हेल्लो दोस्तों! आज हम इस पोस्ट में What is Coaxial Cable in Hindi (कोएक्सियल केबल क्या है?) के बारें में पढेंगे. इसे बहुत ही आसान भाषा में लिखा गया है. इसे आप पूरा पढ़िए, यह आपको आसानी से समझ में आ जायेगा. तो चलिए शुरू करते हैं:-
टॉपिक
- 1 Coaxial Cable in Hindi – कोएक्सियल केबल क्या है?
- 2 कोएक्सियल केबल की संरचना – Structure of Coaxial Cable in Hindi
- 3 कोएक्सियल केबल के प्रकार – Types of Coaxial cable in Hindi
- 4 कोएक्सियल केबल के उपयोग – Applications of Coaxial cable in Hindi
- 5 कोएक्सियल केबल के फायदे – Advantages of Coaxial cable in Hindi
- 6 कोएक्सियल केबल के नुकसान – Disadvantages of Coaxial cable in Hindi
Coaxial Cable in Hindi – कोएक्सियल केबल क्या है?
- Coaxial Cable एक प्रकार की इलेक्ट्रिकल केबल होती है जिसका इस्तेमाल दो या दो से अधिक डिवाइसों को आपस में जोड़ने के लिए किया जाता है जिससे कि ये डिवाइस आपस में डेटा का ट्रान्सफर कर सकें.
- दुसरे शब्दों में कहें तो, “Coaxial Cable एक ट्रांसमिशन लाइन है जो तांबे (copper) की बनी होती है और इसके इसके चारों ओर insulator (कुचालक) की एक परत होती है.”
- Coaxial Cable को कॉक्स (coax) के नाम से भी जाना जाता है। जिसका इस्तेमाल केबल ऑपरेटरों और टेलीफोन कंपनियों के द्वारा किया जाता है।
- कोएक्सियल केबल में copper (तांबे) का उपयोग डेटा को ट्रांसमिट करने के लिए किया जाता है और insulator (कुचालक) का उपयोग तांबे को इंसुलेशन प्रदान करने के लिए किया जाता है.
- टीवी और सेट-टॉप बॉक्स में कोएक्सियल केबल का इस्तेमाल सबसे ज्यादा किया जाता है उदाहरण के लिए – हमारे घरों की TV को set-top बॉक्स से जोड़ने के लिए कोएक्सियल केबल का इस्तेमाल किया जाता है.
- कोएक्सियल केबल की डेटा ट्रान्सफर की स्पीड twisted pair केबल से बहुत अधिक होती है लेकिन फाइबर ऑप्टिक केबल से कम होती है.
- कोएक्सियल केबल का इस्तेमाल ISP (इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर) के द्वारा ग्राहकों को इंटरनेट की सुविधा प्रदान करने के लिए भी किया जाता है।
- यह केबल बहुत लचीली (flexible) होती है जिसे आसानी से मोड़ा जा सकता है। इस केबल का आविष्कार वर्ष 1880 में ओलिवर हीविसाइड (Oliver Heaviside) के द्वारा किया गया था।
कोएक्सियल केबल की संरचना – Structure of Coaxial Cable in Hindi
यह केबल चार परतों से मिलकर बना होता है –
1- Copper (तांबा)
कोएक्सियल केबल के सबसे अंदर का भाग तांबे का बना होता है,यह वही भाग होता है जहाँ पर डेटा ट्रांसमिट होता है।
2- Insulator (कुचालक)
इस केबल में एक insulator (कुचालक) होता है जो तांबे के चारों तरफ लिपटा रहता है। यह तांबे के ढाल के रूप में काम करता है और तांबे की सुरक्षा करता है।
3- Braided mesh (लट जाल)
Braided mesh एक धातु का बना होता है जो ट्रांसमिट होने वाले डेटा को नष्ट (destroy) होने से बचाता है.
4- Plastic Layer (प्लास्टिक लेयर)
यह सबसे बाहर की परत है जो प्लास्टिक की बनी होती है। यह परत कोएक्सियल केबल को सुरक्षा प्रदान करती है ताकि केबल खराब ना हो सके और लम्बे समय तक चल सके।
कोएक्सियल केबल के प्रकार – Types of Coaxial cable in Hindi
इसके 7 प्रकार होते हैं:-
1- Hardline Coaxial Cable (हार्डलाइन कोएक्सियल केबल)
Hardline coaxial cable वह केबल होती है जो तांबे, चांदी, एल्यूमीनियम, और स्टील जैसे पदार्थों से बनी होती है। अन्य केबलों की तुलना इस केबल की लम्बाई और चौड़ाई अधिक होती है। हार्ड लाइन कोएक्सियल केबल का इस्तेमाल हाई स्पीड ट्रांसमिशन के लिए किया जाता है।
2- Flexible coaxial cable (फ्लेक्सिबल कोएक्सियल केबल)
यह केबल बहुत ही लचीली (flexible) होती है इसलिए इसे आसानी से मोड़ा जा सकता है. यह केबल polymer (पॉलीमर) से बनी होती है. इन केबलों का इस्तेमाल वीडियो डिवाइस और टीवी के कनेक्शन में किया जाता है।
3- Semi-rigid coaxial cable (सेमी-रिजिड कोएक्सियल केबल)
यह केबल ठोस तांबे से बनी होती है। इन केबलों की परफॉरमेंस काफी अच्छी होती है और यह हाई फ्रीक्वेंसी प्रदान करती है।
4- Formable coaxial cable (फॉर्मेबल कोएक्सियल केबल)
इस केबल को बनाने के लिए लचीली धातु का इस्तेमाल किया जाता है. इसे conformable coaxial cable के नाम से भी जाना जाता है.
