हेल्लो दोस्तों! आज हम इस पोस्ट में What is Plotter in Hindi (प्लॉटर क्या है?) के बारें में पढेंगे. इसे बहुत ही आसान भाषा में लिखा गया है. इसे आप पूरा पढ़िए, यह आपको आसानी से समझ में आ जायेगा. तो चलिए शुरू करते हैं:-
टॉपिक
- 1 Plotter in Hindi – प्लॉटर क्या है?
- 2 प्लॉटर के फायदे – Advantages of Plotter in Hindi
- 3 प्लॉटर के नुकसान – Disadvantages of Plotter in Hindi
- 4 Types of Plotter in Hindi – प्लॉटर के प्रकार
- 5 प्लॉटर के अनुप्रयोग – Applications of Plotter in Hindi
- 6 प्लॉटर और प्रिंटर के बीच अंतर – Difference between Printer & Plotter in Hindi
Plotter in Hindi – प्लॉटर क्या है?
- प्लॉटर एक आउटपुट डिवाइस है जिसका इस्तेमाल वेक्टर ग्राफ़िक्स को छापने के लिए किया जाता है.
- दूसरे शब्दों में कहें तो, “प्लॉटर एक हार्डवेयर डिवाइस है जो प्रिंटर की तरह होता है और इसका इस्तेमाल वेक्टर ग्राफ़िक्स को प्रिंट करने के लिए किया जाता है.”
- प्लॉटर का आकार प्रिंटर की तुलना में बड़ा होता है और यह प्रिंटर की तुलना में महंगा भी बहुत होता है.
- Plotter का उपयोग आमतौर पर बड़े आकार के नक़्शे (Map), ग्राफ (Graph), पोस्टर (Poster), चित्र (Drawing) और चार्ट (chart) को प्रिंट करने के लिए किया जाता है. इसके साथ साथ यह 3D प्रिंटिंग भी कर सकता है.
- Plotter का आविष्कार वर्ष 1953 में Remington Rand के द्वारा किया गया था।
- यह ग्राफ़िक्स को प्रिंट करने के लिए टोनर के बजाय पेन, मार्कर या पेंसिल का उपयोग करता है।
- पुराने समय में प्लॉटर का इस्तेमाल कंप्यूटर एडेड डिजाइन (CAD) के लिए किया जाता था लेकिन अब इसका इस्तेमाल केवल हार्ड कॉपी को प्रिंट करने के लिए किया जाता है।
- Plotter लाइनों को निरतंर (continuous) खींच सकता है इसलिए इसका इस्तेमाल इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट में भी किया जाता है। यह अन्य प्रिंटर की तुलना में महंगे होते है जो बिलकुल सटीक तरीके से अपने कार्यो को करते है। अलग अलग कार्यो के लिए अलग अलग प्लॉटर का उपयोग किया जाता है।
प्लॉटर के फायदे – Advantages of Plotter in Hindi
1- प्लॉटर के द्वारा हम बड़े आकार वाले कागज पर चित्रों को आसानी से प्रिंट कर सकते है।
2- यह प्लास्टिक शीट, लकड़ी, एल्यूमीनियम और स्टील जैसी चीजों में चित्रों को प्रिंट कर सकता है।
3- यह काफी तेज गति से चित्रों को प्रिंट करता है।
4- यह चीज़ो को बिलकुल सही ढंग से प्रिंट करता है।
5- यह हाई क्वालिटी वाले ग्राफ़िक्स को प्रिंट करने में सक्षम है।
6- यह कम समय में बड़ी मात्रा में चीज़ो को प्रिंट कर सकता है।
प्लॉटर के नुकसान – Disadvantages of Plotter in Hindi
1- प्रिंटर की तुलना में प्लॉटर का आकार काफी बड़ा होता है जिसकी वजह से इन्हे रखने में ज्यादा जगह की जरूरत होती है।
2- यह प्रिंटर की तुलना में काफी महंगे भी होते है।
3- कुछ प्लॉटर चित्रों को प्रिंट करते वक़्त बहुत ज्यादा शोर करते है जिसकी वजह से यूजर का अनुभव खराब हो जाता है।
4- इन्हे नियमित रूप से मेन्टेन करके रखना पड़ता है।
5- सभी प्लॉटर हाई क्वालिटी वाले चित्रों को प्रिंट नहीं करते।
