हेल्लो दोस्तों! आज हम इस पोस्ट में Email Protocol in Hindi (ईमेल प्रोटोकॉल क्या है और इसके प्रकार) के बारें में पढेंगे. इसे बहुत ही आसान भाषा में लिखा गया है. इसे आप पूरा पढ़िए, यह आपको आसानी से समझ में आ जायेगा. तो चलिए शुरू करते हैं:-
टॉपिक
Email Protocol in Hindi – ईमेल प्रोटोकॉल क्या है?
- Email Protocol नियमों का एक समूह है जिसका इस्तेमाल सर्वर और क्लाइंट के बीच email ट्रान्सफर करने के लिए किया जाता है.
- दूसरे शब्दों में कहें तो, “ईमेल प्रोटोकॉल नियमों (rules) का एक समूह (set) होता है जिसका उपयोग ईमेल को send और receive करने के लिए किया जाता है.”
- बिना ईमेल प्रोटोकॉल के हम इंटरनेट में email को send और receive नहीं कर सकते.
- ईमेल प्रोटोकॉल का मुख्य उद्देश्य यह होता है कि ईमेल सही समय पर सही व्यक्ति के पास पहुंचे.
- Email Protocol का इस्तेमाल दो कंप्यूटरों (सर्वर और क्लाइंट) के मध्य कम्युनिकेशन स्थापित करने के लिए किया जाता है ताकि email का ट्रांसमिशन आसानी से हो सके.
ईमेल प्रोटोकॉल के प्रकार – Types of Email Protocols in Hindi
Email Protocol के मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते हैं:-
- SMTP
- POP3
- IMAP
1- SMTP
SMTP का पूरा नाम Simple Mail Transfer Protocol (सिंपल मेल ट्रांसफर प्रोटोकॉल) होता है. SMTP का उपयोग इन्टरनेट में ईमेल को send करने के लिए किया जाता है. यह ईमेल को send करने का एक प्रभावी और विश्वसनीय प्रोटोकॉल है.
SMTP एक सुरक्षित प्रोटोकॉल है. यह ईमेल की सही समय पर डिलीवरी करने की गारंटी देता है. इसके साथ साथ यह वायरस और मैलवेयर से भी बचाता है.
SMTP को काम करने के लिए विशेष प्रकार के servers की आवश्यकता होती है. ये सर्वर आमतौर पर ईमेल सर्विस प्रोवाइडर जैसे कि- Gmail, Yahoo, Outlook आदि के द्वारा प्रदान किये जाते हैं.
2- POP3
POP3 का पूरा नाम Post office Protocol Version 3 (पोस्ट ऑफिस प्रोटोकॉल वर्जन 3) होता है. यह एप्लीकेशन लेयर प्रोटोकॉल होता है.
POP3 के द्वारा हम ईमेल को offline भी एक्सेस कर सकते है, इसलिए इसमें कम इंटरनेट की जरूरत होती है. इसमें ईमेल को offline एक्सेस करने के लिए हमें पहले ईमेल को डाउनलोड करना होता है.
3- IMAP
IMAP का पूरा नाम Internet Message Access Protocol (इंटरनेट मैसेज एक्सेस प्रोटोकॉल) होता है. इसका अविष्कार 1986 में हुआ था.
इसके बहुत सारें versions हैं जो कि निम्नलिखित हैं:-
- Original IMAP
- IMAP2
- IMAP3
- IMAP2bis
- IMAP4
इसे पढ़ें:-
POP3 और IMAP के बीच अंतर – Difference between POP3 and IMAP in Hindi
POP3 | IMAP |
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इसका इस्तेमाल ज्यादातर एक client को सपोर्ट करने के लिए किया जाता है. | इसका इस्तेमाल बहुत सारें clients को सपोर्ट करने के लिए किया जाता है. |
इसमें ईमेल को ऑफलाइन भी एक्सेस कर सकते हैं. | इसमें ईमेल को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से एक्सेस कर सकते हैं. |
यह search करने की सुविधा प्रदान नहीं करता. | यह search करने की सुविधा प्रदान करता है. |
इसमें सर्वर पर केवल एक mailbox को create किया जा सकता है. | इसमें बहुत सारें mailbox को create किया जा सकता है. |
इसमें कम इंटरनेट की आवश्यकता होती है. | इसमें ज्यादा इन्टरनेट की आवश्यकता होती है. |
Exam में पूछे जाने वाले प्रश्न –
ईमेल प्रोटोकॉल्स वे नियम और प्रक्रियाएँ होती हैं जो ईमेल संदेशों की वितरण और प्राप्ति को संचालित करते हैं. यह संदेशों को बनाने, भेजने, और प्राप्त करने की प्रक्रिया को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
सबसे प्रमुख ईमेल प्रोटोकॉल्स इंटरनेट पर POP3 (Post Office Protocol 3), IMAP (Internet Message Access Protocol), और SMTP (Simple Mail Transfer Protocol) होते हैं।
POP3 (Post Office Protocol 3) संदेशों को आपके डिवाइस पर डाउनलोड करके उन्हें सर्वर से हटा देता है, जबकि IMAP (Internet Message Access Protocol) संदेशों को सर्वर पर रखता है और आपके डिवाइस पर केवल पढ़ने के लिए दिखाता है।
हाँ, कुछ ईमेल प्रोटोकॉल्स सुरक्षित हैं, जैसे कि SMTPS, POP3S, और IMAPS, जो संदेशों को एन्क्रिप्टेड रूप में भेजने और प्राप्त करने में मदद करते हैं, ताकि गोपनीयता बनी रहे।