वेब जैकिंग क्या है? – Web Jacking in Hindi

Web Jacking एक Cyber Attack है जिसमें hackers किसी वेबसाइट की असली लिंक को बदलकर नकली वेबसाइट बना देते हैं। जब कोई यूज़र उस लिंक पर क्लिक करता है, तो उसे असली वेबसाइट के बजाय एक नकली वेबसाइट पर भेज दिया जाता है। इस तरह, hackers यूज़र की पर्सनल जानकारी चुरा सकते हैं या उसे धोखाधड़ी (Fraud) का शिकार बना सकते हैं।

Web Jacking एक प्रकार का cyber crime है जिसमें hackers किसी website का control हासिल कर लेते हैं। ये hackers वेबसाइट के owner की permission के बिना उस पर कब्जा करते हैं और उसका गलत इस्तेमाल करते हैं।

Web Jacking कैसे काम करता है?

1:- Domain Hijacking:

Hackers किसी प्रसिद्ध वेबसाइट के डोमेन (Domain) को किसी भी तरीके से अपने कंट्रोल में ले लेते हैं। ऐसा अक्सर Expired Domains (जिनका रजिस्ट्रेशन खत्म हो चुका हो) को खरीदकर किया जाता है।

2- Fake Website Creation:

Hackers असली वेबसाइट जैसी ही एक नकली वेबसाइट तैयार कर लेते हैं। नकली वेबसाइट का डिज़ाइन और इसका content असली वेबसाइट से मिलता-जुलता होता है।

3:- Phishing Attack:

Users को ईमेल, मैसेज, या सोशल मीडिया के ज़रिए नकली वेबसाइट की लिंक भेजी जाती है। Users जब उस लिंक पर क्लिक करते हैं, तो वे असली वेबसाइट समझकर अपनी Login id और password, Credit Card की जानकारी या Personal Information डाल देते हैं।

4:- Control & Exploitation:

Hacker यूज़र की संवेदनशील जानकारी चुरा लेते हैं और उसका गलत इस्तेमाल करते हैं। कई बार वेबसाइट मालिक से फिरौती (Ransom) भी मांगी जाती है।

Web Jacking से बचाव के उपाय

Web Jacking से बचने के उपाय नीचे दिए गए हैं:-

1:- URL को ध्यान से चेक करें:

किसी भी लिंक पर क्लिक करने से पहले उसे ध्यान से जांचें। नकली वेबसाइट में अक्सर Spelling Mistakes या थोड़े बदलाव होते हैं, जैसे – amazonn.com या faceboook.com।

2:- SSL Certificate चेक करें:

असली वेबसाइट के URL के आगे HTTPS होता है, जबकि नकली वेबसाइट में HTTP हो सकता है।

3:- Two-Factor Authentication (2FA) का इस्तेमाल करें:

अगर आपके अकाउंट में 2FA इनेबल है, तो हैकर्स केवल पासवर्ड चुराकर लॉगिन नहीं कर पाएंगे।

4:- Antivirus और Firewall को अपडेट रखें:

एक अच्छे एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर का इस्तेमाल करें ताकि संदिग्ध वेबसाइट्स ब्लॉक हो जाएं।

5:- Phishing email से सावधान रहें:

अनजान ईमेल, मैसेज या लिंक पर क्लिक करने से बचें।

6:- Regular Backup लें:

अगर आप खुद की वेबसाइट चला रहे हैं, तो regular बैकअप जरूर लें ताकि किसी भी अटैक के बाद वेबसाइट को आसानी से रिकवर किया जा सके।

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