SLA Life Cycle in Hindi

SLA Life Cycle वह प्रक्रिया है जिसके जरिए Service Level Agreement (SLA) को plan किया जाता है, implement किया जाता है और समय समय पर review करके improve (बेहतर) किया जाता है।

इसमें कुल 6 steps होते हैं:-

SLA Life Cycle in Hindi

1:- Discover Service Provider (सर्विस प्रोवाइडर को ढूंढना)

इस step में customer को अपने business के हिसाब से एक विश्वसनीय cloud service provider को ढूंढना होता है। Customer को यह देखना होता है कि:-

  • कौन-कौन से providers उपलब्ध हैं?
  • उनकी reliability कैसी है?
  • कौन सबसे बेहतर SLA conditions प्रदान कर रहा है?

यह स्टेप SLA शुरू करने का पहला और सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है।

2:- Define SLA (SLA की शर्तें तय करना)

एक बार प्रोवाइडर select हो जाने के बाद, SLA के terms डिफाइन किए जाते हैं। इसमें शामिल होते हैं:-

  • Uptime कितना रहेगा (जैसे 99.9%)
  • Response time क्या होगा?
  • Support कैसे मिलेगा?
  • कौन-कौन सी services मिलेंगी?

यह स्टेप transparency और clarity के लिए बहुत जरूरी होता है।

3:- Establish Agreement (समझौता करना)

SLA की शर्तों को डिफाइन करने के बाद agreement तैयार किया जाता है। इस agreement में सारी बातें लिखी जाती हैं और दोनों पक्ष (provider और customer) उस पर sign करते हैं।

4:- Monitor SLA Violation (SLA के उल्लंघन पर नजर रखना)

जब service चालू हो जाती है, तब real-time में monitor किया जाता है कि:

  • क्या SLA के अनुसार service दी जा रही है?
  • कोई violation तो नहीं हो रहा?

Monitoring tools की help से performance को track किया जाता है।

5:- Terminate SLA (SLA को समाप्त करना)

SLA कुछ time के लिए valid होता है। जब SLA agreement की अवधि पूरी हो जाती है या किसी वजह से एक party agreement से बाहर निकलना चाहती है, तो SLA को terminate किया जाता है।

Termination के बाद service बंद कर दी जाती है या नये agreement पर बातचीत शुरू होती है।

6:- Enforce Penalties for SLA Violation (SLA का उल्लंघन होने पर सजा देना)

अगर क्लाउड प्रोवाइडर SLA की terms को follow नहीं करता, तो उसे penalty या fine देना पड़ता है। जैसे:

  • Extra charges वापस करने होते हैं
  • Compensation देना पड़ता है
  • Future discount देना होता है

यह स्टेप customer के हक की रक्षा करता है और provider को responsible (जिम्मेदार) बनाता है।

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