Types of Plotter in Hindi – प्लॉटर के प्रकार
प्लॉटर के निम्नलिखित प्रकार होते हैं:-
- Drum Plotter (ड्रम प्लॉटर)
- Flatbed Plotter (फ्लैटबेड प्लॉटर)
- Inkjet Plotter (इंकजेट प्लॉटर)
- Electrostatic Plotter (इलेक्ट्रोस्टेटिक प्लॉटर)
- Pen Plotter (पेन प्लॉटर)
1- Drum Plotter (ड्रम प्लॉटर)
ड्रम प्लॉटर एक ऐसा प्लॉटर है जिसमें एक ड्रम होता है और इस ड्रम के अंदर कागज को प्रिंट करने के लिए रखा जाता है. इसमें प्रिंटिंग के दौरान कागज को दायें और बायें घुमाने के लिए ड्रम रिवाल्वर का उपयोग किया जाता है।
ड्रम प्लॉटर में छपाई के लिए पेन का इस्तेमाल किया जाता है, यह पेन अलग अलग रंगो की होती है जिसकी वजह से यह रंगीन (colourful) प्रिंटिंग करता है।
2- Flatbed Plotter (फ्लैटबेड प्लॉटर)
Flatbed Plotter एक ऐसा प्लॉटर है जो कागज़ को प्रिंट करने के लिए सपाट सतह (flat surface) का इस्तेमाल करता है। फ्लैटबेड प्लॉटर की सतह सपाट होती है। इस सतह पर कागज को रखा जाता है जिसके बाद पेन की मदद से चित्रों और ग्राफ़िक्स को कागज पर प्रिंट कर दिया जाता है।
फ्लैटबेड प्लॉटर में पेन x और y दोनों अक्षों में चलता है। इस प्लॉटर में पेन कई आकारों और रंगों में उपलब्ध हैं। फ्लैटबेड प्लॉटर 60 इंच तक कागज को प्रिंट करने में सक्षम होते है। यह कागज की छपाई के अलावा प्लास्टिक, कार्डबोर्ड या धातु जैसी चीज़ो पर छपाई कर सकते है। यह काफी महंगे होते है जिनका आकार अन्य प्लॉटर की तुलना में बड़ा होता है। सबसे पहला फ्लैटबेड प्लॉटर CalComp Model 738 था जिसे 1970 के दशक में बनाया गया था।
3- Inkjet Plotter (इंकजेट प्लॉटर)
Inkjet Plotter ग्राफ़िक्स और चित्रों को प्रिंट करने के लिए कागज पर स्याही की बूंदो का छिड़काव करता है। यह प्लॉटर ग्राफिक डिजाइनरों और विज्ञापन एजेंसियों के लिए एक लोकप्रिय विकल्प हैं।
ज्यादातर इंकजेट प्लॉटर रंगीन (colored) होते है जो चार रंगों की स्याही Cyan (सियान), Magenta (मैजेंटा), Yellow (पीला) और Black (काला) का इस्तेमाल करते हैं।
इंकजेट प्लॉटर अन्य प्लॉटर की तुलना में अच्छी गुणवत्ता (हाई क्वालिटी) वाले ग्राफ़िक्स को प्रिंट करते है। यह प्लॉटर भी काफी महंगे होते है जो अलग अलग आकार में आते है।
4– Electrostatic Plotter (इलेक्ट्रोस्टेटिक प्लॉटर)
इलेक्ट्रोस्टैटिक प्लॉटर में वेक्टर ग्राफिक्स के बजाय रास्टर ग्राफ़िक्स (raster graphics) का उपयोग करके कागज की छपाई की जाती है। इसमें टोनर स्याही का उपयोग करके कागज पर ग्राफ़िक्स को प्रिंट किया जाता है।
5– Pen Plotter (पेन प्लॉटर)
पेन प्लॉटर में कई प्रकार की स्याही होती है जो पेन के अंदर भरी होती है जिनका इस्तेमाल ग्राफ़िक्स और चित्रों को अलग अलग रंगो में प्रिंट करने के लिए किया जाता है।
यह प्लॉटर उच्च गुणवत्ता वाले ग्राफ़िक्स को प्रिंट करने में सक्षम होते है। यह प्लॉटर चित्रों को कागज़, प्लास्टिक जैसी शीटों में प्रिंट कर सकता है। यह इलेक्ट्रोस्टेटिक प्लॉटर की तुलना में सस्ते होते है और उनकी तुलना में अच्छी क्वालिटी के ग्राफ़िक्स प्रिंट करते है।
इसे पढ़ें:- प्रिंटर कितने प्रकार का होता है?
