक सेंसर क्या है?

  • Biometric Sensor एक विशेष प्रकार का डिवाइस होता है जिसके द्वारा किसी व्यक्ति की पहचान की जाती है.

  • बायोमेट्रिक सेंसर किसी व्यक्ति की शरीर की संरचना (जैसे कि- उँगलियों के निशान, चेहरा, आँख, और आवाज आदि) के आधार पर उस व्यक्ति की पहचान करता है.

  • दुसरे शब्दो में कहे तो “बायोमेट्रिक सेंसर एक ट्रांसड्यूसर (transducer) है जो किसी व्यक्ति के बायोमेट्रिक ट्रीट (biometric treats) को इलेक्ट्रिकल सिग्नल में बदल देता है।“

  • यह एक ऐसी तकनीक है जो जीवित मानव की पहचान उसके फिंगरप्रिंट, आवाज, आँखों और चहरे की मदद से करती है।

  • इसका सबसे अच्छा उदहारण आपके स्मार्टफोन में लगा हुआ fingerprint lock है। जब आप अपनी उंगलियों को उस सेंसर में रखते है तो आपके फ़ोन का लॉक खुल जाता है। ऐसा बायोमेट्रिक सेंसर के कारण हो पाता है जो आपकी शरीर के अंगो को sense (महसूस) करती है।

  • बायोमेट्रिक सेंसर के माध्यम से हम मनुष्य की पूरी जानकारी का पता लगा सकते है जिसमे (नाम, पता, ID, बैंक खाता आदि) शामिल है।

  • एक व्यक्ति की जानकारी डिजिटल रूप में स्टोर होती है जिसका पता लगाने के लिए बायोमेट्रिक सेंसर का उपयोग किया जाता है।

  • बायोमेट्रिक सेंसर जानकारी का पता लगाने के अलावा भी कई कार्य करता है। यह तापमान को माप सकता है , प्रकाश को माप सकता है , और गति को भी माप सकता है।

  • सभी बायोमेट्रिक डिवाइस का उपयोग करने के लिए सेंसर की आवश्यकता पड़ती है जो चीज़ो को सेंस करते है। बायोमेट्रिक सेंसर का उपयोग लेनदेन करने के लिए भी किया जाता है। इसका सबसे अच्छा उदहारण जब कोई व्यक्ति अपने आधार कार्ड के माध्यम से पैसे निकालता है तब उसकी fingerprint की आवश्यकता होती है जिसे बायोमेट्रिक सेंसर डिवाइस के माध्यम से सेंस किया जाता है।

इसके बहुत से प्रकार होते है जैसे (फिंगरप्रिंट सेंसर, Face Recognition, iris Recognition आदि। इन सभी के बारे हम नीचे विस्तार से पढ़ेंगे।

Types of Biometric Sensor in Hindi – बायोमेट्रिक सेंसर के प्रकार

1- Fingerprint Sensor (फिंगरप्रिंट सेंसर)

फिंगरप्रिंट सेंसर वह होते है जो किसी मनुष्य की उंगलियों को स्कैन करते है और जानकारी का पता लगाते है। यह एक लोकप्रिय और सबसे सरल सेंसर है जिसका इस्तेमाल सबसे अधिक मात्रा में किया जाता है।

इसका सबसे अच्छा उदहारण आपके स्मार्ट फ़ोन में लगा हुआ फिंगरप्रिंट लॉक हो सकता है। एक यूजर तभी अपने फ़ोन का lock खोल पायेगा जब फ़ोन में लगा फिंगरप्रिंट सेंसर उसकी उंगलियों को सेंस या स्कैन कर पायेगा। यदि यूजर को उंगलिया match नहीं करती तो वह उस डिवाइस का मालिक नहीं हो सकता। यह सुरक्षा को बढ़ावा देने में भी मदद करता है।

2- Face Recognition (चेहरा पहचानना)

Face recognition को Facial recognition के नाम से भी जाना जाता है। यह एक तकनीक है जिसमे व्यक्ति की जानकारी का पता लगाने के लिए उसके चेहरे का उपयोग किया जाता है।

सीधे शब्दो में कहे तो “यह एक प्रकार का बायोमेट्रिक सेंसर है जिसमे व्यक्ति के चेहरे को स्कैन करके उसकी जानकारी का पता लगाया जाता है।“

व्यक्ति के चेहरे को डिटेक्ट करने के लिए एक प्रकार के कैमरे का उपयोग किया जाता है। फेस रिकग्निशन का उपयोग करके हम व्यक्ति के चेहरे के माध्यम से उसकी पहचान कर सकते है।

स्मार्ट फ़ोन में उपयोग किया जाने वाला face lock एक अच्छा उदहारण हो सकता है। आप अपने स्मार्ट फ़ोन का लॉक अपने चेहरे को माध्यम से खोलते है। यदि चेहरा गलत आदमी का है जो उस मोबाइल का मालिक नहीं है तो लॉक नहीं खुलेगा। यह भी सुरक्षा को बढ़ावा देता है।

3- Iris Recognition (आँख की पुतली की पहचान)

