Hello दोस्तों! आज हम इस आर्टिकल में What is ARP in Hindi के बारें में पढेंगे और इसके types, working और message format को भी देखेंगे. इसे आप पूरा पढ़िए, आपको यह आसानी से समझ में आ जायेगा. तो चलिए शुरु करते हैं:-
टॉपिक
What is ARP in Hindi
ARP का पूरा नाम Address Resolution Protocol है. यह एक communication protocol है जिसका प्रयोग IP Address के द्वारा डिवाइस के MAC address को खोजने के लिए किया जाता है. यह OSI Model के network layer का सबसे महत्वपूर्ण protocol है.
ARP का मुख्य कार्य 32-bit IP address को 48-bit MAC address में बदलना है. इसका प्रयोग ज्यादातर device के MAC address को निर्धारित करने के लिए किया जाता है.
इस protocol का प्रयोग तब किया जाता है जब कोई device दूसरी अन्य device से local area network या ethernet में communicate करना चाहती है.
ARP एक network layer प्रोटोकॉल है। TCP/IP protocol suit में यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण protocol है। हालाँकि इसे 80 के दशक के शुरआती दिनों में ही develop (विकसित) कर लिया गया था लेकिन इसे 1982 में RFC 826 में define किया गया। ARP को IPv4, X.25, frame relay, ATM जैसी महत्वपूर्ण technologies (तकनीकों) के साथ implement किया गया है।
ARP प्रोटोकॉल IP address के आधार MAC address को find करता है. Application layer पर किसी भी device से communicate करने के लिए IP address का use किया जाता है। लेकिन data link layer पर किसी device से communicate करने या फिर उसे data को send करने के लिए MAC address की आवश्यकता होती है।
जब किसी local host को डाटा send किया जाता है तो networks के बीच यह डाटा IP address के माध्यम से travel करता है। लेकिन LAN में उस host तक पहुँचने के लिए इसे उस host के MAC address की जरूरत होती है। इस स्थिति में address resolution protocol एक अहम् भूमिका निभाता है।
Types of ARP in Hindi – ARP के प्रकार
इसके चार प्रकार होते हैं, जो कि निम्नलिखित हैं:-
- Proxy ARP
- Gratuitous ARP
- Reverse ARP
- Inverse ARP
Proxy ARP –
यह एक तकनीक है जिसके द्वारा एक नेटवर्क में proxy server उस IP Address के ARP queries को answer कर सकता है जो उस network में नहीं होता. अर्थात् इसके द्वारा एक proxy server दूसरे network के IP address की ARP queries को answer कर सकता है.
इसमें sender को बेवकूफ बनाया जाता है. क्योंकि इसमें destination device के MAC address की बजाय proxy server के MAC address का इस्तेमाल किया जाता है.
Gratuitous ARP –
Gratuitous ARP एक host की ARP request होती है जिसका इस्तेमाल duplicate IP address को identify करने के लिए किया जाता है.
Gratuitous ARP का इस्तेमाल दूसरी devices की ARP table को update करने के लिए किया जाता है और यह ये भी check करता है कि host अपनी original IP address का प्रयोग कर रहा है या duplicate का प्रयोग कर रहा है.
Reverse ARP (RARP) –
यह एक networking प्रोटोकॉल है जिसका प्रयोग client computer के द्वारा किया जाता है. Client computer इसका प्रयोग computer network से खुद के internet protocol (IPv4) की जानकारी को प्राप्त करने के लिए करता है.
आसान शब्दों में कहें तो, “यह एक TCP/IP प्रोटोकॉल है जिसके द्वारा कंप्यूटर, server से IP address की जानकारी ले सकता है.”
इसे पूरा पढने के लिए क्लिक करें:- RARP क्या है?
Inverse ARP (InARP) –
InARP जो है वह ARP का inverse (उल्टा) होता है. इसका प्रयोग MAC address के द्वारा device की IP address को find करने के लिए किया जाता है.