5- Twinaxial cable (ट्विनएक्सियल केबल)
Twinaxial केबल का इस्तेमाल वीडियो प्रसारण के लिए किया जाता है। यह केबल वीडियो प्रसारण के लिए एक लोकप्रिय विकल्प है।
6- Triaxial cable (त्रिअक्षीय केबल)
यह एक प्रकार की कोएक्सियल केबल है जिसे Triax के नाम से भी जाना जाता है। यह केबल यूजर को अधिक बैंडविड्थ प्रदान करती है।
7- Rigid coaxial cable (रिजिड कोएक्सियल केबल)
यह एक ठोस केबल है जिसे दो कॉपर ट्यूबों की मदद से बनाया जाता है। इन केबलों को मोड़ा नहीं जा सकता क्योकि यह बहुत ज्यादा ठोस होती है। इस केबल का उपयोग टीवी और FM ब्राडकास्टिंग सिस्टम में किया जाता है।
इसे पढ़ें:–
कोएक्सियल केबल के उपयोग – Applications of Coaxial cable in Hindi
इसके निम्नलिखित उपयोग है :-
1- Television (टेलीविज़न)
Coaxial cable का इस्तेमाल टेलीविज़न में किया जाता है। टीवी में 75 Ohm और RG-6 कॉक्स केबल का प्रयोग किया जाता है।
2- Internet (इन्टरनेट)
इसका इस्तेमाल इंटरनेट सिग्नल को ले जाने के लिए किया जाता है। इंटरनेट सिग्नल को ले जाने के लिए RG-6 केबल का उपयोग किया जाता है।
3- CCTV (सीसीटीवी)
इसका इस्तेमाल CCTV कैमरों में भी किया जाता है। CCTV में RG-59 और RG-6 दोनों केबलों का उपयोग किया जा सकता है।
4- Video (विडियो)
यह केबल वीडियो ट्रांसमिशन में भी मदद करती है। वीडियो सिग्नल को ट्रांसमिट करने के लिए RG-59 केबल का उपयोग किया जाता है।
5- HDTV (एचडीटीवी)
इसका इस्तेमाल HDTV के सिग्नल को एक स्थान से दुसरे स्थान में ट्रांसफर करने के लिए किया जाता है। सिग्नल को ट्रांसफर करने के लिए RG-11 का उपयोग किया जाता है।
6- ISP
इसका इस्तेमाल ISP (इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर) के द्वारा ग्राहकों को इंटरनेट कनेक्शन प्रदान करने के लिए किया जाता है।
इसे पढ़ें:- ऑप्टिकल फाइबर क्या है और इसके प्रकार
कोएक्सियल केबल के फायदे – Advantages of Coaxial cable in Hindi
इसके बहुत से फायदे होते है :-
1- यह केबल उच्च बैंडविड्थ (high bandwidth) को सपोर्ट करती है।
2- इस केबल को स्थापित (install) करना काफी आसान होता है।
3- यह केबल अधिक विश्वशनीय (reliable) और अधिक टिकाऊ होती है जो लम्बे समय तक खराब नहीं होती।
4- यह केबल एक से अधिक चैनलो को सपोर्ट करती है।
5- यह तेज गति से डेटा और सिग्नल को ट्रांसफर करने में सक्षम होती है।
कोएक्सियल केबल के नुकसान – Disadvantages of Coaxial cable in Hindi
1- यह एक महंगी तार है। अन्य केबल की तुलना में Coaxial cables काफी महंगे होते है।
2- इन केबलों में कई परत (layer) होती है जिसकी वजह से यह केबल मोटी और भारी हो जाती है।
3- यह अधिक सुरक्षित नहीं होती जिसकी वजह से डाटा चोरी होने का खतरा बना रहता है । हैकर्स केबलों की मदद से यूजर के डेटा को चुरा सकते है।
4- कुछ केबल बहुत ठोस होती है जिसकी वजह से इन्हे मोड़ना किसी भी यूजर के लिए मुश्किल होता है।
Exam में पूछे जाने वाले प्रश्न –
coaxial cable एक इलेक्ट्रिकल तार है जिसका इस्तेमाल डेटा ट्रांसमिशन के लिए किया जाता है. इसका उपयोग करके data और signal को एक डिवाइस से दूसरी डिवाइस में send और receive किया जाता है.
इसके 7 प्रकार होते हैं:- Hardline, flexible, semi rigid, formable, twinaxial, triaxial, और rigid.
Reference:– https://www.geeksforgeeks.org/what-is-coaxial-cable/
निवेदन:- अगर आपके लिए Coaxial Cable in Hindi का यह आर्टिकल उपयोगी रहा हो तो इसे अपने friends और classmates के साथ अवश्य share कीजिये. अगर आपके किसी भी subjects से related कोई questions हो तो उन्हें नीचे comment करके बताइए. keep learning..