प्लॉटर के अनुप्रयोग – Applications of Plotter in Hindi
इसके निम्नलिखित उपयोग है:-
1- प्लॉटर का इस्तेमाल उच्च रिज़ॉल्यूशन (high resolution) वाले वेक्टर ग्राफिक्स और चित्रों को प्रिंट करने के लिए किया जाता है।
2- इनका इस्तेमाल CAD (कंप्यूटर एडेड डिजाइन) और CAM (कंप्यूटर एडेड मशीन) में किया जाता है।
3- इसका उपयोग इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट में भी किया जाता है क्योंकि ये सीधी लाइन को खींच सकते है।
4- यह प्लॉटर बड़ी बड़ी इमारतों को डिज़ाइन करने में सक्षम होते है।
5- इसका इस्तेमाल डायग्राम और मानचित्र बनाने के लिए भी किया जाता है।
6- यह बिजनेस चार्ट के साथ साथ इंजीनियरिंग ड्रॉइंग को डिज़ाइन करने में सक्षम होते है।
7- इनका उपयोग मुख्य रूप से प्रिंटिंग एजेंसियों में विज्ञापन, बैनर और पोस्टर प्रिंट करने के लिए किया जाता है।
8- यह ग्राफ़िक डिजाइनरों के लिए एक लोकप्रिय डिवाइस है जिसका इस्तेमाल ग्राफ़िक डिज़ाइनर ग्राफ़िक्स बनाने के लिए करता है।
9- इसका इस्तेमाल टेक्सटाइल प्रिंटिंग के लिए किया जाता है। यह डिवाइस कागज में अक्षरों को लिखने में सक्ष्म होता है।
10- इन प्लॉटर का इस्तेमाल डिज़ाइनो को काटने के लिए भी किया जाता है।
प्लॉटर और प्रिंटर के बीच अंतर – Difference between Printer & Plotter in Hindi
Plotter | Printer |
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यह DWG, CDR, AI जैसी फ़ाइलें पढ़ सकता है। | प्रिंटर BMP, PDF और JPG, और TIFF जैसी फाइलों को पढ़ सकता है। |
यह एक ऐसा डिवाइस है जो कंप्यूटर के द्वारा दिए गए निर्देशों के आधार पर समाग्री को प्रिंट करता है। | यह डिवाइस नेटवर्क के जरिए दिए गए कमांड की मदद से इमेज और टेक्स्ट को प्रिंट करता है। |
यह महंगे होते है। | यह सस्ते होते है। |
यह लाइन को continuous (निरंतर) खींच सकता है। | यह लाइन को continuous नहीं खींच सकता है। |
यह धीमी गति से कार्य करता है। | यह तेज गति से कार्य करता है। |
इसमें एडोब इलस्ट्रेटर, कोरल, फ्लेक्सी और सीएडी जैसे सॉफ्टवेयर शामिल है। | इसमें इमेज एडिटिंग सॉफ्टवेयर शामिल होते है। |
इसके लोकप्रिय उदहारण है :- Drum Plotter, Flatbed Plotter, Pen Plotter, Inkjetआदि। | इसके लोकप्रिय उदहारण है :- लेजर प्रिंटर, सॉलिड इंक प्रिंटर, एलईडी प्रिंटर आदि। |
Exam में पूछे जाने वाले प्रश्न –
प्लॉटर एक आउटपुट डिवाइस है जो एक वेक्टर ग्राफ़िक्स को प्रिंट करता है। यह कंप्यूटर से डेटा प्राप्त करता है और इसे कागज पर प्रिंट करता है। यह एक आउटपुट डिवाइस है।
प्लॉटर एक प्रिंटर की तरह एक कंप्यूटर के हार्डवेयर में आउटपुट डिवाइस होते है जिसे वेक्टर ग्राफिक्स को प्रिंट करने के लिए उपयोग किया जाता है। Plotter एक इंडस्ट्री एप्लीकेशन के लिए बड़ा प्रिंटर हैं, यह पारम्परिक प्रिंटर की तरह, टोनर इंक का उपयोग नहीं करते हैं।
Reference:– https://www.javatpoint.com/what-is-a-plotter
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