Iris Recognition व्यक्ति की पहचान करने की एक विधि (method) है जिसमे व्यक्ति के आँखों को सेंस या डिटेक्ट करके उसकी पहचान की जाती है।

सभी मनुष्यों की iris (पुतली) अलग अलग होती है जिसके कारण हम इस तकनीक का उपयोग कर पाते। इस विधि का उपयोग व्यक्ति की पहचान करने, कम्पनियो में व्यक्ति की पहचान करने और सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए किया जाता है।

4- Speech Recognition (आवाज की पहचान)

Speech Recognition व्यक्ति की पहचान करने का एक तरीका है जिसमे व्यक्ति की आवाज के माध्यम से उसे पहचाना जाता है। इसमें सेंसर मनुष्य की आवाज को स्कैन या सेंस करता है और उसकी पुष्टि (confirm) करता है।

Speech Recognition का सबसे बड़ा नुकसान यह है कि पास में अगर शोर ज्यादा है तो यह तकनीक काम नहीं करती। इस तकनीक का उपयोग करने के लिए एक शांत जगह की आवश्यकता पड़ती है।

5- Hand Geometry (हाथ की ज्यामिति)

Hand Geometry भी एक बायोमेट्रिक सेंसर है जिसमे मनुष्य की पहचान करने के लिए उसके हाथो का प्रयोग किया जाता है। इसमें मनुष्य की पहचान करने के लिए हाथ की लंबाई, मोटाई,  पूरे हाथ , या उंगलियों का उपयोग किया जा सकता है।

6- Signature Verification (हस्ताक्षर की जांच)

Signature Verification एक विधि है जिसमे मनुष्य के हस्ताक्षर के माध्यम से उसकी पहचान की जाती है। यह एक सरल तकनीक है जिसका उपयोग अधिक मात्रा में किया जाता है। सेंसर signature को verify करने के लिए समय गति (Time speed), दबाव और कोण (angle) जैसे फैक्टर का उपयोग करता है।

Applications of Biometric Sensor in Hindi – बायोमेट्रिक सेंसर के अनुप्रयोग

इसका इस्तेमाल निम्नलिखित जगहों पर किया जाता है:-

1- बायोमेट्रिक सेंसर का उपयोग व्यवसाय के छेत्र में कंप्यूटर लॉगिन , इंटरनेट को एक्सेस करने के लिए , और फाइलों तक पहुंच प्राप्त करने के लिए किया जाता है।

2- इसका उपयोग डेटा को सुरक्षित रखने के लिए किया जाता है। यह केवल उन्ही यूजर को डेटा तक पहुंचने की अनुमति देता है जो उसके असली मालिक है।

3- इसका उपयोग क्रेडिट कार्ड , मोबाइल फ़ोन , डेबिट कार्ड में किया जाता है।

4- इसका उपयोग अपराधियों और लाशो की पहचान करने के लिए किया जाता है।

5- इसका उपयोग डिजिटल जानकारी का पता लगाने और उसे सुरक्षित रखने के लिए किया जाता है।

6- इसका इस्तेमाल आईडी कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट आदि में भी किया जाता है।

Advantages of Biometric sensor in Hindi – बायोमेट्रिक सेंसर के फायदे

1- बायोमेट्रिक सेंसर मनुष्य के डेटा को पूरी तरह सुरक्षित रखने में मदद करते है।

2- यह फ्रॉड और स्कैम होने के खतरे को कम करने में मदद करता है।

3- यह अधिक विश्वशनीय (reliable) होते है।

4- यह पासवर्ड , पिन और key की तुलना में अधिक सुरक्षा प्रदान करते है। कई पासवर्ड को हैकर द्वारा तोडा भी जा सकता है। लेकिन बायोमेट्रिक में ऐसा नहीं है।

5- इसमें यूजर की permission (अनुमति) के बिना उसकी जानकारी को कोई दूसरा व्यक्ति एक्सेस नहीं कर सकता।

Disadvantages of Biometric Sensor in Hindi – बायोमेट्रिक सेंसर के नुकसान

1- यह एक महंगी तकनीक हो सकती है।

2- बायोमेट्रिक डिवाइस काफी महंगे होते है।

3- यह एक सुरक्षित तकनीक है लेकिन इसके बावजूद भी हैकर इन्हे हैक कर सकते है।

4- यदि आपके उंगलियों में कोई खरोच आ जाती है तो बायोमेट्रिक सेंसर आपकी उंगलियों को स्कैन नहीं कर पाएंगे।

5- speech recognition में व्यक्ति की आवाज को पहचाने के लिए कम शोर वाली जगह की आवश्यकता पड़ती है। यदि अधिक शोर वाली जगह पर इस तकनीक का प्रयोग करेंगे तो यह काम नहीं करेगी।

Biometric sensor क्या है?

यह एक डिवाइस होता है जिसका इस्तेमाल करके किसी व्यक्ति की पहचान की जाती है.

बायोमेट्रिक सेंसर कितने प्रकार होते हैं?

इसके बहुत सारें प्रकार होते हैं जैसे – fingerprint, face recognition, speech recognition आदि.

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