इसका प्रयोग मुख्य रूप से frame relays और ATM networks में किया जाता है.
Working of ARP in Hindi – इसकी कार्यविधि
नीचे address resolution protocol की working को कुछ steps के द्वारा समझाया जा रहा है।
- जब एक sender किसी receiver से communicate करना चाहता है तो sender सबसे पहले अपना ARP cache check करता है। Sender check करता है कि क्या receiver का MAC address पहले से ARP cache में मौजूद है या नहीं?
- यदि receiver का MAC address पहले से ARP cache में मौजूद है तो sender उस MAC address का इस्तेमाल करके receiver से communicate करेगा।
- यदि Receiver device का MAC address पहले से ARP cache मौजूद नहीं है तो ऐसी situation में sender device द्वारा एक ARP request message तैयार किया जाता है।
इस message में sender का MAC address, sender का IP address और receiver का IP address होता है। Receiver के MAC address वाले field को खाली छोड़ दिया जाता है क्योंकि उसे find किया जा रहा है। - Sender device इस ARP request message को LAN में broadcast कर देता है। क्योंकि ये एक broadcast message है इसलिए LAN से connected हर device इस message को receive करता है।
- सभी devices इस request message के receiver IP address को स्वयं के IP address से match करते है। जिन devices का IP address match नहीं होता है वे इस request message को drop कर देते है।
- जिस device के IP address से इस request message का receiver IP address match करता है वह इस message को receive करता है और ARP reply message तैयार करता है। ये एक unicast message होता है जो सिर्फ sender को भेजा जाता है।
- ARP reply message में sender के IP address और MAC address का इस्तेमाल reply message भेजने के लिए किया जाता है। साथ ही इस message में receiver अपना IP address और MAC address भी भेजता है।
- जैसे ही sender device इस ARP reply message को receive करता है तो वह अपने ARP cache को नयी information (Receiver का MAC address) के साथ update कर लेता है।
- अब sender के ARP cache में receiver का MAC address मौजूद है sender बिना किसी परेशानी के data को send और receiver कर सकता है।
ARP का Message Format
Address resolution protocol द्वारा MAC address को find करने के लिए message भेजे जाते है. ये message, LAN में सभी devices को broadcast किये जाते है। इस message का format नीचे diagram (चित्र) के द्वारा show किया जा रहा है.
ARP message format में दिए गए सभी fields को नीचे detail से समझाया जा रहा है।
Hardware Type – इस field की size 2 bytes होती है। यह field define करता है कि message को transmit करने के लिए किस प्रकार का hardware type इस्तेमाल किया गया है। सबसे सामान्य hardware type – Ethernet है। Ethernet की value 1 होती है।
Protocol Type – यह field बताता है कि message को transmit करने के लिए किस protocol को use किया गया है। ज्यादातर इस field की value 2048 होती है जो IPv4 को दर्शाता है।
Hardware Address Length – यह hardware address की length को bytes में दर्शाता है। Ethernet MAC address की size 6 byte होती है।
Protocol Address Length – यह IP address की size को bytes में दर्शाता है। IP address की size 4 bytes होती है।
OP Code – यह फील्ड message के type को बताता है। यदि इस field की value 1 है तो यह request message है और यदि इस field की value 2 है तो यह reply message है।
Sender Hardware Address – इस field में message को send करने वाले device का MAC address होता है।
Sender Protocol Address – इस field में message send करने वाले device का IP address होता है।
Target Hardware Address – Request message में यह field खाली होता है। इस field में receiving device का MAC address होता है।
Target Protocol Address – इस field में receiving device का IP address होता है।
Advantages of ARP in Hindi – ARP के फायदे
इसके फायदे नीचे दिए गये हैं:-
- इस प्रोटोकॉल का प्रयोग करके हम device के MAC address को आसानी से find कर सकते हैं.
- इसमें MAC address को find करने के लिए end nodes को configure करने की आवश्यकता नहीं होती.
Reference – https://www.javatpoint.com/address-resolution-protocol-and-its-types
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